WAVES 2025: नीता अंबानी ने पीएम मोदी को भारत की वैश्विक आवाज़ बुलंद करने का श्रेय दिया
- May 3, 2025
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WAVES 2025 समिट एक ऐसा मंच बनकर उभरा है जहाँ से भारत की उभरती हुई वैश्विक भूमिका, नेतृत्व और युवा सशक्तिकरण की झलक दुनिया को देखने को मिली।
WAVES 2025 समिट एक ऐसा मंच बनकर उभरा है जहाँ से भारत की उभरती हुई वैश्विक भूमिका, नेतृत्व और युवा सशक्तिकरण की झलक दुनिया को देखने को मिली।
WAVES 2025 समिट एक ऐसा मंच बनकर उभरा है जहाँ से भारत की उभरती हुई वैश्विक भूमिका, नेतृत्व और युवा सशक्तिकरण की झलक दुनिया को देखने को मिली। इस समिट में रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने एक बेहद भावनात्मक और प्रेरणादायक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने भारत की वैश्विक स्थिति को फिर से मज़बूत करने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया।
नीता अंबानी का वक्तव्य इस बात की ओर इशारा करता है कि भारत अब सिर्फ एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि वैश्विक नेतृत्व में एक मजबूत दावेदार बन चुका है। WAVES 2025 में उन्होंने न केवल भारत की संस्कृति, परंपरा और समावेशिता की सराहना की, बल्कि युवाओं को भारत के भविष्य के रूप में प्रस्तुत किया।
WAVES (World Alliance for Vedic, Environmental and Spirituality) समिट एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय मंच है जहाँ दुनियाभर से नीति-निर्माता, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा लीडर और विचारक एकत्र होकर भारत की पारंपरिक और आधुनिक सोच को साझा करते हैं। इस वर्ष का आयोजन “विश्व मंच पर भारत की आवाज़” थीम के तहत हुआ। यह समिट न केवल भारतीय संस्कृति और मूल्यों को वैश्विक स्तर पर रखने का माध्यम है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत अब सिर्फ सुनने वाला नहीं, बल्कि सुनाया जाने वाला राष्ट्र बन चुका है।
अपने संबोधन में नीता अंबानी ने कहा:
“आज भारत की भावना दुनिया को अभूतपूर्व रूप से प्रेरित कर रही है और युवा भारतीय इस आह्वान का जवाब दे रहे हैं। यह संभव हुआ है हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण।”
उनका यह वक्तव्य दर्शाता है कि कैसे मोदी सरकार ने भारत की छवि को ‘विकासशील देश’ से ‘वैश्विक नेतृत्वकर्ता’ तक पहुंचाया है। उन्होंने आगे कहा कि युवाओं के भीतर जो जोश, दृष्टिकोण और सामाजिक जिम्मेदारी का भाव है, वह देश के उज्जवल भविष्य का संकेत है।
बीते कुछ वर्षों में भारत ने न केवल आर्थिक क्षेत्र में बल्कि कूटनीतिक, सांस्कृतिक और तकनीकी क्षेत्रों में भी बड़ी छलांग लगाई है। G20 समिट की अध्यक्षता से लेकर अंतरिक्ष अनुसंधान में चंद्रयान और गगनयान जैसी सफलताओं ने भारत को वैश्विक मानचित्र पर अलग पहचान दी है। WAVES 2025 समिट इसी भारत के रूपांतरण की गवाही बना।
नीता अंबानी ने विशेष रूप से भारत के युवाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आज की पीढ़ी केवल नौकरी की तलाश में नहीं है, बल्कि नवाचार, स्टार्टअप और सामाजिक उद्यमिता के जरिये बदलाव लाने का सपना देख रही है। उन्होंने रिलायंस फाउंडेशन के कार्यक्रमों का हवाला देते हुए बताया कि किस तरह देशभर में लाखों युवाओं को स्किल डेवलपमेंट, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण से जोड़ा जा रहा है।
अपने भाषण में नीता अंबानी ने महिलाओं की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अगर भारत को वैश्विक नेतृत्व में सबसे आगे लाना है तो महिलाओं को सशक्त बनाना जरूरी है। WAVES समिट जैसे मंच महिलाओं को वैश्विक डायलॉग का हिस्सा बनने का अवसर देते हैं। नीता अंबानी खुद भी शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य और संस्कृति के क्षेत्रों में महिलाओं के लिए बदलाव लाने का कार्य कर रही हैं।
WAVES 2025 में भारत की वैदिक परंपरा, योग, आयुर्वेद और सहिष्णुता जैसे मूल्यों की भी चर्चा हुई। नीता अंबानी ने बताया कि भारतीय संस्कृति दुनिया को केवल आध्यात्मिक ही नहीं बल्कि स्थायी विकास की राह भी दिखा रही है। आज योग और आयुर्वेद जैसे प्राचीन ज्ञान पूरी दुनिया में स्वीकार किए जा रहे हैं।
WAVES 2025 समिट ने यह साबित कर दिया कि भारत अब न केवल वैश्विक मंचों पर अपनी बात रख रहा है, बल्कि दुनिया उसे गंभीरता से सुन भी रही है। नीता अंबानी का वक्तव्य प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत के वैश्विक कद को मान्यता देने वाला था।
भारत की यह “नई आवाज़” अब न केवल तकनीकी और आर्थिक रूप से सशक्त है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी दुनियाभर के लिए एक मार्गदर्शक बन रही है।