Iran-America Tension: जंग के मुहाने पर खड़े दो ताकतवर देश
- March 31, 2025
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अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद ईरान ने बड़ा कदम उठाते हुए
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद ईरान ने बड़ा कदम उठाते हुए
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद ईरान ने बड़ा कदम उठाते हुए अपनी मिसाइलों को लॉन्चर पर तैनात कर दिया है। यह तनाव किसी भी समय बड़े युद्ध में तब्दील हो सकता है। तेहरान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने अपने अंडरग्राउंड मिसाइल शहरों को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है और मिसाइलों को लॉन्च के लिए तैयार कर लिया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ईरान को धमकी देते हुए कहा कि अगर तेहरान ने परमाणु डील नहीं की तो अमेरिका उस पर बमबारी कर सकता है। ट्रंप के इस बयान के तुरंत बाद ही ईरान ने अपनी मिसाइलों को तैनात कर दिया और किसी भी अमेरिकी हमले का जवाब देने की तैयारी शुरू कर दी। तेहरान टाइम्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि यदि अमेरिका और उसके सहयोगी ईरान के खिलाफ कोई कदम उठाते हैं, तो उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
ईरान ने अपने अंडरग्राउंड मिसाइल सिटी को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन अंडरग्राउंड बेस में अत्याधुनिक मिसाइलें पहले से ही तैनात थीं, लेकिन अब इन्हें लॉन्चर्स पर लोड कर दिया गया है। ईरान की यह कार्रवाई दर्शाती है कि वह किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। तेहरान सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर अमेरिका किसी भी तरह का हमला करता है, तो उसे तुरंत जवाब मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिका और ईरान के बीच टकराव बढ़ता है, तो यह सिर्फ दोनों देशों तक सीमित नहीं रहेगा। पश्चिम एशिया में अस्थिरता और अधिक बढ़ सकती है, जिससे वैश्विक स्तर पर शांति को खतरा हो सकता है।
ईरान और अमेरिका के बीच 2015 में हुई परमाणु डील को ट्रंप प्रशासन ने 2018 में खत्म कर दिया था। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास बढ़ती गई है। हाल ही में ट्रंप ने यह दावा किया कि अमेरिकी अधिकारी ईरान से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन तेहरान ने इस बात से इनकार किया है। ईरान का कहना है कि वह किसी भी दबाव में आकर वार्ता नहीं करेगा और अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करेगा।
अमेरिका और ईरान के बीच मौजूदा तनाव पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गया है। अगर दोनों देशों के बीच युद्ध होता है, तो यह न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित कर सकता है। इस समय अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को दोनों देशों के बीच बातचीत को फिर से शुरू करने और तनाव को कम करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।