ATM से पैसे निकालना होगा महंगा, 1 मई 2025 से लागू होंगे नए चार्ज | जानिए क्या बदलने जा रहा है
April 29, 2025
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1 मई 2025 से भारत में एटीएम ट्रांजेक्शन्स पर नए नियम लागू होंगे, जिससे हर बार एटीएम से पैसे निकालना महंगा हो सकता है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
1 मई 2025 से भारत में एटीएम ट्रांजेक्शन्स पर नए नियम लागू होंगे, जिससे हर बार एटीएम से पैसे निकालना महंगा हो सकता है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एटीएम ट्रांजेक्शन्स के लिए नए चार्ज और फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन नए नियमों के तहत, विभिन्न बैंकों ने अपनी एटीएम सर्विस पर चार्ज बढ़ाने का ऐलान किया है। खासकर HDFC बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB), और इंडसइंड बैंक जैसे प्रमुख बैंकों ने 1 मई 2025 से लागू होने वाले इन नए नियमों की घोषणा की है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि ये नए चार्ज आपके लिए कैसे प्रभावी हो सकते हैं और इसके क्या प्रभाव हो सकते हैं।
क्या हैं नए एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज?
एटीएम से पैसे निकालने पर नए चार्जेस 1 मई 2025 से लागू होंगे। रिजर्व बैंक ने बैंक ग्राहकों के लिए ट्रांजेक्शन की लिमिट को अपडेट किया है, साथ ही अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर जो चार्ज लगाया जाएगा, वह भी बदला है। इसके अनुसार, ग्राहक हर महीने केवल निर्धारित संख्या में मुफ्त ट्रांजेक्शन का लाभ उठा सकेंगे, और इससे अधिक ट्रांजेक्शन करने पर बैंकों को अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट
हर बैंक अपने ग्राहकों को एक महीने में केवल कुछ निश्चित ट्रांजेक्शन पर ही मुफ्त सेवा देगा। उदाहरण के लिए, किसी भी बैंक का ग्राहक महीने में 5 फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन का लाभ उठा सकता है। इन ट्रांजेक्शन्स के बाद, ग्राहकों को हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन के लिए शुल्क देना होगा। यह शुल्क अलग-अलग बैंकों में भिन्न हो सकता है और यह ट्रांजेक्शन के प्रकार (स्थानीय या इंटरचेंज) के आधार पर भी बदल सकता है।
अतिरिक्त ट्रांजेक्शन चार्ज
अगर आप अपने महीने की फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट से अधिक बार एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो आपको अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा। HDFC बैंक, PNB और इंडसइंड बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए इस शुल्क को बढ़ाने का निर्णय लिया है। उदाहरण के लिए, अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर 20 रुपये से 25 रुपये तक का चार्ज लगाया जा सकता है, जो बैंकों के हिसाब से अलग-अलग होगा।
RBI के नए नियमों का असर
1 मई 2025 से एटीएम पर ट्रांजेक्शन चार्ज में बदलाव से न केवल ग्राहकों को पैसे की बचत करने में परेशानी हो सकती है, बल्कि यह बैंकों के लिए भी एक नया वित्तीय मॉडल पेश करेगा। ग्राहकों को अब अधिक सतर्क रहना होगा कि वे कितनी बार एटीएम का इस्तेमाल करते हैं। यह परिवर्तन खासकर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो सामान्यत: एटीएम से अक्सर पैसे निकालते हैं।
इन नियमों का उद्देश्य ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग की ओर प्रोत्साहित करना भी हो सकता है, क्योंकि डिजिटल ट्रांजेक्शन्स पर कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगाया जाता।
किस बैंक ने क्या कहा?
HDFC बैंक HDFC बैंक ने अपनी नई नीति में कहा है कि अब ग्राहक महीने में केवल 5 फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन्स का लाभ उठा सकेंगे। इसके बाद, हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर 25 रुपये का चार्ज लगेगा। HDFC बैंक के अनुसार, यह कदम उनकी डिजिटल सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है, और ग्राहक अब डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का ज्यादा उपयोग करेंगे।
PNB (पंजाब नेशनल बैंक) PNB ने भी एटीएम चार्ज में वृद्धि का ऐलान किया है। PNB ने कहा है कि ग्राहकों को महीने में केवल 3 फ्री ट्रांजेक्शन मिलेगा, उसके बाद 20 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा। पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों ने कहा कि यह बदलाव उनके खर्चों को नियंत्रित करने और डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
IndusInd बैंक इंडसइंड बैंक ने भी ट्रांजेक्शन चार्ज बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके अनुसार, ग्राहकों को महीने में 4 मुफ्त ट्रांजेक्शन का लाभ मिलेगा, और उसके बाद प्रत्येक अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर 25 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। इंडसइंड बैंक ने यह बदलाव अपने ग्राहकों को अधिक डिजिटल सेवाओं की ओर मोड़ने के उद्देश्य से किया है।
क्या करें ग्राहक?
नए चार्जेस के लागू होने से पहले, ग्राहकों को अपनी एटीएम ट्रांजेक्शन की आदतों पर ध्यान देना होगा। यदि आप नियमित रूप से एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो यह समय है कि आप डिजिटल भुगतान की आदत डालें। कई बैंक अब मोबाइल बैंकिंग और ऑनलाइन लेन-देन को बढ़ावा दे रहे हैं, जो न केवल सुविधाजनक हैं बल्कि शुल्क से भी मुक्त होते हैं। इसके अलावा, अगर आपको कैश की आवश्यकता है, तो एटीएम से पैसे निकालने से पहले यह ध्यान रखें कि आपके पास कितने फ्री ट्रांजेक्शन हैं।
निष्कर्ष
1 मई 2025 से लागू होने वाले नए एटीएम चार्जेस ग्राहकों के लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आ रहे हैं। इन चार्जेस से बचने के लिए ग्राहकों को एटीएम का इस्तेमाल सोच-समझकर और सीमित करना होगा। इसके अलावा, डिजिटल बैंकिंग का अधिक इस्तेमाल करना एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है। इस बदलाव के साथ, एटीएम से पैसे निकालने की प्रक्रिया में कुछ अतिरिक्त लागत जुड़ सकती है, लेकिन इसका समाधान डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते उपयोग से संभव है।