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Tata Capital IPO: जानिए इश्यू साइज, लिस्टिंग डेडलाइन और कंपनी की वित्तीय स्थिति से जुड़ी हर अहम बात

  • April 7, 2025
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भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए जल्द ही एक और बड़ा मौका दस्तक देने जा रहा है। Tata Group की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी Tata Capital Ltd. जल्द

Tata Capital IPO: जानिए इश्यू साइज, लिस्टिंग डेडलाइन और कंपनी की वित्तीय स्थिति से जुड़ी हर अहम बात

भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए जल्द ही एक और बड़ा मौका दस्तक देने जा रहा है। Tata Group की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी Tata Capital Ltd. जल्द ही IPO (Initial Public Offering) लाने की तैयारी में है। इस IPO को लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्सुकता देखने को मिल रही है, खासकर कंपनी की मजबूत कारोबारी स्थिति और टाटा ब्रांड की विश्वसनीयता को देखते हुए।

Tata Capital IPO

IPO लिस्टिंग की डेडलाइन क्या है?

Tata Capital का IPO लाने की प्रक्रिया पर नज़र डालें तो सेबी (SEBI) के नियमों के तहत टाटा संस को सितंबर 2025 तक Tata Capital को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराना जरूरी है। यह नियम उन कंपनियों के लिए है जिनकी नेटवर्थ ₹1,000 करोड़ से अधिक है और जो लगातार तीन वर्षों तक इस सीमा में आती हैं।

इश्यू साइज और शेयर बिक्री की संभावना

फिलहाल IPO का सटीक इश्यू साइज तय नहीं किया गया है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ₹15,000 से ₹20,000 करोड़ तक का हो सकता है। यह Tata Group के इतिहास का सबसे बड़ा IPO बन सकता है।
इस IPO में Tata Sons आंशिक हिस्सेदारी की बिक्री कर सकती है और साथ ही कंपनी नए शेयर जारी करके पूंजी जुटा सकती है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति – निवेशकों के लिए मजबूत संकेत

Tata Capital की वित्तीय स्थिति बेहद सशक्त रही है:

  • FY 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू ₹18,178 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34% की शानदार वृद्धि है।
  • इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा ₹3,150 करोड़ पर पहुंच गया, जो अब तक का रिकॉर्ड स्तर है।
  • FY 2024-25 की पहली छमाही में ही Tata Capital ने ₹1,825 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो सालाना आधार पर 21% की ग्रोथ दर्शाता है।

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि कंपनी की ग्रोथ स्थिर और मजबूत बनी हुई है, जो निवेशकों के लिए भरोसे का संकेत है।

किन क्षेत्रों में Tata Capital का फोकस है?

Tata Capital मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में काम करती है:

  • कंज्यूमर लोन (व्यक्तिगत ऋण, होम लोन, ऑटो लोन)
  • SME फाइनेंसिंग
  • इंफ्रास्ट्रक्चर और कॉर्पोरेट फाइनेंस
  • इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट और एडवाइजरी सेवाएं

निवेशकों के लिए क्या है खास?

  • Tata ब्रांड के चलते कंपनी की विश्वसनीयता बेहद ऊंची है।
  • लगातार मजबूत फाइनेंशियल परफॉर्मेंस इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है।
  • वित्तीय सेक्टर में तेजी और डिजिटलीकरण से कंपनी को भविष्य में भी लाभ मिलने की उम्मीद है।

निष्कर्ष:
Tata Capital का IPO भारतीय शेयर बाजार में एक बड़ी घटना साबित हो सकता है। अगर आप लॉन्ग टर्म निवेश की सोच रहे हैं और मजबूत फंडामेंटल्स वाली कंपनी में हिस्सेदारी चाहते हैं, तो Tata Capital के IPO पर नज़र बनाए रखना समझदारी होगी।

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