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Windows यूज़र्स रहें सतर्क! हैकर्स ने बनाया नया टारगेट, ऐसे बचाएं अपना पर्सनल डेटा

  • May 29, 2025
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अगर आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या ऑफिस सिस्टम में Microsoft के किसी भी सॉफ्टवेयर या सर्विस का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है।

Windows यूज़र्स रहें सतर्क! हैकर्स ने बनाया नया टारगेट, ऐसे बचाएं अपना पर्सनल डेटा

अगर आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या ऑफिस सिस्टम में Microsoft के किसी भी सॉफ्टवेयर या सर्विस का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाली साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) ने Microsoft यूज़र्स के लिए एक हाई-सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया है।

क्या है खतरे की असली वजह?

CERT-In की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि Microsoft के कई प्रमुख प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ में गंभीर सुरक्षा खामियां (Vulnerabilities) पाई गई हैं। इन कमजोरियों का फायदा साइबर अपराधी उठाकर:

  • आपका निजी डेटा चुरा सकते हैं,
  • आपके सिस्टम पर रैंसमवेयर अटैक कर सकते हैं,
  • सिस्टम को क्रैश या पूरी तरह लॉक कर सकते हैं,
  • और आपके सिस्टम में दूर से कोड रन कर सकते हैं।

ये खतरा न सिर्फ पुराने कंप्यूटरों या व्यक्तिगत यूज़र्स तक सीमित है, बल्कि ये बड़े-बड़े ऑफिस, डेटा सेंटर और क्लाउड सर्वर तक फैल सकता है।

किन Microsoft प्रोडक्ट्स पर सबसे ज्यादा खतरा?

इस चेतावनी में जिन प्रोडक्ट्स और सेवाओं को शामिल किया गया है, उनमें ये प्रमुख हैं:

  • Microsoft Windows (सभी वर्जन, जिनमें एक्सटेंडेड सिक्योरिटी अपडेट्स मिलते हैं)
  • Microsoft Office Suite (जैसे Word, Excel, PowerPoint आदि)
  • Microsoft Azure (Cloud Services)
  • Microsoft Developer Tools
  • Microsoft Dynamics
  • Microsoft Apps
  • Microsoft System Center

इन सभी सॉफ्टवेयर और टूल्स का इस्तेमाल दुनियाभर में करोड़ों लोग करते हैं, जिससे खतरे का स्तर और भी बढ़ जाता है।

साइबर अटैकर्स क्या कर सकते हैं इन कमज़ोरियों से?

CERT-In का कहना है कि इन सिक्योरिटी गड़बड़ियों के ज़रिए साइबर अटैकर्स आपके सिस्टम में बिना अनुमति के घुस सकते हैं और:

  • दूर से सिस्टम का कंट्रोल ले सकते हैं,
  • एडमिन एक्सेस हासिल कर सकते हैं,
  • आपकी संवेदनशील जानकारी चुरा सकते हैं,
  • सिस्टम की सुरक्षा को बायपास कर सकते हैं,
  • आपकी पहचान की नकल कर के लॉगइन कर सकते हैं,
  • और सबसे खतरनाक – आपके पूरे सिस्टम को लॉक करके DoS (Denial of Service) अटैक कर सकते हैं।

किन यूज़र्स को है सबसे ज्यादा खतरा?

अगर आप इनमें से कोई भी हैं, तो सतर्क हो जाइए:

  • ऑफिस या सरकारी सिस्टम चलाने वाले IT एडमिन
  • क्लाउड और सर्वर आधारित काम करने वाले प्रोफेशनल्स
  • छोटे-बड़े बिज़नेस जो Microsoft टूल्स पर निर्भर हैं
  • सामान्य यूज़र्स जो अपने पर्सनल पीसी या लैपटॉप में Windows OS और Office Apps इस्तेमाल करते हैं

सभी यूज़र्स को तुरंत जरूरी कदम उठाने की सलाह दी गई है।

अब सवाल है – क्या करें? कैसे बचें इस खतरे से?

CERT-In ने कुछ अहम सुझाव दिए हैं, जिनका पालन करके आप अपने सिस्टम और डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं:

✅ 1. सिस्टम अपडेट करें

अपने डिवाइस की Settings > Windows Update में जाएं और वहां मौजूद सभी लेटेस्ट अपडेट्स को तुरंत इंस्टॉल करें।

✅ 2. Auto Update चालू रखें

Windows और Office जैसे Microsoft प्रोडक्ट्स की सेटिंग्स में जाकर ऑटोमैटिक अपडेट ऑन करें ताकि हर नया सिक्योरिटी पैच खुद-ब-खुद इंस्टॉल होता रहे।

✅ 3. सिस्टम को रीस्टार्ट करें

अपडेट करने के बाद कंप्यूटर या लैपटॉप को रीस्टार्ट जरूर करें, ताकि सभी नए बदलाव पूरी तरह से लागू हो सकें।

✅ 4. संदिग्ध लिंक से रहें दूर

कोई भी अनजान ईमेल, लिंक या अटैचमेंट ओपन न करें। ये अक्सर फ़िशिंग और मैलवेयर अटैक्स का जरिया होते हैं।

✅ 5. एंटीवायरस और सिक्योरिटी टूल्स अपडेट रखें

अपने डिवाइस में इंस्टॉल किए गए एंटीवायरस या एंटी-मैलवेयर सॉफ्टवेयर को लेटेस्ट वर्जन पर रखें और नियमित स्कैन करते रहें।

अंतिम सलाह:

माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर्स जितने लोकप्रिय और उपयोगी हैं, उतना ही वे साइबर अटैकर्स के निशाने पर भी रहते हैं। इसीलिए हर यूज़र की जिम्मेदारी है कि वे अपने सिस्टम को समय-समय पर अपडेट करते रहें और डिजिटल सेफ्टी की बेसिक आदतों को अपनाएं।

यदि आपने अभी तक अपने सिस्टम की सिक्योरिटी चेक नहीं की है, तो आज ही जरूरी अपडेट्स इंस्टॉल करें और अपने डिवाइस को संभावित खतरों से बचाएं। एक छोटा सा कदम, आपके कीमती डेटा और सिस्टम को बड़ी मुसीबत से बचा सकता है।

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