OMG! 62 year old passbook changed your fate, पिता की यादों से मिला करोड़ों का खजाना!
- April 17, 2025
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कुछ कहानियाँ पढ़ने में इतनी फिल्मी लगती हैं कि उन पर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन जब सच्चाई कल्पना से भी बढ़कर हो, तो वो
कुछ कहानियाँ पढ़ने में इतनी फिल्मी लगती हैं कि उन पर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन जब सच्चाई कल्पना से भी बढ़कर हो, तो वो
कुछ कहानियाँ पढ़ने में इतनी फिल्मी लगती हैं कि उन पर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन जब सच्चाई कल्पना से भी बढ़कर हो, तो वो कहानी इतिहास में दर्ज हो जाती है। चिली में रहने वाले एक्सेक्विएल हिनोजोसा के साथ ऐसा ही कुछ हुआ, जब 62 साल पुरानी एक बैंक पासबुक ने उनकी किस्मत पलट दी और वो एक ही रात में करोड़पति बन गए।
एक सामान्य दिन था। एक्सेक्विएल अपने घर में पुराना सामान整理 कर रहे थे। घर की सफाई के दौरान उन्होंने एक पुराने बक्से से कुछ पुराने कागज निकाले। उनमें से ही एक था उनके पिता की पुरानी बैंक पासबुक, जो कागज के एक पुराने और बेकार से टुकड़े जैसी दिख रही थी। लेकिन जब उन्होंने ध्यान से देखा तो पता चला कि यह पासबुक उनके पिता द्वारा 1960 और 1970 के दशक में किया गया एक बैंक खाता था, जिसमें उन्होंने एक समय में लगभग 1.4 लाख रुपये (चिली मुद्रा में समकक्ष) जमा किए थे।
हिनोजोसा के पिता ने यह पैसे घर खरीदने के लिए जमा किए थे। लेकिन किसी कारणवश वे उस पैसे का उपयोग नहीं कर पाए और समय के साथ यह पासबुक भी परिवार की नजरों से ओझल हो गई। उनके पिता का करीब 10 साल पहले निधन हो गया, और इस अकाउंट की किसी को कोई जानकारी नहीं थी।
हिनोजोसा ने इस पासबुक को लेकर संबंधित बैंक से संपर्क किया। शुरुआत में बैंक अधिकारियों को भी विश्वास नहीं हुआ कि इतना पुराना खाता अभी भी सक्रिय हो सकता है। लेकिन जब जांच की गई, तो सभी हैरान रह गए।
पता चला कि यह खाता अब भी एक्टिव है, और उस पर ब्याज के साथ जमा राशि करोड़ों में बदल चुकी है। लगभग 6 दशक के ब्याज और मूलधन के साथ, अब खाते में इतनी बड़ी रकम थी कि एक्सेक्विएल एक ही झटके में करोड़पति बन चुके थे।
बैंक ने इस केस में विशेष जांच की और पाया कि खाता वैध है, और जमा धनराशि सही है। इस घटना के बाद बैंक ने पुराने खातों और उनकी निगरानी के सिस्टम को और मजबूत करने के लिए कदम उठाने की बात भी कही।
इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता और रिकॉर्ड्स का रखाव कितना महत्वपूर्ण है। अगर बैंक ने समय के साथ इन दस्तावेजों को न संभाला होता, तो शायद यह कहानी कभी सामने नहीं आती।
जैसे ही यह खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई। लोग इस चमत्कार को “किस्मत का खेल” कहने लगे। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर एक्सेक्विएल की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे।
लोगों ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए—कुछ ने इसे प्रेरणादायक बताया, तो कुछ ने खुद भी अपने घरों में पुरानी अलमारियाँ और बक्से खंगालने शुरू कर दिए, यह सोचकर कि क्या पता उनके घर में भी कोई ऐसा छुपा खजाना हो!
इस घटना ने सभी को एक बार सोचने पर मजबूर कर दिया है—क्या हमारे घरों में भी ऐसे कोई पुराने दस्तावेज हैं जिन्हें हम नजरअंदाज कर बैठे हैं?
पुरानी पासबुक, जमीन-जायदाद के कागज़, बीमा पॉलिसी, बॉन्ड्स, शेयर सर्टिफिकेट—ये सभी चीजें समय के साथ बहुत कीमती बन सकती हैं। इसलिए कभी भी पुराने पेपरवर्क को यूं ही न फेंकें।
करोड़पति बनने के बाद एक्सेक्विएल ने मीडिया से कहा कि वह इस पैसे को सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए भी इस्तेमाल करना चाहते हैं। उन्होंने अपने पिता की याद में एक कम्युनिटी सेंटर खोलने की योजना बनाई है, जिसमें बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा और खेलकूद की सुविधाएं होंगी।
उन्होंने कहा, “पैसा मेरे लिए खुशी का जरिया नहीं, बल्कि जिम्मेदारी बन चुका है। यह मेरे पिता का सपना था, और अब मैं चाहता हूँ कि यह सपना समाज के लिए जी सके।”