Google की मुसीबतें बढ़ीं, एंटीट्रस्ट केस में हार के बाद क्या बेचना पड़ेगा Ad मैनेजर
- April 21, 2025
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Google Ad Manager की बिक्री की नौबत: टेक वर्ल्ड की दिग्गज कंपनी Google को एक बड़ा झटका लगा है। अमेरिका की एक फेडरल कोर्ट ने हाल ही में
Google Ad Manager की बिक्री की नौबत: टेक वर्ल्ड की दिग्गज कंपनी Google को एक बड़ा झटका लगा है। अमेरिका की एक फेडरल कोर्ट ने हाल ही में
Google Ad Manager की बिक्री की नौबत: टेक वर्ल्ड की दिग्गज कंपनी Google को एक बड़ा झटका लगा है। अमेरिका की एक फेडरल कोर्ट ने हाल ही में दिए गए फैसले में गूगल को एंटीट्रस्ट (प्रतिस्पर्धा विरोधी) कानूनों के उल्लंघन का दोषी ठहराया है। कोर्ट ने साफ कहा कि गूगल ने डिजिटल विज्ञापन के क्षेत्र में अवैध रूप से एकाधिकार (मोनोपोली) स्थापित किया, जिससे बाजार में प्रतिस्पर्धा को गंभीर नुकसान पहुंचा। यह फैसला गूगल के लिए बेहद अहम है क्योंकि कंपनी की सबसे बड़ी कमाई का जरिया उसका विज्ञापन व्यवसाय ही है।
पिछले चार महीनों में यह दूसरी बार है जब गूगल को मोनोपोली के आरोपों में हार का सामना करना पड़ा है। कोर्ट के इस फैसले के बाद अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet पर दबाव डाल सकता है कि वह Google Ad Manager को बेच दे। यह वही प्लेटफॉर्म है जो दुनियाभर की लाखों वेबसाइट्स के विज्ञापन संचालन को मैनेज करता है।
साल 2023 में गूगल ने केवल विज्ञापन कारोबार से लगभग 237.9 बिलियन डॉलर (करीब 19.86 लाख करोड़ रुपये) की कमाई की थी, जो Microsoft और Baidu जैसे प्रतिद्वंद्वियों से कहीं ज्यादा है। लेकिन अब यही कमाई का बड़ा जरिया गूगल के लिए कानूनी मुसीबत का कारण बन गया है।
कोर्ट के ताजा फैसले से यह आशंका बढ़ गई है कि गूगल को अपने Ad Manager और DoubleClick जैसे अधिग्रहित प्लेटफॉर्म्स को अलग करना पड़ सकता है। हालांकि, गूगल का दावा है कि उसने केस का एक हिस्सा जीत लिया है और बाकी फैसले के खिलाफ अपील करेगा।
गूगल की वाइस प्रेसिडेंट ऑफ रेगुलेटरी अफेयर्स ली-ऐन मुलहॉलैंड ने बयान में कहा, “हम कोर्ट के उस हिस्से से सहमत नहीं हैं जिसमें यह कहा गया कि हमारे पब्लिशर टूल्स ने बाजार को नुकसान पहुंचाया है। पब्लिशर्स के पास कई विकल्प मौजूद होते हैं, लेकिन उन्होंने गूगल इसलिए चुना क्योंकि हमारा टूल सरल, सस्ता और प्रभावशाली है।”
गूगल अकेली कंपनी नहीं है जो इस तरह के आरोपों का सामना कर रही है। Meta (पहले Facebook) पर भी ऐसा ही केस चल रहा है, जिसमें उस पर WhatsApp और Instagram जैसे प्लेटफॉर्म्स को खरीदकर प्रतिस्पर्धा खत्म करने का आरोप है। यह मामला फिलहाल ट्रायल के चरण में है।
इतना ही नहीं, गूगल एक अन्य एंटीट्रस्ट केस का भी सामना कर रही है, जिसका ट्रायल इसी महीने के अंत में शुरू होने की संभावना है। आने वाले समय में यूरोपीय यूनियन और भारत जैसे देशों में भी गूगल के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। यहां तक कि जापान के फेयर ट्रेड कमीशन ने भी गूगल को एंटीट्रस्ट सीज ऑर्डर जारी किया है।
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