बेदम है शरीफ का ना’PAK’… भारत के वार का नहीं कर सकेगा पलटवार, इन चार पॉइंट्स में छिपा है सच
- April 29, 2025
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पाकिस्तान हमेशा से भारत के खिलाफ अपनी गीदड़भभकियों और युद्ध की धमकियों के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन, जब बात भारत की कड़ी नीति की आती है,
पाकिस्तान हमेशा से भारत के खिलाफ अपनी गीदड़भभकियों और युद्ध की धमकियों के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन, जब बात भारत की कड़ी नीति की आती है,
पाकिस्तान हमेशा से भारत के खिलाफ अपनी गीदड़भभकियों और युद्ध की धमकियों के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन, जब बात भारत की कड़ी नीति की आती है, तो पाकिस्तान के पास पलटवार करने का ज्यादा विकल्प नहीं बचता। हाल ही में, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले ने दोनों देशों के रिश्तों को और भी तनावपूर्ण बना दिया है। भारत ने इस हमले के जवाब में एक कड़ा डिप्लोमैटिक स्ट्राइक किया और पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। इसके बाद से पाकिस्तान लगातार अपनी धमकियों के साथ उभरने की कोशिश कर रहा है, लेकिन क्या वह पलटवार कर सकता है? आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब चार महत्वपूर्ण बिंदुओं के माध्यम से।
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को देखकर यह कहना बहुत आसान है कि वह किसी भी सैन्य संघर्ष के लिए तैयार नहीं है। पाकिस्तान की जीडीपी और विदेशी मुद्रा भंडार दोनों ही बहुत कमजोर हैं। उसके ऊपर पहले से ही कई आर्थिक संकट और कर्ज का बोझ है। अगर भारत पाकिस्तान पर कोई सैन्य कदम उठाता है, तो पाकिस्तान के पास कोई ठोस साधन नहीं होगा, जिससे वह भारत का सामना कर सके। इसके अलावा, पाकिस्तान की सेनाओं के पास पुराने उपकरण और संसाधन हैं, जो उन्हें किसी भी सैन्य संघर्ष में भारतीय सेना का मुकाबला करने में सक्षम नहीं बनाते।
पाकिस्तान के पास अब कोई बड़ा अंतरराष्ट्रीय समर्थन नहीं है, खासकर जब भारत ने डिप्लोमैटिक स्ट्राइक के तहत सिंधु नदी समझौते को निलंबित किया। दुनिया के ज्यादातर देश भारत के साथ खड़े हैं, और पाकिस्तान के लिए कोई ठोस समर्थन अब मुश्किल हो गया है। चीन भी अब पाकिस्तान के मामले में पहले जैसा सहयोग नहीं दे रहा। भारत के साथ अमेरिका, रूस, और अन्य पश्चिमी देश भी अपने संबंधों को मजबूत कर रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान को किसी भी सैन्य जवाब का अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिलने की संभावना बेहद कम है।
भारत की सेना की ताकत और उसकी तैयारियां पाकिस्तान से कहीं ज्यादा मजबूत हैं। भारतीय सेना के पास उन्नत सैन्य उपकरण, अत्याधुनिक तकनीकी क्षमता और खुफिया नेटवर्क हैं, जो पाकिस्तान की सेना के मुकाबले कहीं अधिक प्रभावी हैं। इसके अलावा, भारत की एयरफोर्स और मिसाइल प्रणाली पाकिस्तान से बहुत आगे हैं। अगर भारत किसी सैन्य कदम को उठाता है, तो पाकिस्तान के पास उतनी क्षमता नहीं होगी कि वह सही तरीके से पलटवार कर सके।
पाकिस्तान पहले ही अंदरूनी अस्थिरता से जूझ रहा है। आतंकवादी समूहों को शह देने और आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाह देने की वजह से पाकिस्तान का अंतरराष्ट्रीय रुतबा और आस्थिता लगातार गिरती जा रही है। पाकिस्तान की आतंकवादियों और उग्रवादी तत्वों के साथ सांठ-गांठ ने उसकी छवि को और भी नुकसान पहुंचाया है। इसके चलते अगर पाकिस्तान किसी सैन्य जवाब की कोशिश करता है, तो उसे भी इस अस्थिरता और आंतरिक संकट का सामना करना पड़ेगा, जिससे उसका पलटवार और भी कमजोर हो सकता है।
पाकिस्तान का भारत के खिलाफ पलटवार करने का कोई ठोस आधार नहीं है। उसकी आर्थिक स्थिति, सैन्य क्षमता, अंतरराष्ट्रीय समर्थन की कमी और अंदरूनी अस्थिरता उसे किसी भी प्रकार के सैन्य संघर्ष से बचने की मजबूरी बना रही है। भारत ने पहले ही डिप्लोमैटिक स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान को सख्त संदेश दे दिया है। अब देखना यह होगा कि पाकिस्तान इन धमकियों और गीदड़भभकियों से कब तक बाज आता है और अपनी असली स्थिति को समझने की कोशिश करता है। भारत की रणनीति और जवाबदेही पाकिस्तान के लिए एक कठिन चुनौती बन चुकी है, और पाकिस्तान का पलटवार असंभव सा दिख रहा है।