मस्जिद में ‘जय श्रीराम’ के नारे लगने से विवाद, MLA बालमुकुंद पर कार्रवाई की मांग
- April 26, 2025
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दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम में राजस्थान की राजधानी जयपुर
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम में राजस्थान की राजधानी जयपुर
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम में राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी आक्रोश फूटा और जगह-जगह प्रदर्शन किए गए। लेकिन एक विरोध प्रदर्शन के दौरान हालात तब बिगड़ गए जब बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ लिखे पोस्टर लेकर आए।
प्रदर्शन के समापन के बाद विधायक बालमुकुंद आचार्य और उनके समर्थक जौहरी बाजार स्थित एक मस्जिद के बाहर पहुंचे और वहां पोस्टर चिपकाकर ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए। यह वही मस्जिद है जहां 31 मार्च को ईद के मौके पर भगवाधारी हिंदुओं ने नमाजियों पर फूल बरसाए थे और इसे सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बताया गया था।
मौके पर मौजूद लोगों का आरोप है कि विधायक और उनके समर्थकों ने सिर्फ ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ ही नहीं, बल्कि अन्य आपत्तिजनक नारे भी लगाए, जिससे इलाके का माहौल तनावपूर्ण हो गया। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में लोग मस्जिद के बाहर एकत्र होकर प्रदर्शन और नारेबाज़ी करने लगे और विधायक बालमुकुंद के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग तेज़ हो गई।
स्थिति को गंभीर होते देख पुलिस कमिश्नर और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बात कर शिकायत लेकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद देर रात जाकर प्रदर्शन खत्म हुआ।
इस पूरे मामले पर बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने सफाई दी है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान मुर्दाबाद बोलने से किसी को क्या आपत्ति हो सकती है? जो इसका विरोध कर रहे हैं, वे पाकिस्तान समर्थक हैं।” उनके इस बयान के बाद विवाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है और जयपुर में आज भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था। हमलावरों ने कथित तौर पर धर्म पूछकर गोली मारी, जिससे पूरे देश में गुस्सा और आक्रोश फैल गया है। इस घटना के बाद कुछ संगठनों द्वारा मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नारेबाज़ी और माहौल बिगाड़ने की कोशिशें भी देखी जा रही हैं, जिससे सामाजिक ताना-बाना प्रभावित हो सकता है।
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