The Bloody Game of a Crazy Lover in Delhi: युवती पर चाकू से हमला, फिर खुद का काटा गला
- April 8, 2025
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दिल्ली एक बार फिर सनसनीखेज वारदात से दहल गई है। एक सिरफिरे युवक ने प्रेम-प्रसंग के चलते सरेआम एक युवती पर चाकू से कई बार हमला कर दिया
दिल्ली एक बार फिर सनसनीखेज वारदात से दहल गई है। एक सिरफिरे युवक ने प्रेम-प्रसंग के चलते सरेआम एक युवती पर चाकू से कई बार हमला कर दिया
दिल्ली एक बार फिर सनसनीखेज वारदात से दहल गई है। एक सिरफिरे युवक ने प्रेम-प्रसंग के चलते सरेआम एक युवती पर चाकू से कई बार हमला कर दिया और फिर खुद का भी गला रेत लिया। यह भयावह घटना शहर के एक व्यस्त इलाके में हुई, जिससे आसपास के लोग दहशत में आ गए।
पुलिस के अनुसार, यह घटना दिल्ली के एक रिहायशी क्षेत्र में दिनदहाड़े घटी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक ने युवती का रास्ता रोका और अचानक चाकू से उस पर ताबड़तोड़ वार करने लगा। लड़की के गिरने के बाद, युवक ने उसी चाकू से अपने गले पर वार कर खुद को भी गंभीर रूप से घायल कर लिया।
जांच अधिकारी ने बताया कि यह मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हुआ लगता है। प्रारंभिक रिपोर्ट में सामने आया है कि आरोपी युवक और पीड़िता के बीच पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा था। दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे और किसी समय करीबी संबंधों में थे।
पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दोनों को अस्पताल में भर्ती करवाया। फिलहाल दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है और वे इलाज के अधीन हैं।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आज के दौर में एकतरफा प्यार और अस्वीकार को स्वीकार न कर पाना किस तरह सामाजिक और मानसिक समस्या बनता जा रहा है। मानसिक तनाव, असंतुलित सोच और भावनात्मक अस्थिरता से जूझ रहे युवा अक्सर हिंसक रास्ता अपना लेते हैं।
समाज में जागरूकता की कमी और सही समय पर काउंसलिंग की अनुपलब्धता भी ऐसे मामलों को बढ़ावा देती है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। यदि युवक की हालत में सुधार होता है, तो उससे पूछताछ की जाएगी और IPC की धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, पीड़िता के परिवार का कहना है कि वह युवक लगातार उसे परेशान कर रहा था, लेकिन लड़की ने उससे दूरी बना ली थी। बावजूद इसके, आरोपी ने यह हिंसक कदम उठा लिया।
दिल्ली में घटी यह घटना केवल एक क्राइम स्टोरी नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की मानसिक और भावनात्मक कमजोरी की झलक है। जहां प्यार, भरोसा और समझदारी होनी चाहिए, वहां अगर जगह ले ले हिंसा, ज़बरदस्ती और पागलपन, तो नतीजे इसी तरह के दर्दनाक होते हैं।
समाज को अब जरूरत है भावनात्मक शिक्षा, समय पर मानसिक मदद और युवाओं को रिश्तों को समझने और संभालने की सही दिशा देने की।