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कनाडा चुनाव 2025: खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की हार, इस्तीफा देने पर पहुंचे, पार्टी को भी बड़ा झटका

  • April 30, 2025
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Canada Election 2025: कनाडा के 2025 चुनाव में जगमीत सिंह की हार ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता और खालिस्तान समर्थक के

कनाडा चुनाव 2025: खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की हार, इस्तीफा देने पर पहुंचे, पार्टी को भी बड़ा झटका

Canada Election 2025: कनाडा के 2025 चुनाव में जगमीत सिंह की हार ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता और खालिस्तान समर्थक के रूप में पहचाने जाने वाले सिंह ने अपनी सीट गंवा दी, जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा भी दे दिया। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत हार थी, बल्कि उनकी पार्टी को भी बड़ा झटका लगा, जिससे पार्टी के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं।

सिंह को अपने निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 27 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी चांग को 40 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले, जो उनकी जीत का मुख्य कारण साबित हुआ। इस हार ने न केवल सिंह को अपार राजनीतिक नुकसान पहुंचाया, बल्कि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय दर्जे पर भी संकट खड़ा कर दिया, क्योंकि NDP अब 12 सीटें हासिल करने के कगार पर है, जो कि राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के लिए जरूरी है

चुनाव परिणाम: सिंह की हार का कारण

जगमीत सिंह के लिए यह चुनावी परिणाम एक बड़ा झटका है, खासकर तब जब वह एक प्रमुख राजनीतिक नेता थे और उन्होंने अपनी पार्टी को एक नई दिशा देने की कोशिश की थी। सिंह की हार के कारणों पर कई विश्लेषक बात कर रहे हैं:

  1. वोटों का विभाजन:
    सिंह के 27 प्रतिशत वोट को देखे तो यह उनके प्रतिद्वंद्वी के मुकाबले काफी कम था। उनके सामने आए चांग के 40 प्रतिशत वोट ने उनकी हार को सुनिश्चित किया। यह दर्शाता है कि वोटों का विभाजन उनके पक्ष में नहीं था।
  2. पार्टी का रुझान:
    NDP के लिए यह एक और बड़ा झटका था, क्योंकि पार्टी पहले से ही राष्ट्र स्तर पर अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही थी। चुनाव से पहले ही पार्टी में कई बदलाव और आंतरिक संघर्षों की खबरें सामने आ रही थीं, जो चुनाव परिणाम पर असर डालने वाली हो सकती थीं।
  3. खालिस्तान मुद्दा:
    सिंह की खालिस्तान समर्थक छवि ने उनके चुनावी अभियान को प्रभावित किया। हालांकि उन्होंने हमेशा कनाडा की संप्रभुता और एकता का समर्थन किया है, फिर भी यह मुद्दा कई वोटरों के लिए चिंता का कारण बना, जिससे उन्हें खासकर भारतीय मूल के समुदाय में समर्थन में कमी आई।
कनाडा चुनाव 2025

NDP के लिए यह हार कितनी बड़ी समस्या है?

सिंह की हार और NDP के कम वोटों का असर सिर्फ उनके नेता पर ही नहीं, बल्कि पार्टी की राष्ट्रीय स्थिति पर भी पड़ा है। NDP को राष्ट्र स्तर पर अपनी पहचान बनाए रखने के लिए कम से कम 12 सीटें जीतनी होती हैं, लेकिन इस चुनाव में उन्हें अपनी सीटों का आंकड़ा गिरता हुआ दिख रहा है।

यह स्थिति NDP के लिए खतरे की घंटी हो सकती है, क्योंकि राष्ट्र स्तर पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा बनाए रखने के लिए 12 सीटों का होना अनिवार्य है। यदि पार्टी यह सीटें हासिल करने में नाकाम रहती है, तो यह भविष्य में पार्टी के संसदीय प्रभाव को कमजोर कर सकता है।

जगमीत सिंह का इस्तीफा: क्या आगे का रास्ता क्या होगा?

सिंह ने अपनी हार के बाद अपना इस्तीफा दे दिया है, लेकिन इस फैसले से पार्टी और उनके समर्थक काफी हैरान हैं। उनका यह कदम पार्टी की आंतरिक स्थिति को स्थिर करने की कोशिश के रूप में देखा जा सकता है, ताकि पार्टी किसी तरह से नेतृत्व में बदलाव के बाद अपनी स्थिति को फिर से मजबूत कर सके

आगे का रास्ता NDP के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा। पार्टी को अब नए नेतृत्व के लिए चुनाव करना होगा, और साथ ही उसे अपनी आंतरिक नीति और अभियान रणनीतियों पर भी ध्यान केंद्रित करना होगा।

क्या खालिस्तान समर्थक मुद्दा कनाडा की राजनीति में बनेगा?

जगमीत सिंह की खालिस्तान समर्थक छवि ने निश्चित रूप से उनकी राजनीति पर गहरी छाप छोड़ी है। हालांकि उन्होंने हमेशा कनाडा की एकता और संप्रभुता का समर्थन किया है, लेकिन उनकी छवि और उनके द्वारा खड़े किए गए मुद्दे कई बार चुनावों में उनके खिलाफ गए। यह सवाल अब उठता है कि क्या खालिस्तान समर्थक मुद्दा कनाडा की राजनीति में भविष्य में और बड़ा मुद्दा बनेगा, खासकर भारतीय समुदाय के बीच।

कनाडा में रहने वाले भारतीय मूल के लोग खालिस्तान आंदोलन को लेकर विभाजित रहे हैं। कुछ लोग इसे आतंकवाद और विभाजनकारी विचारधारा के रूप में देखते हैं, जबकि कुछ इसे संप्रभुता और स्वशासन के लिए एक संघर्ष मानते हैं। इस मुद्दे का कनाडा की राजनीति में बढ़ता हुआ प्रभाव न केवल भारतीय मूल के समुदाय को प्रभावित करेगा, बल्कि अन्य समुदायों में भी राजनीतिक ध्रुवीकरण को जन्म दे सकता है।

निष्कर्ष

कनाडा के 2025 चुनाव ने जगमीत सिंह के लिए राजनीतिक बदलाव की शुरुआत की है। उनकी हार ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत रूप से नुकसान पहुंचाया है, बल्कि NDP के भविष्य पर भी सवाल उठाए हैं। पार्टी के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती अपनी राष्ट्रीय स्थिति को बनाए रखना और एक स्थिर नेतृत्व के साथ आगे बढ़ना होगा।

जगमीत सिंह का इस्तीफा यह दर्शाता है कि वह पार्टी को नई दिशा देने की कोशिश करेंगे, लेकिन आगामी दिनों में पार्टी को अपने राजनीतिक मुद्दों और रणनीतियों पर पुनः विचार करने की आवश्यकता होगी। इस बीच, यह भी देखना होगा कि खालिस्तान समर्थक मुद्दा कनाडा की राजनीति में किस दिशा में आगे बढ़ेगा।

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