ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंजाब में अलर्ट: अमृतसर एयरपोर्ट बंद, मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट से युद्ध जैसी तैयारी
May 8, 2025
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भारत की सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देश की सीमाओं पर बढ़े तनाव के बीच पंजाब में सुरक्षा को लेकर चौकसी चरम पर है। पाकिस्तान की ओर
भारत की सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देश की सीमाओं पर बढ़े तनाव के बीच पंजाब में सुरक्षा को लेकर चौकसी चरम पर है। पाकिस्तान की ओर से संभावित प्रतिक्रिया को देखते हुए पंजाब के कई जिलों में मॉक ड्रिल, ब्लैकआउट रिहर्सल और हवाई हमले की तैयारी शुरू कर दी गई है। अमृतसर जैसे संवेदनशील शहर में तो हवाई अड्डा भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
इस लेख में जानिए कैसे पंजाब युद्ध जैसी स्थिति के लिए खुद को तैयार कर रहा है, किन-किन जिलों में ब्लैकआउट हुआ और प्रशासन ने लोगों से क्या अपील की है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा तनाव
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इसके बाद से सीमा पार से गोलीबारी और तनाव की खबरें लगातार आ रही हैं। इसी के चलते पंजाब में भी सुरक्षा व्यवस्था को चौकस कर दिया गया है।
अमृतसर एयरपोर्ट पूरी तरह बंद
सबसे बड़ा कदम अमृतसर एयरपोर्ट को बंद करना रहा। एडीसीपी-2 सिरिवेनेला ने बताया कि प्रशासन को सुरक्षा एजेंसियों से अलर्ट मिला था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया।
“हमें निर्देश मिला कि सभी उड़ानें रद्द की जाएं और एयरपोर्ट को अगली सूचना तक बंद किया जाए।”
यह फैसला भले ही अस्थायी हो, लेकिन इससे यह साफ है कि केंद्र और राज्य सरकारें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।
मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट से युद्ध जैसी तैयारी
अमृतसर में रात करीब 1:30 बजे अचानक ब्लैकआउट किया गया। इसके पहले 10:30 बजे से 11 बजे तक भी बिजली बंद कर मॉक ड्रिल की गई थी।
इस दौरान प्रशासन ने लाउडस्पीकर और मोबाइल मैसेज के जरिए लोगों से अपील की कि वे घरों में ही रहें, घबराएं नहीं, लाइट बंद रखें और खिड़की-दरवाजे बंद रखें।
इस तरह के मॉक ड्रिल्स का मकसद लोगों को किसी संभावित युद्ध या हवाई हमले के दौरान खुद को सुरक्षित रखने की तैयारी कराना है।
कौन-कौन से जिले रहे शामिल?
पंजाब में लुधियाना, फिरोजपुर, गुरदासपुर, बठिंडा, होशियारपुर, पटियाला, पठानकोट, बरनाला और मोहाली जैसे शहरों में मॉक ड्रिल कराए गए।
इन जिलों में बिजली कटौती कर ब्लैकआउट रिहर्सल की गई और लोगों को बताया गया कि अगर असली हमले की स्थिति बनती है, तो उन्हें क्या-क्या सावधानियां रखनी होंगी।
मोहाली और चंडीगढ़ में भी अलर्ट
मोहाली और चंडीगढ़ जैसे बड़े और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भी ब्लैकआउट किया गया।
मोहाली और चंडीगढ़: शाम 7:30 बजे से 7:40 बजे तक बिजली बंद।
संगरूर: रात 8:30 से 8:40 बजे तक मॉक ड्रिल।
लुधियाना: रात 8:00 से 8:30 बजे तक।
फिरोजपुर: रात 9:00 से 9:30 बजे तक।
सायरन बजाकर लोगों को चेतावनी दी गई और निर्देश दिए गए कि वे घरों में ही रहें।
अस्पतालों को मिली राहत
हालांकि मॉक ड्रिल के दौरान आम बाजारों, मॉल्स और घरों की बिजली काटी गई, लेकिन अस्पतालों और मेडिकल सुविधाओं को इससे मुक्त रखा गया। इससे यह सुनिश्चित किया गया कि इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित न हों।
प्रशासन का संदेश: घबराएं नहीं, सतर्क रहें
अमृतसर के जनसंपर्क अधिकारी ने स्पष्ट किया कि ये केवल रिहर्सल हैं और जनता को डरने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा:
“यह सब आपकी सुरक्षा के लिए है। कृपया सहयोग करें और अफवाहों से बचें।”
लोगों से कहा गया कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और जब तक प्रशासन कोई सूचना न दे, तब तक शांतिपूर्ण ढंग से अपने स्थान पर रहें।
निष्कर्ष: सीमाओं पर चौकसी, शहरों में तैयारी
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत का यह रुख साफ है कि देश किसी भी परिस्थिति का सामना करने को तैयार है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंजाब में चल रही ये तैयारियां इसी की पुष्टि करती हैं।
जहां एक ओर सेना सीमा पर मोर्चा संभाले हुए है, वहीं प्रशासन और नागरिक मिलकर देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।