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Vitamin B12 Deficiency: दिमाग और शरीर पर पड़ता है बुरा असर, इन गंभीर बीमारियों का बढ़ता है खतरा

  • March 25, 2025
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शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी विटामिन्स और मिनरल्स का संतुलित मात्रा में होना जरूरी है। इनमें से किसी एक की कमी भी सेहत पर बुरा प्रभाव

Vitamin B12 Deficiency: दिमाग और शरीर पर पड़ता है बुरा असर, इन गंभीर बीमारियों का बढ़ता है खतरा

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी विटामिन्स और मिनरल्स का संतुलित मात्रा में होना जरूरी है। इनमें से किसी एक की कमी भी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। विटामिन B12 (कोबालामिन) ऐसा ही एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जिसकी कमी न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। यह विटामिन दिमाग की कार्यप्रणाली, नर्वस सिस्टम और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण के लिए आवश्यक होता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

विटामिन B12

विटामिन B12 की कमी के लक्षण

विटामिन B12 की कमी के शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं:

  • थकान और कमजोरी
  • याददाश्त कमजोर होना
  • हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन
  • त्वचा का पीला पड़ना (एनीमिया के कारण)
  • मूड स्विंग्स और डिप्रेशन
  • संतुलन बनाए रखने में दिक्कत

यदि इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए, तो यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है।

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विटामिन B12 की कमी से होने वाली गंभीर बीमारियां

1. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव (डिमेंशिया और अल्जाइमर)

विटामिन B12 दिमाग के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। इसकी कमी से याददाश्त कमजोर होती है, एकाग्रता में कमी आती है और धीरे-धीरे डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कुछ शोधों के अनुसार, विटामिन B12 की कमी अल्जाइमर रोग के जोखिम को भी बढ़ा सकती है।

2. तंत्रिका तंत्र को नुकसान (नर्व डैमेज)

विटामिन B12 नर्वस सिस्टम को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी कमी से नसों को नुकसान पहुंचता है, जिससे हाथ-पैरों में झनझनाहट, सुन्नपन और दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक इसकी कमी रहने पर न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर भी हो सकते हैं।

3. एनीमिया (मेगालोब्लास्टिक एनीमिया)

विटामिन B12 रेड ब्लड सेल्स के निर्माण के लिए जरूरी है। इसकी कमी से मेगालोब्लास्टिक एनीमिया हो सकता है, जिसमें शरीर में पर्याप्त स्वस्थ रेड ब्लड सेल्स नहीं बन पाते। इससे थकान, कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं होती हैं।

4. हृदय रोगों का खतरा

विटामिन B12 की कमी से होमोसिस्टीन नामक अमीनो एसिड का स्तर बढ़ जाता है, जो हृदय रोगों और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकता है।

विटामिन B12 की कमी क्यों होती है?

  • शाकाहारी आहार: विटामिन B12 मुख्य रूप से मांस, अंडे और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। शाकाहारी लोगों में इसकी कमी होने की संभावना अधिक होती है।
  • पेट की समस्याएं: कुछ लोगों का पेट इस विटामिन को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता, जिससे कमी हो जाती है।
  • उम्र बढ़ने के साथ अवशोषण कम होना: बुजुर्गों में विटामिन B12 का अवशोषण कम हो जाता है।

कैसे पूरा करें विटामिन B12 की कमी?

  • आहार में शामिल करें: मांस, मछली, अंडे, दूध, दही और पनीर जैसे पशु-आधारित उत्पादों का सेवन करें।
  • सप्लीमेंट्स: डॉक्टर की सलाह से विटामिन B12 के सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।
  • फोर्टिफाइड फूड्स: शाकाहारी लोग सोया मिल्क, ब्रेकफास्ट सीरियल्स जैसे फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों से B12 प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

विटामिन B12 की कमी को हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह दिमाग और शरीर दोनों के लिए हानिकारक हो सकती है। संतुलित आहार और नियमित जांच से इसकी कमी को दूर किया जा सकता है। यदि आपको इसके लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

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