1.5 Ton AC रोज 8 घंटे और 30 दिन चले तो कितना आएगा बिजली बिल? जानिए पूरा गणित
- May 3, 2025
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गर्मी का मौसम आते ही एयर कंडीशनर (AC) की डिमांड तेजी से बढ़ जाती है। राहत पाने के लिए अधिकतर लोग अपने घरों में 1.5 टन की क्षमता
गर्मी का मौसम आते ही एयर कंडीशनर (AC) की डिमांड तेजी से बढ़ जाती है। राहत पाने के लिए अधिकतर लोग अपने घरों में 1.5 टन की क्षमता
गर्मी का मौसम आते ही एयर कंडीशनर (AC) की डिमांड तेजी से बढ़ जाती है। राहत पाने के लिए अधिकतर लोग अपने घरों में 1.5 टन की क्षमता वाला एसी लगवाते हैं, लेकिन चिंता की सबसे बड़ी वजह होती है बढ़ता हुआ बिजली का बिल। क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आपका 1.5 टन का एसी रोज़ 8 घंटे और पूरे 30 दिन चले तो उसका बिजली बिल कितना आएगा?
अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो चलिए इस लेख में हम पूरा गणित समझते हैं—1.5 टन के 3 स्टार और 5 स्टार रेटिंग वाले एसी की बिजली खपत और महीने भर का खर्चा।
टन (Ton):
AC की कूलिंग क्षमता को “टन” में मापा जाता है। 1 टन का मतलब होता है लगभग 12,000 BTU/hour की कूलिंग क्षमता। 1.5 टन का मतलब हुआ 18,000 BTU/hour की क्षमता।
स्टार रेटिंग:
BEE (Bureau of Energy Efficiency) द्वारा दी गई स्टार रेटिंग किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की ऊर्जा दक्षता (energy efficiency) को दर्शाती है। ज्यादा स्टार मतलब कम बिजली की खपत।
5 स्टार रेटिंग AC:
3 स्टार रेटिंग AC:
मान लीजिए कि आपके इलाके में बिजली की दर ₹8 प्रति यूनिट है (यह दर राज्य और शहर के अनुसार बदल सकती है)। तो अब इसका हिसाब लगाते हैं।
5 स्टार AC के लिए:
3 स्टार AC के लिए:
अगर आप UPS/Inverter या Stabilizer का उपयोग करते हैं, तो उसमें भी थोड़ी बिजली की खपत होती है, जो लगभग 20–30 यूनिट अतिरिक्त जुड़ सकती है।
तो कुल मिलाकर:
अगर आप गर्मियों में AC तो चलाना ही चाहते हैं लेकिन बिल कम करना चाहते हैं, तो ये सुझाव अपनाएं:
इन्वर्टर टेक्नोलॉजी वाला AC लगातार कंप्रेसर की गति को एडजस्ट करता है, जिससे बिजली की खपत कम होती है। अगर आप रोज़ 6–8 घंटे या उससे ज्यादा AC चलाते हैं, तो इन्वर्टर AC आपको लंबी अवधि में ज्यादा किफायती साबित होगा।
अगर आप हर दिन 8 घंटे तक 1.5 टन का एसी चलाते हैं, तो 30 दिन बाद आपके बिजली बिल में करीब ₹2,300 से ₹3,000 का इज़ाफा हो सकता है—AC की स्टार रेटिंग और बिजली दरों के अनुसार।
बिल को कम करने के लिए स्मार्ट उपयोग, सही सेटिंग्स और अच्छी एनर्जी रेटिंग वाले उपकरणों का चुनाव जरूरी है। अब जब आप ये गणित समझ चुके हैं, तो अगली बार एसी चलाते समय आप ज्यादा सजग रहेंगे।