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Kathua Encounter : 3 जवान शहीद, 3 आतंकवादी ढेर; जानें पूरी घटना की जानकारी

  • March 28, 2025
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जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में गुरुवार (27 मार्च) को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में तीन आतंकवादी मारे गए, लेकिन दुर्भाग्य से तीन

Kathua Encounter : 3 जवान शहीद, 3 आतंकवादी ढेर; जानें पूरी घटना की जानकारी

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में गुरुवार (27 मार्च) को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में तीन आतंकवादी मारे गए, लेकिन दुर्भाग्य से तीन सुरक्षाकर्मी भी शहीद हो गए। इसके अलावा, एक डीएसपी समेत सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

कठुआ एनकाउंटर 3 जवान शहीद 3 आतंकवादी ढेर

ऑपरेशन कैसे शुरू हुआ?

यह मुठभेड़ सुबह करीब 8 बजे शुरू हुई, जब जम्मू-कश्मीर पुलिस का विशेष अभियान दल (SOG), सेना और सीआरपीएफ की मदद से घुसपैठियों की तलाश में जंगली इलाके में छापेमारी कर रहा था। सूचनाओं के मुताबिक, ये आतंकवादी पाकिस्तान आधारित संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े थे और हाल ही में भारतीय सीमा में घुसे थे।

मुठभेड़ का विवरण

ऑपरेशन के दौरान, राजबाग के घाटी जुथाना इलाके के झखोली गांव के पास सुरक्षाबलों को संदिग्ध गतिविधि का पता चला। जब टीम ने इलाके को घेरा, तो आतंकवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में सुरक्षाकर्मियों को भारी नुकसान हुआ, लेकिन बाद में जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी मारे गए।

शहीद हुए जवानों की पहचान

अभी तक शहीद हुए जवानों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, इनमें जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल हैं। घायलों में एक डीएसपी भी हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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आतंकवादियों के बारे में क्या पता चला?

मारे गए आतंकवादियों की पहचान अभी जांच के दायरे में है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, वे जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे और पाकिस्तान से घुसपैठ करके भारतीय क्षेत्र में आए थे। उनके पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।

अभियान अभी जारी

ऑपरेशन अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। सुरक्षाबलों को संदेह है कि इस इलाके में दो और आतंकवादी छिपे हो सकते हैं। इसलिए, सर्च ऑपरेशन जारी है और अगले 24 घंटे तक और स्पष्ट जानकारी मिलने की उम्मीद है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

इस घटना के बाद केंद्र और राज्य सरकार ने सुरक्षाबलों की बहादुरी की सराहना की है। जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और सुरक्षाबल किसी भी कीमत पर शांति भंग नहीं होने देंगे।

निष्कर्ष

कठुआ का यह एनकाउंटर एक बार फिर दिखाता है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। हमारे जवानों ने बहादुरी से मुकाबला किया, लेकिन तीन वीरों की शहादत ने देश को एक बार फिर झकझोर दिया है। अब सुरक्षाबलों की नजर बाकी बचे आतंकवादियों पर है, ताकि उन्हें भी नेस्तनाबूद किया जा सके।

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