Horrific Incident in Bangalore: प्रेम संबंध के शक में पति ने बीच सड़क पर काटा पत्नी का गला
- April 7, 2025
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बेंगलुरु शहर एक बार फिर एक दिल दहला देने वाली वारदात से दहशत में है। प्रेम संबंध के शक में एक व्यक्ति ने सरेआम अपनी पत्नी की बेरहमी
बेंगलुरु शहर एक बार फिर एक दिल दहला देने वाली वारदात से दहशत में है। प्रेम संबंध के शक में एक व्यक्ति ने सरेआम अपनी पत्नी की बेरहमी
बेंगलुरु शहर एक बार फिर एक दिल दहला देने वाली वारदात से दहशत में है। प्रेम संबंध के शक में एक व्यक्ति ने सरेआम अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना शुक्रवार रात को शहर के इलेक्ट्रॉनिक सिटी इलाके के पास हुई, जब एक महिला काम से लौट रही थी और उसका पति पहले से ही उसे घात लगाए बैठा था।
पुलिस के अनुसार, हमलावर की पहचान 43 वर्षीय कृष्णप्पा के रूप में हुई है, जो चिक्काबल्लापुर जिले के बागेपल्ली का निवासी और एक दिहाड़ी मजदूर है। उसकी पत्नी, के. शारदा, रोज की तरह शुक्रवार शाम अपने काम से घर लौट रही थी। रात लगभग 8 बजे, जैसे ही वह इलेक्ट्रॉनिक सिटी क्षेत्र के पास पहुँची, कृष्णप्पा ने अचानक उस पर चाकू से हमला कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कृष्णप्पा ने सड़क पर ही अपनी पत्नी की गर्दन पर वार किया। महिला की चीख-पुकार सुनकर लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कृष्णप्पा को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था। इसी वजह से दोनों के बीच अक्सर विवाद होते थे। पुलिस का कहना है कि कृष्णप्पा ने पहले भी कई बार शारदा को लेकर संदेह जाहिर किया था और उसे धमकाया भी था। हालाँकि, किसी ने यह कल्पना नहीं की थी कि यह शक हत्या का रूप ले लेगा।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कुछ ही घंटों में कृष्णप्पा को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है और उस पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था के लिए चिंता का विषय है, बल्कि समाज में बढ़ती घरेलू हिंसा, महिलाओं के खिलाफ अपराध और संदेहजन्य मानसिकता पर भी सवाल उठाती है। एक पति द्वारा सार्वजनिक स्थान पर अपनी पत्नी की निर्मम हत्या यह दर्शाती है कि व्यक्तिगत रिश्तों में असहिष्णुता कितनी खतरनाक रूप ले सकती है।
शारदा की मौत ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि महिलाएं न केवल बाहर, बल्कि अपने सबसे करीबी रिश्तों में भी कितनी असुरक्षित हैं। कार्यस्थल से घर लौटते वक्त हुई इस हत्या ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।
निष्कर्ष:
बेंगलुरु की यह घटना एक चेतावनी है – समाज में जागरूकता, संवाद और भरोसे की कितनी जरूरत है। कानून के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य, रिश्तों में समझ और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर व्यापक सुधार की आवश्यकता है।