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Iware IPO Listing: लिस्टिंग पर लगा लोअर सर्किट, निवेशकों को नहीं मिला मुनाफा – जानें कंपनी की हालत और भविष्य की योजना

  • May 9, 2025
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आईवेयर सप्लाईचेन सर्विसेज (Iware Supplychain Services) का आईपीओ हाल ही में शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुआ, लेकिन निवेशकों को उम्मीद के विपरीत शुरुआत में ही झटका लगा। जैसे

Iware IPO Listing: लिस्टिंग पर लगा लोअर सर्किट, निवेशकों को नहीं मिला मुनाफा – जानें कंपनी की हालत और भविष्य की योजना

आईवेयर सप्लाईचेन सर्विसेज (Iware Supplychain Services) का आईपीओ हाल ही में शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुआ, लेकिन निवेशकों को उम्मीद के विपरीत शुरुआत में ही झटका लगा। जैसे ही यह शेयर लिस्ट हुआ, लोअर सर्किट पर पहुंच गया और पहले दिन ही इसमें अपर सर्किट की कोई संभावना नजर नहीं आई। हालांकि कंपनी के आईपीओ को ओवरऑल दो गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला था, लेकिन इसकी लिस्टिंग बाजार की धारणा के अनुसार नहीं हो पाई।

IPO का प्रदर्शन: उम्मीद से कम रिटर्न

आईवेयर सप्लाईचेन सर्विसेज एक इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स कंपनी है, जो सप्लाई चेन मैनेजमेंट, वेयरहाउसिंग, ट्रांसपोर्टेशन और फुलफिलमेंट सर्विसेज प्रदान करती है। कंपनी ने SME प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग के लिए IPO लॉन्च किया था। यह एक फ्रेश इश्यू था, जिसमें केवल नए शेयर जारी किए गए थे। कंपनी ने इस आईपीओ के जरिए ₹30 करोड़ से अधिक जुटाने की योजना बनाई थी।

IPOs में निवेशकों को अक्सर लिस्टिंग गेन की उम्मीद होती है, लेकिन Iware के मामले में स्थिति विपरीत रही। शेयर की लिस्टिंग डिस्काउंट पर हुई और निवेशकों को पहले ही दिन घाटा उठाना पड़ा। IPO में रिटेल निवेशकों का उत्साह जरूर दिखा, क्योंकि रिटेल कोटा तीन गुना से अधिक भरा गया था। फिर भी, कमजोर लिस्टिंग और लोअर सर्किट ने निवेशकों के भरोसे पर पानी फेर दिया।

कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति

आईवेयर की बैलेंस शीट देखने पर स्पष्ट होता है कि कंपनी अभी मुनाफे की राह पर है, लेकिन इसकी ग्रोथ स्थिर नहीं रही है। कंपनी के रेवेन्यू में कुछ बढ़ोतरी देखी गई है, लेकिन नेट प्रॉफिट मार्जिन अभी भी बहुत सीमित है। FY22 में कंपनी ने ₹22.8 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया था, जो FY23 में ₹28.6 करोड़ तक पहुंचा। हालांकि नेट प्रॉफिट ₹85 लाख से ₹1.05 करोड़ के करीब ही रहा।

यह फाइनेंशियल डेटा यह दिखाता है कि कंपनी का ऑपरेशनल खर्च अधिक है, जो मुनाफे को प्रभावित करता है। इसके अलावा कंपनी का लोन पोर्टफोलियो और कैश फ्लो भी बहुत मजबूत नहीं है, जिससे निवेशकों के मन में जोखिम की भावना उत्पन्न होती है।

फंड्स का इस्तेमाल: कहां खर्च होंगे IPO के पैसे?

आईवेयर ने अपने रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) में यह स्पष्ट किया है कि वह IPO से जुटाए गए फंड्स का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में करेगी:

  1. वर्किंग कैपिटल की जरूरतें पूरी करने के लिए – कंपनी अपने डेली ऑपरेशंस और कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए इस फंड का एक बड़ा हिस्सा उपयोग में लाएगी।
  2. कर्ज का पुनर्भुगतान – कंपनी पर कुछ अल्पकालिक ऋण हैं, जिन्हें वह IPO फंड्स से चुकाने की योजना बना रही है।
  3. टेक्नोलॉजी और ऑटोमेशन – सप्लाई चेन सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के कारण कंपनी अपने लॉजिस्टिक्स सिस्टम को और अधिक ऑटोमेटेड और टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली बनाना चाहती है।
  4. जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्य – कंपनी कुछ राशि सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों और भविष्य की रणनीतियों पर भी खर्च करेगी।
Iware IPO Listing

लिस्टिंग में गिरावट के कारण

  1. कमजोर निवेशक सेंटिमेंट – SME शेयरों में अक्सर उच्च जोखिम होता है, और हालिया बाजार की अस्थिरता ने निवेशकों को सतर्क बना दिया है।
  2. मुनाफे की स्थिति कमजोर – कंपनी का नेट प्रॉफिट बहुत अधिक नहीं है, जिससे वैल्यूएशन को लेकर भी सवाल उठते हैं।
  3. अपरिचित ब्रांड वैल्यू – Iware की ब्रांड रिकॉग्निशन अभी बहुत सीमित है, खासकर बड़े निवेशकों के बीच।
  4. कम लिक्विडिटी – SME प्लेटफॉर्म पर लिस्टेड कंपनियों में ट्रेडिंग वॉल्यूम सीमित रहता है, जिससे शेयर आसानी से ऊपर या नीचे सर्किट हिट कर जाता है।

क्या करना चाहिए निवेशकों को?

जो निवेशक पहले ही Iware के IPO में पैसा लगा चुके हैं, उनके लिए यह समय संयम और सतर्कता का है। कंपनी की फंडामेंटल स्थिति पूरी तरह से खराब नहीं है, लेकिन ग्रोथ की संभावना मध्यम अवधि में ही नजर आ सकती है। छोटे निवेशक जल्दबाजी में पैनिक सेल न करें, बल्कि कंपनी की अगली तिमाही रिपोर्ट और प्रोजेक्ट कार्यान्वयन पर नजर रखें।

जो निवेशक अब इस शेयर में निवेश करने की सोच रहे हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि कंपनी की आगामी घोषणाओं और कारोबार की गति को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लें। SME शेयरों में उतार-चढ़ाव अधिक होता है, इसलिए लॉन्ग टर्म अप्रोच और रिस्क प्रोफाइल के अनुसार निवेश करना बेहतर होगा।

निष्कर्ष

Iware Supplychain Services का आईपीओ भले ही सब्सक्रिप्शन में सफल रहा हो, लेकिन इसकी कमजोर लिस्टिंग ने निवेशकों को निराश कर दिया है। कंपनी का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि वह IPO फंड्स का कितना प्रभावी उपयोग कर पाती है और अपने कारोबार को कितनी तेजी से बढ़ा पाती है। फिलहाल, यह शेयर उच्च जोखिम वाले निवेशकों के लिए ही उपयुक्त है।

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