Yes Bank के अधिग्रहण की तैयारी, जापानी निवेशक हो सकते हैं नए मालिक
- May 6, 2025
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मंगलवार का दिन भारतीय शेयर बाजार में यस बैंक के निवेशकों के लिए खासा उत्साह लेकर आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर बैंक के शेयरों में जोरदार तेजी
मंगलवार का दिन भारतीय शेयर बाजार में यस बैंक के निवेशकों के लिए खासा उत्साह लेकर आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर बैंक के शेयरों में जोरदार तेजी
मंगलवार का दिन भारतीय शेयर बाजार में यस बैंक के निवेशकों के लिए खासा उत्साह लेकर आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर बैंक के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली। कारोबार की शुरुआत में ही यस बैंक के शेयर करीब 9.6% की छलांग लगाते हुए 19.44 रुपये प्रति शेयर के स्तर तक पहुंच गए। हालांकि, दोपहर के सत्र में मुनाफावसूली के चलते थोड़ी गिरावट दर्ज की गई और शेयर 18.11 रुपये प्रति इक्विटी पर कारोबार कर रहा था। पिछले कारोबारी दिन यानी सोमवार को यह 17.73 रुपये पर बंद हुआ था।
इस अचानक आई तेजी के पीछे की बड़ी वजह एक संभावित अधिग्रहण सौदा है, जो भारत के बैंकिंग जगत के लिए ऐतिहासिक हो सकता है। खबरों के अनुसार, जापान की मशहूर फाइनेंशियल संस्था सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (Sumitomo Mitsui Banking Corporation – SMBC) यस बैंक में 51% हिस्सेदारी खरीदने के लिए गंभीर बातचीत कर रही है। अगर यह डील फाइनल होती है, तो यह भारत के बैंकिंग इतिहास की सबसे बड़ी निजी डील्स में से एक मानी जाएगी।
SMBC, जापान की दूसरी सबसे बड़ी बैंकिंग और वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी है। SMBC की भारत में बढ़ती दिलचस्पी देश के आर्थिक और बैंकिंग क्षेत्र की संभावनाओं को दर्शाती है। SMBC पहले से ही भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक – भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और नियामक संस्था रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के साथ लगातार संपर्क में है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सौदा करीब 1.7 अरब डॉलर यानी लगभग 14,000 करोड़ रुपये का हो सकता है। SMBC या तो सीधे तौर पर यस बैंक में 26% से कम हिस्सेदारी खरीदेगा और फिर शेयर स्वैप के माध्यम से मर्जर की प्रक्रिया अपनाएगा, या फिर वह 26% हिस्सेदारी खरीदकर ओपन ऑफर लाएगा। दोनों ही स्थिति में यह डील यस बैंक के स्वामित्व और संचालन की दिशा को पूरी तरह बदल सकती है।
यह बताया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक SMBC को यस बैंक में 51 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी दे चुका है। हालांकि, डील को लेकर कुछ अहम मुद्दों पर सहमति बननी अभी बाकी है, जिनमें सबसे बड़ा मुद्दा ओनरशिप और वोटिंग राइट्स को लेकर है। SMBC और SBI के बीच इन बिंदुओं पर चर्चा लगातार चल रही है, क्योंकि यस बैंक की मौजूदा प्रमुख हिस्सेदारी SBI के पास है।
SBI, जिसने 2020 में यस बैंक की वित्तीय स्थिति बिगड़ने के बाद उसमें रणनीतिक निवेश किया था, अब SMBC को नियंत्रण सौंपने से पहले पूरी पारदर्शिता और सहमति सुनिश्चित करना चाहता है। SMBC की रणनीति भारत में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने की है और यस बैंक जैसा स्थापित ब्रांड उसके लिए उपयुक्त विकल्प साबित हो सकता है।
भारत का बैंकिंग सेक्टर वर्तमान में जिस तेज़ी से विकसित हो रहा है, उसमें विदेशी संस्थानों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। यह डील न केवल यस बैंक के लिए बल्कि पूरे भारतीय बैंकिंग उद्योग के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है। इससे पहले, 2020 में लक्ष्मी विलास बैंक का डीबीएस बैंक (सिंगापुर आधारित बैंक) से मर्जर हुआ था, जो अपने समय की एक बड़ी डील थी। अगर SMBC की डील होती है, तो वह उस मर्जर को भी पीछे छोड़ सकती है।
यस बैंक को लेकर SMBC की रुचि इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि बैंक ने पिछले कुछ वर्षों में अपने खराब फंसे कर्ज (NPA) की स्थिति में सुधार किया है और प्रबंधन को स्थिरता देने का प्रयास किया है। साथ ही, बैंक की रीब्रांडिंग और डिजिटल विस्तार की दिशा में भी कदम उठाए गए हैं।
डील की संभावना के चलते निवेशकों में उत्साह बढ़ा है और यही कारण है कि मंगलवार को शेयर में 9% से अधिक की उछाल देखने को मिली। हालांकि, यह भी स्पष्ट है कि डील को अंतिम रूप दिए जाने में समय लग सकता है, क्योंकि इसमें नियामक मंजूरी, स्वामित्व संबंधी समायोजन और अन्य प्रक्रियाएं शामिल होंगी।
इसके साथ ही, अगर यह अधिग्रहण पूरा होता है, तो यस बैंक के ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए भी इसका सकारात्मक असर पड़ सकता है। जापान की सुदृढ़ बैंकिंग परंपरा और तकनीकी विशेषज्ञता भारतीय बैंकिंग प्रणाली को और अधिक आधुनिक और सक्षम बना सकती है।
यस बैंक का SMBC को बिकना एक बहुत ही अहम आर्थिक घटनाक्रम हो सकता है। इस डील के ज़रिए एक ओर जहां जापान की बैंकिंग ताकत भारत में प्रवेश करेगी, वहीं यस बैंक को अपने भविष्य को नई दिशा देने का अवसर मिलेगा। निवेशकों को आने वाले दिनों में इस पर लगातार नजर रखनी चाहिए क्योंकि यह डील भारत की बैंकिंग संरचना को काफी हद तक प्रभावित कर सकती है।
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