स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान का झूठ बेनकाब: 15 ठिकानों पर एक्शन का दावा निकला फर्जी
- May 7, 2025
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भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट अब पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है। मंगलवार देर रात भारतीय थल, वायु और नौसेना ने
भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट अब पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है। मंगलवार देर रात भारतीय थल, वायु और नौसेना ने
भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट अब पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है। मंगलवार देर रात भारतीय थल, वायु और नौसेना ने एक साझा अभियान के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। भारत की इस निर्णायक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बुरी तरह हिल गया है और अब झूठे दावों के सहारे अपनी असफलता छिपाने की कोशिश कर रहा है।
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने यह दावा किया कि उसने जवाबी कार्रवाई में भारत के 15 ठिकानों पर हमला किया है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि पाकिस्तान ने इन 15 ठिकानों का नाम तक नहीं बताया। न कोई सबूत, न कोई वीडियो, न कोई सैटेलाइट इमेजरी — सिर्फ हवा में झूठे दावे। यह स्पष्ट करता है कि पाकिस्तान केवल अपने देशवासियों को गुमराह करने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद को “शिकार” दिखाने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान की झूठ की कहानी यहीं नहीं रुकी। उसने एक पुराने वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि श्रीनगर एयरपोर्ट को निशाना बनाया गया है। लेकिन भारत सरकार के प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के फैक्ट चेक ने इस दावे की पोल खोल दी। यह वीडियो दरअसल साल 2024 में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हुई सांप्रदायिक झड़पों का था, जिसका भारत से कोई लेना-देना नहीं था।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने तो हद ही कर दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कम से कम पांच भारतीय लड़ाकू विमान मार गिराए हैं और कुछ भारतीय सैनिकों को बंदी बना लिया गया है। लेकिन न तो इसका कोई वीडियो सामने आया और न ही किसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ने इन दावों की पुष्टि की। पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने भी यही झूठ दोहराया, परंतु जब सच्चाई सामने आई तो इन बयानों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए।
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं, यह बात भारत की खुफिया एजेंसियों और सैटेलाइट डेटा से साफ है। बावजूद इसके, पाकिस्तान का दावा है कि इन हमलों में 8 नागरिकों की मौत हुई है, जिनमें 2 बच्चे भी शामिल हैं। इसका उद्देश्य भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बदनाम करना है, जबकि भारत ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि हमलों का निशाना केवल आतंकी ठिकाने थे, न कि नागरिक क्षेत्र।
पाकिस्तान की रणनीति हमेशा से ही यह रही है कि जब भी भारत कोई बड़ा कदम उठाता है, वह झूठ और दुष्प्रचार के माध्यम से वैश्विक समुदाय का ध्यान भटकाने की कोशिश करता है। इस बार भी वही हो रहा है। झूठे वीडियो, फर्जी आंकड़े, मनगढ़ंत दावे — यह सब पाकिस्तान की पुरानी आदतें हैं। लेकिन इस बार भारत ने न केवल सामरिक मोर्चे पर बल्कि सूचना युद्ध में भी पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया है।
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद विश्व के कई देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को उचित ठहराया है। संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई का समर्थन किया है। वहीं, पाकिस्तान को अपने झूठे दावों के चलते अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कोई खास सहानुभूति नहीं मिल रही है।
भारत की इस स्ट्राइक ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है, तो भारत किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है। पाकिस्तान का झूठ ज्यादा देर टिक नहीं सकता। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान अपनी धरती से आतंकवाद का समर्थन बंद करे और सच्चाई का सामना करे। भारत ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ न सिर्फ शब्दों में, बल्कि अपने कर्मों में भी पूरी तरह से सजग और सक्रिय है।