2026 तक इंसानों की नौकरी पर मंडराएगा AI का खतरा? गूगल के टॉप साइंटिस्ट ने दी चौंकाने वाली चेतावनी
- May 20, 2025
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गूगल के चीफ साइंटिस्ट जेफ डीन का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बहुत तेज़ी से विकसित हो रहा है और आगामी एक साल के भीतर वह उस
गूगल के चीफ साइंटिस्ट जेफ डीन का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बहुत तेज़ी से विकसित हो रहा है और आगामी एक साल के भीतर वह उस
गूगल के चीफ साइंटिस्ट जेफ डीन का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बहुत तेज़ी से विकसित हो रहा है और आगामी एक साल के भीतर वह उस स्तर तक पहुंच सकता है, जहां वह एक जूनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जैसा कार्य करने लगेगा। उन्होंने यह बात हाल ही में Sequoia Capital के AI Ascent इवेंट में कही, जहां उन्होंने बताया कि AI विशेष रूप से कोडिंग जैसे तकनीकी कार्यों में काफी आगे बढ़ रहा है। ऐसे समय में जब टेक इंडस्ट्री में नौकरियां कम हो रही हैं और फ्रेशर्स के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, AI की यह तरक्की शुरुआती स्तर के इंजीनियरों के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकती है।
डीन की यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है जब बाजार में ChatGPT, GitHub Copilot, और Google Gemini जैसे जनरेटिव AI टूल्स डेवलपर्स के बीच बहुत आम हो चुके हैं। ये टूल्स न केवल रूटीन कोडिंग टास्क को आसान बनाते हैं, बल्कि रीयल टाइम सुझाव, कोड ऑटो-कंपलीशन, और पूरा का पूरा कोड ब्लॉक तैयार करने में भी सक्षम हैं। हालांकि, डीन ने यह भी जोड़ा कि कोडिंग सिर्फ एक हिस्सा है, क्योंकि एक जूनियर इंजीनियर का काम इससे कहीं ज्यादा विस्तृत होता है।
Business Insider को दिए इंटरव्यू में डीन ने बताया कि एक वर्चुअल इंजीनियर को केवल IDE में कोड लिखना नहीं आना चाहिए, बल्कि उसे परफॉर्मेंस डिबगिंग, टेस्टिंग, और तकनीकी समस्याओं को हल करने की समझ भी होनी चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि AI इतनी विस्तृत स्किल्स कैसे सीखेगा, तो उन्होंने इंसानी सीखने की प्रक्रिया का उदाहरण दिया।
डीन ने बताया कि जैसे कोई नया इंजीनियर दस्तावेज पढ़कर, टूल्स सीखकर और सीनियर से मार्गदर्शन लेकर खुद को विकसित करता है, वैसे ही AI भी वर्चुअल एनवायरनमेंट में एक्सपेरिमेंट, डॉक्युमेंटेशन, और डेटा से सीख कर खुद को और बेहतर बना सकता है।
डीन ने आगे कहा कि भविष्य में AI इतना सक्षम हो सकता है कि वह एक जूनियर इंजीनियर की तरह सोच और कार्य कर सके। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वर्चुअल इंजीनियर डॉक्युमेंटेशन पढ़ने और वर्चुअल वातावरण में प्रयोग करने में बेहद कुशल साबित हो सकते हैं। यही तरीका उन्हें लगातार विकसित और कुशल बनाएगा।”
हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि AI कहां तक पहुंच सकता है, लेकिन उन्होंने यह जरूर माना कि इसका प्रभाव बहुत गहरा और दूरगामी होगा। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह हमें कितनी दूर तक ले जाएगा, लेकिन इतना तय है कि AI का यह विकास पूरे टेक्नोलॉजी क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने वाला है।”
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