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ऑपरेशन सिंदूर की गूंज से कांपा पाकिस्तान, सेना ने खुद स्वीकारी बर्बादी की दास्तान

  • May 7, 2025
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भारतीय सेना द्वारा हाल ही में किए गए सटीक और रणनीतिक सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज अब पाकिस्तान के अंदर तक सुनाई देने लगी है। इस ऑपरेशन

ऑपरेशन सिंदूर की गूंज से कांपा पाकिस्तान, सेना ने खुद स्वीकारी बर्बादी की दास्तान

भारतीय सेना द्वारा हाल ही में किए गए सटीक और रणनीतिक सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज अब पाकिस्तान के अंदर तक सुनाई देने लगी है। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के विभिन्न आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर करारा जवाब दिया था। इस कार्रवाई के बाद अब पाकिस्तान की सेना की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने हमलों की पुष्टि की है और बताया है कि भारतीय हमलों के कारण पाकिस्तान को कितना नुकसान उठाना पड़ा है।

ISPR का बयान: कबूलनामा या मजबूरी?

पाकिस्तान की सेना की पब्लिक रिलेशन विंग ISPR (Inter-Services Public Relations) ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि भारत की ओर से यह सैन्य कार्रवाई बुधवार की रात लगभग 1 बजे की गई। ISPR ने यह भी दावा किया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK के कई इलाकों को निशाना बनाया, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही हुई है।

पाकिस्तानी सेना ने बताया कि कम से कम छह अलग-अलग स्थानों पर हमले किए गए और इन स्थानों पर कुल 24 हमलों के निशान मिले हैं। यह संख्या पाकिस्तान की खुद की स्वीकारोक्ति है, जो यह दर्शाती है कि भारतीय वायुसेना ने न केवल सटीकता से हमला किया बल्कि एक ही समय में कई ठिकानों को टारगेट किया। इन हमलों में अत्याधुनिक तकनीकों और हथियारों का प्रयोग किया गया, जिसमें स्टैंडऑफ क्रूज़ मिसाइल, लॉटरिंग म्यूनिशन और BVR सिस्टम जैसे उन्नत सैन्य उपकरणों का उपयोग किया गया।

हताहतों की संख्या और घायलों का हाल

पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इन हमलों में अब तक 8 लोगों की जान गई है, जबकि 35 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हालांकि ये आंकड़े पाकिस्तान की ओर से जारी किए गए हैं और संभव है कि हताहतों की वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो। इस प्रकार की सैन्य कार्रवाई में अक्सर वहां की सरकार या सेना हकीकत को छिपाने की कोशिश करती है, लेकिन ISPR की स्वीकारोक्ति से साफ हो गया है कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क की कमर तोड़ दी है।

पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

इस हमले के बाद पाकिस्तान ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहन चिंताओं का प्रदर्शन किया है। भारत की इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकाने कितने असुरक्षित हैं और किस तरह भारत की सेना अब अपनी सीमाओं से बाहर जाकर भी आतंकवाद का सफाया करने में सक्षम है।

भारत की इस सटीक कार्रवाई से पाकिस्तान की पूरी सुरक्षा व्यवस्था हिल गई है। एक तरफ जहां सेना ने नुकसान की पुष्टि की है, वहीं दूसरी ओर सरकार ने देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड में डाल दिया है। खासकर पश्चिमी पंजाब और पीओके क्षेत्र में सेना की तैनाती को और मजबूत किया गया है।

उड़ानों पर रोक और हवाई क्षेत्र की स्थिति

भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से अपने पूरे हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। यह कदम देश की आंतरिक सुरक्षा की स्थिति को दर्शाता है, जिसमें पाकिस्तान को यह डर है कि भारत की ओर से आगे और भी हमले हो सकते हैं।

पाकिस्तान ने अपने सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया है। इतना ही नहीं, जो फ्लाइट्स उस समय पाकिस्तान के किसी हवाई अड्डे पर लैंड करने वाली थीं, उन्हें कराची एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट कर दिया गया। यह फैसला हड़बड़ी में लिया गया था, जो यह साबित करता है कि भारतीय हमले से पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा प्रणाली और एयर ट्रैफिक कंट्रोल भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है।

सटीकता और रणनीति: भारतीय सेना की श्रेष्ठता का प्रमाण

‘ऑपरेशन सिंदूर’ में जिस तरह की सटीकता और सैन्य समन्वय देखने को मिला, वह आधुनिक सैन्य अभियानों का बेहतरीन उदाहरण बन गया है। भारतीय सेना ने रात के अंधेरे में, दुश्मन की सीमा के भीतर घुसकर इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की और फिर सुरक्षित लौट भी आई — यह भारत की सैन्य तैयारी और तकनीकी क्षमता का परिचायक है।

तीनों सेनाओं — वायुसेना, नौसेना और थल सेना — के संयुक्त प्रयास से अंजाम दिए गए इस ऑपरेशन में, आतंकियों के प्रशिक्षण केंद्रों, हथियारों के भंडारण अड्डों और मुख्यालयों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान भले ही इसे “आक्रामक कार्रवाई” कहे, लेकिन भारत ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि यह ऑपरेशन केवल आतंकी ठिकानों पर केंद्रित था, और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य संस्थान को टारगेट नहीं किया गया

अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की किरकिरी

भारत के इस निर्णायक कदम के बाद पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी जवाब देने की स्थिति में नहीं है। एक तरफ वह खुद यह स्वीकार कर रहा है कि उसके देश में आतंकी गतिविधियां हो रही हैं, और दूसरी तरफ वह यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि वह इस हमले का “शिकार” बना है। यह दोहरी नीति अब दुनिया के सामने बेनकाब होती जा रही है।

भारत ने अपनी कार्रवाई से यह संदेश दिया है कि वह अब किसी भी आतंकी हमले का जवाब न केवल सीमाओं पर देगा, बल्कि उस जड़ को खत्म करेगा जहां से आतंकवाद को समर्थन और प्रशिक्षण मिलता है। पाकिस्तान की ओर से आया यह आधिकारिक बयान अब उसकी कमजोर सुरक्षा व्यवस्था और आतंक के प्रति सहानुभूति को खुद ही उजागर करता है।

निष्कर्ष

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सैन्य शक्ति और उसकी रणनीतिक क्षमता का एक बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है। पाकिस्तान की सेना का यह कबूलनामा इस बात का प्रमाण है कि भारत की कार्रवाई ने आतंकिस्तान की नींव को हिला कर रख दिया है। ISPR की ओर से जारी बयान न केवल भारतीय सेना की प्रभावशीलता की पुष्टि करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पाकिस्तान अब केवल अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण ही सही, पर सच्चाई स्वीकारने को मजबूर हो गया है।

भारत ने इस ऑपरेशन के जरिए आतंकियों और उनके संरक्षकों को यह साफ संदेश दे दिया है कि अब हर हमले की कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी — वह भी उसी तीव्रता और ताकत के साथ।

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