तनाव और थकान से जूझ रहीं महिलाओं के लिए अनोखा इलाज: बॉडीबिल्डर मर्दों को देखने की सलाह क्यों दे रहे हैं चीनी डॉक्टर?
May 23, 2025
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दुनिया में इलाज के कई तरीके होते हैं – कुछ पारंपरिक, कुछ वैज्ञानिक, तो कुछ इतने अनोखे कि वो सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बन जाते हैं।
दुनिया में इलाज के कई तरीके होते हैं – कुछ पारंपरिक, कुछ वैज्ञानिक, तो कुछ इतने अनोखे कि वो सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बन जाते हैं। हाल ही में चीन के एक प्रसिद्ध गायनोकॉलोजिस्ट डॉक्टर हे झेन्ये ने ऐसा ही एक अजीबो-गरीब लेकिन रोचक सुझाव दिया है, जिसने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है। डॉक्टर झेन्ये ने थकान, ब्लड डिफिशिएंसी और लो एनर्जी से जूझ रही महिलाओं को सलाह दी है कि वे बॉडीबिल्डर पुरुषों को ‘आई टॉनिक’ के रूप में देखें।
यह सलाह पहली नजर में मजाक लग सकती है, लेकिन डॉक्टर का दावा है कि इसके पीछे साइकोलॉजी और फिजियोलॉजी दोनों का गहरा संबंध है। आइए विस्तार से समझते हैं इस अनोखी थैरेपी को।
कौन हैं डॉक्टर हे झेन्ये?
डॉ. हे झेन्ये शेन्जेन स्थित हुआजोंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एक अनुभवी गायनोकॉलोजिस्ट हैं। वे सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहते हैं और चाइनीज प्लेटफॉर्म्स पर उनके 1.33 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। वह नियमित रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर जानकारी और सलाह साझा करते रहते हैं।
बॉडीबिल्डर देखने की सलाह क्यों?
डॉ. झेन्ये के अनुसार, जो महिलाएं ब्लड डिफिशिएंसी, थकावट, तनाव या मूड स्विंग जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं, वे अक्सर भावनात्मक रूप से भी असंतुलित हो जाती हैं। वे अनिद्रा, त्वचा की रंगत में कमी और रोमांटिक रिश्तों में समस्याओं जैसी समस्याओं से भी गुजरती हैं।
उनका मानना है कि जब कोई महिला ताकतवर, फिट और आकर्षक पुरुष को देखती है, तो उसके मस्तिष्क में डोपामिन और सेरोटोनिन जैसे “हैप्पी हार्मोन” रिलीज होते हैं। इससे तनाव कम होता है, मूड अच्छा होता है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
डॉक्टर ने इसे “आई टॉनिक” नाम दिया है – मतलब आंखों से देखने वाला एक प्रकार का मानसिक टॉनिक।
क्या है ‘आई टॉनिक’ का साइकोलॉजिकल असर?
यह थ्योरी पूरी तरह नई नहीं है। मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं कि खूबसूरत, मजबूत और स्वस्थ शरीर को देखना हमारे मस्तिष्क में पॉजिटिव न्यूरोलॉजिकल रिएक्शन पैदा करता है। यह ठीक उसी तरह है जैसे कोई खूबसूरत जगह देखने पर हमारे मन को शांति मिलती है।
डॉ. झेन्ये का कहना है कि बॉडीबिल्डर्स को देखना महिलाओं में आत्मबल और रोमांच की भावना जगा सकता है, जिससे वे अपने अंदर नई ऊर्जा महसूस कर सकती हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
इस वीडियो के वायरल होने के बाद चीन ही नहीं, दुनियाभर में लोगों ने इस पर अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया दी है। कुछ लोग इसे मनोरंजक मान रहे हैं, तो कुछ लोग इसे महिलाओं के प्रति सेक्सिस्ट और सतही नजरिया कह रहे हैं।
वहीं, कुछ महिलाओं ने इसे हल्के-फुल्के अंदाज़ में लिया और कहा कि “अगर बॉडीबिल्डर देखने से मूड अच्छा होता है, तो इसमें बुराई ही क्या है?”
कई लोगों का कहना है कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को लेकर अगर कोई हल्का-फुल्का उपाय असर करता है, तो उसे अपनाने में कोई बुराई नहीं है।
क्या यह मेडिकल रूप से मान्य है?
हालांकि इस तरह की सलाह मेडिकल टेक्स्टबुक्स में नहीं मिलेगी, परंतु यह बात जरूर माननी होगी कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए विजुअल और भावनात्मक उत्तेजना का एक महत्वपूर्ण स्थान है। दुनियाभर में कई थेरेपीज़ – जैसे म्यूजिक थेरेपी, आर्ट थेरेपी, पेट थेरेपी – में भी इसी सिद्धांत का उपयोग होता है।
बॉडीबिल्डर देखने जैसी सलाह शायद नई है, लेकिन इसका उद्देश्य महिलाओं को तनाव से राहत देना ही है।
निष्कर्ष
डॉ. हे झेन्ये की यह सलाह पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों से जरूर अलग है, लेकिन यह महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य को हल्के-फुल्के, सकारात्मक तरीके से संभालने की एक दिलचस्प कोशिश है। भले ही यह इलाज हर किसी के लिए ना हो, लेकिन इससे एक जरूरी बातचीत शुरू हुई है – कि महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।