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Wakefit Preparing for ₹2000 Crore IPO: जानिए स्टार्टअप की सफलता की कहानी और बाजार में आने की योजना

  • April 12, 2025
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Wakefit एक भारतीय स्टार्टअप है जो स्लीप और होम सॉल्यूशंस जैसे मैट्रेस, बेड, वर्क फ्रॉम होम फर्नीचर, कुशन और अन्य घरेलू उपयोगी प्रोडक्ट्स प्रदान करता है। इसकी शुरुआत

Wakefit Preparing for ₹2000 Crore IPO: जानिए स्टार्टअप की सफलता की कहानी और बाजार में आने की योजना

Wakefit एक भारतीय स्टार्टअप है जो स्लीप और होम सॉल्यूशंस जैसे मैट्रेस, बेड, वर्क फ्रॉम होम फर्नीचर, कुशन और अन्य घरेलू उपयोगी प्रोडक्ट्स प्रदान करता है। इसकी शुरुआत 2016 में अंशुल गुप्ता और चैतन्य रामलिंगेगौड़ा ने की थी। उद्देश्य था—भारतीय उपभोक्ताओं को बेहतर क्वालिटी वाले उत्पाद उचित कीमतों पर उपलब्ध कराना।

इनोवेटिव बिज़नेस मॉडल, डायरेक्ट-टू-कस्टमर (D2C) अप्रोच और मजबूत ग्राहक सेवा के दम पर Wakefit ने आज देश भर में लाखों ग्राहकों का भरोसा जीता है।

Wakefit IPO

IPO की तैयारी: ₹2000 करोड़ का पब्लिक ऑफर

Wakefit अब शेयर बाजार में अपने पंख फैलाने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ₹2000 करोड़ के इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए कमर कस रही है। इसके लिए Wakefit ने तीन प्रमुख इनवेस्टमेंट बैंकर्स को हायर किया है:

  • Axis Capital
  • IIFL Capital Services
  • Nomura

इन तीनों इनवेस्टमेंट बैंकों को IPO प्रोसेस को स्ट्रक्चर करने और शेयरों की वैल्यू तय करने का जिम्मा दिया गया है।

IPO लाने के पीछे क्या है मकसद?

Wakefit के IPO लाने के पीछे कई मुख्य उद्देश्य हो सकते हैं:

  1. फंड जुटाना: ₹2000 करोड़ की राशि से कंपनी अपने मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स और मार्केटिंग नेटवर्क को और मजबूत कर सकेगी।
  2. बिज़नेस विस्तार: भारत के नए शहरों और ग्रामीण इलाकों में ब्रांड की पहुंच बढ़ाना।
  3. R&D में निवेश: प्रोडक्ट क्वालिटी और यूज़र एक्सपीरियंस को और बेहतर बनाना।
  4. ब्रांड बिल्डिंग और मार्केटिंग: डिजिटल और पारंपरिक माध्यमों में ब्रांड की मजबूत मौजूदगी सुनिश्चित करना।

Wakefit की अब तक की ग्रोथ स्टोरी

Wakefit की यात्रा एक स्लीप-सेंट्रिक ब्रांड से शुरू होकर एक होम सॉल्यूशंस कंपनी बनने तक की रही है। कुछ मुख्य मील के पत्थर:

  • 2016: कंपनी की स्थापना
  • 2017–18: ऑनलाइन मैट्रेस मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की
  • 2019–20: ‘Work from Home’ फर्नीचर की पेशकश के साथ बिज़नेस में विविधता
  • 2021: Wakefit ने ₹200 करोड़ से अधिक की फंडिंग जुटाई, जिसमें वेरलिनवेस्टर और सिकोइया कैपिटल जैसे बड़े निवेशक शामिल थे।
  • 2022: ब्रांड की रेवेन्यू ₹600 करोड़ के करीब पहुंच गई

Wakefit की खासियत: क्या बनाता है इसे अलग?

1. Direct to Consumer (D2C) मॉडल:

Wakefit अपने प्रोडक्ट्स सीधे ग्राहक तक पहुंचाता है। इससे मिडलमैन की लागत बचती है और किफायती प्राइसिंग संभव होती है।

2. इनोवेशन पर फोकस:

कंपनी लगातार ऐसे प्रोडक्ट्स बना रही है जो भारतीय ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से हों—जैसे ऑर्थोपेडिक मैट्रेस, एर्गोनॉमिक चेयर, मल्टीफंक्शनल बेड आदि।

3. यूजर-फ्रेंडली वेबसाइट और ऐप:

ग्राहकों को बेहतर एक्सपीरियंस देने के लिए कंपनी ने एक बेहद सहज डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया है।

4. 30-नाइट ट्रायल जैसी सुविधाएँ:

Wakefit ग्राहकों को प्रोडक्ट ट्राय करने का विकल्प देती है, जिससे ट्रस्ट और ब्रांड लॉयल्टी बढ़ती है।

Wakefit IPO

भारतीय IPO मार्केट में Wakefit की एंट्री क्यों खास है?

भारत का IPO मार्केट पिछले कुछ सालों में बेहद ऐक्टिव रहा है, खासकर टेक और D2C ब्रांड्स की एंट्री के साथ। Nykaa, Mamaearth और Boat जैसे ब्रांड्स ने IPO के जरिए बड़ा फंड जुटाया।

Wakefit की एंट्री इसलिए खास है क्योंकि यह:

  • एक प्रॉफिटेबल D2C ब्रांड है
  • ब्रांड रिकॉल और कस्टमर रेटेंशन में मजबूत है
  • हाई ग्रोथ और स्केलेबिलिटी के संकेत दे रहा है

निवेशकों के लिए क्या हो सकता है मौका?

Wakefit का IPO रिटेल निवेशकों के लिए भी एक अच्छा मौका बन सकता है। कारण:

  • प्रॉफिटेबल बिज़नेस मॉडल
  • ग्रोथ पोटेंशियल
  • D2C ब्रांड्स की मांग में तेजी
  • भारत के फर्नीचर और स्लीप सॉल्यूशंस मार्केट में अनएक्सप्लोर डिमांड

हालांकि, निवेश से पहले कंपनी का DRHP (Draft Red Herring Prospectus) और फाइनेंशियल्स अच्छे से समझना जरूरी होगा।

चुनौतियाँ क्या हैं?

  • कॉम्पिटिशन: Wakefit को Pepperfry, SleepyCat, Duroflex और Urban Ladder जैसे ब्रांड्स से कड़ी टक्कर मिल रही है।
  • मार्जिन प्रेशर: होम डिलीवरी, रिटर्न्स और ट्रायल पॉलिसीज़ से लॉजिस्टिक्स कॉस्ट बढ़ सकती है।
  • IPO मार्केट की मौजूदा स्थिति: अगर मार्केट सेंटिमेंट कमजोर रहा, तो लिस्टिंग परफॉर्मेंस पर असर पड़ सकता है।

निष्कर्ष: क्या Wakefit का IPO गेम चेंजर साबित होगा?

Wakefit का ₹2000 करोड़ का IPO भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक और मील का पत्थर हो सकता है। जिस तरह से कंपनी ने अपने बिज़नेस को स्केल किया है और ब्रांड वैल्यू तैयार की है, वह निवेशकों का भरोसा जीतने में मदद कर सकता है।

अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह ज़रूरी होगा कि आप DRHP पढ़ें, कंपनी के फाइनेंशियल्स का विश्लेषण करें और अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।

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