ओवेरियन कैंसर: महिलाओं में कैसे होता है यह घातक रोग और शुरुआती लक्षण कैसे पहचानें?
- May 8, 2025
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आज के तेज रफ्तार जीवन में महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं देतीं। दिन-रात की जिम्मेदारियों और तनाव के बीच वे खुद की सेहत को नजरअंदाज कर
आज के तेज रफ्तार जीवन में महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं देतीं। दिन-रात की जिम्मेदारियों और तनाव के बीच वे खुद की सेहत को नजरअंदाज कर
आज के तेज रफ्तार जीवन में महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं देतीं। दिन-रात की जिम्मेदारियों और तनाव के बीच वे खुद की सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं, जिसका नतीजा कई बार गंभीर बीमारियों के रूप में सामने आता है। इन्हीं बीमारियों में से एक है ओवेरियन कैंसर यानी अंडाशय का कैंसर, जो चुपचाप शरीर में पनपता है और जब तक इसके लक्षण सामने आते हैं, तब तक यह काफी फैल चुका होता है। ऐसे में इसका समय पर पता चलना और सही इलाज बेहद जरूरी है।
महिला शरीर में दो अंडाशय (ओवरी) होते हैं, जो अंडाणु बनाते हैं और महिला हार्मोन जैसे एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का निर्माण करते हैं। जब इन अंडाशयों की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं, तो इसे ओवेरियन कैंसर कहा जाता है।
ये लक्षण कई बार अन्य सामान्य बीमारियों से मिलते-जुलते होते हैं, इसलिए महिलाएं इन्हें गंभीरता से नहीं लेतीं।
ओवेरियन कैंसर के लक्षण अन्य सामान्य बीमारियों जैसे गैस, पाचन खराबी या मूत्र मार्ग की समस्याओं जैसे दिखते हैं। इसी वजह से महिलाएं समय रहते डॉक्टर के पास नहीं जातीं। इसके अलावा जागरूकता की कमी भी एक बड़ा कारण है।
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण लगातार 2-3 हफ्तों तक परेशान कर रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें। खासकर तब, जब ये लक्षण आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगें।
इस बीमारी का इलाज उसकी स्टेज और मरीज की सेहत पर निर्भर करता है:
अगर समय रहते इलाज शुरू कर दिया जाए, तो ओवेरियन कैंसर को काफी हद तक काबू में किया जा सकता है और मरीज की जीवन प्रत्याशा बढ़ाई जा सकती है।
हालांकि इसे पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ सावधानियां अपनाकर जोखिम को जरूर कम किया जा सकता है:
ओवेरियन कैंसर एक खतरनाक लेकिन पहचान और इलाज के लिहाज से संभालने योग्य बीमारी है। महिलाओं को चाहिए कि वे अपने शरीर के प्रति सजग रहें और किसी भी बदलाव को गंभीरता से लें। जागरूकता, नियमित जांच और सही समय पर इलाज इस बीमारी से लड़ने के सबसे बड़े हथियार हैं।
क्या आप जानना चाहेंगी कि ओवेरियन कैंसर के इलाज के दौरान क्या-क्या जीवनशैली बदलाव करने चाहिए?
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