Work From Home Scam: दिल्ली से लेकर लखनऊ तक फैला वर्क फ्रॉम होम घोटाला, जानिए कैसे हो रही थी करोड़ों की ठगी और कैसे बचें
July 24, 2025
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आज के डिजिटल युग में, जहां लोग घर बैठे काम करने के नए-नए अवसर तलाशते हैं, वहीं साइबर अपराधी इसी जरूरत का फायदा उठाकर Work From Home Scam
आज के डिजिटल युग में, जहां लोग घर बैठे काम करने के नए-नए अवसर तलाशते हैं, वहीं साइबर अपराधी इसी जरूरत का फायदा उठाकर Work From Home Scam के जरिए मासूम लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने एक बड़े वर्क फ्रॉम होम स्कैम का खुलासा किया है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया। इस घोटाले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने एक युवक से ऑनलाइन ठगी कर करीब 17.49 लाख रुपये की चपत लगा दी।
कैसे दिया जाता था वर्क फ्रॉम होम स्कैम का झांसा?
दिल्ली पुलिस के अनुसार, यह गिरोह सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर आकर्षक वर्क फ्रॉम होम जॉब ऑफर्स भेजता था। पीड़ितों को वेबसाइट रिव्यू करने, वीडियो लाइक करने या कंटेंट शेयर करने के बदले मोटी कमाई का लालच दिया जाता था। शुरुआत में उन्हें हर छोटे काम के बदले 50 रुपये जैसे छोटे-छोटे भुगतान किए जाते थे, जिससे स्कीम असली लगती थी और भरोसा बढ़ता था।
इसके बाद धीरे-धीरे उन्हें ज्यादा कमाई का लालच देकर प्रीपेड टास्क और क्रिप्टो करेंसी ट्रांजैक्शन में शामिल कर लिया जाता। पीड़ितों से कहा जाता कि उन्हें कुछ टोकन खरीदने होंगे या USDT जैसी डिजिटल करेंसी में पेमेंट करनी होगी, जिससे उनका रिटर्न कई गुना बढ़ जाएगा। लेकिन यह सब सिर्फ एक Work From Home Scam का हिस्सा था।
कैसे हुआ स्कैम का खुलासा?
27 मई को एक युवक ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि उसे एक वेबसाइट से जॉब का ऑफर मिला जिसमें वेबसाइट रिव्यू करने के बदले पैसे देने का दावा किया गया था। पहले कुछ कार्यों के बदले उसे पेमेंट भी मिला, जिससे वह इस ऑफर को सही मानने लगा। लेकिन जब उससे लगातार और अधिक निवेश करने को कहा गया, तब जाकर उसे शक हुआ। इस पूरे स्कैम में उससे कुल मिलाकर 17.49 लाख रुपये की ठगी की गई।
कौन हैं आरोपी?
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है:
अंकुर मिश्रा (22 वर्ष)
क्रतरथ (21 वर्ष)
विश्वास शर्मा (32 वर्ष)
केतन मिश्रा (18 वर्ष)
जांच में यह सामने आया कि पीड़ित के खाते से करीब 5 लाख रुपये एक निजी बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे, जो अंकुर मिश्रा के नाम से था। बैंक डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने उसकी पहचान की और बाद में पूरे गिरोह को पकड़ लिया।
कहां-कहां फैला था यह Work From Home Scam?
तकनीकी जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह घोटाला सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं था। यह गिरोह लखनऊ, आगरा, भोपाल और शिवपुरी जैसे शहरों में भी सक्रिय था। दिल्ली पुलिस ने इन सभी जगहों पर छापेमारी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इससे यह साफ होता है कि यह Work From Home Scam एक संगठित नेटवर्क के तहत देशभर में चलाया जा रहा था।
कैसे करते थे आरोपी मनी लॉन्ड्रिंग?
DCP अमित गोयल के मुताबिक, यह गिरोह ठगे गए पैसों को तुरंत कई अलग-अलग बैंक खातों में घुमा देता था जिससे ट्रेस करना मुश्किल हो जाए। इसके बाद इन पैसों को USDT (Tether) जैसी क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया जाता था। यह तरीका आमतौर पर मनी ट्रेसिंग से बचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि क्रिप्टो ट्रांजैक्शन को ट्रैक करना काफी कठिन होता है।
Work From Home Scam से बचने के उपाय
आजकल डिजिटल जॉब ऑफर्स की भरमार है, लेकिन हर ऑफर असली नहीं होता। खुद को इस तरह के वर्क फ्रॉम होम स्कैम से बचाने के लिए नीचे दिए गए उपायों को ध्यान में रखें:
अगर कोई ऑफर ज्यादा आसान काम के बदले बहुत ज्यादा कमाई का दावा कर रहा हो, तो सतर्क हो जाएं।
जिस जॉब ऑफर में जॉइनिंग से पहले रजिस्ट्रेशन, ट्रेनिंग या टूल्स के नाम पर पैसे मांगे जाएं, वे अधिकतर फ्रॉड होते हैं।
ईमेल या जॉब डिस्क्रिप्शन में बार-बार टाइपो या गलतियाँ दिखें तो समझ लें कि वह पेशेवर कंपनी नहीं है।
हमेशा जांचें कि कंपनी की वेबसाइट, वैध ऑफिस एड्रेस और कॉन्टैक्ट नंबर मौजूद हैं या नहीं।
किसी भी तरह के प्रीपेड ट्रांजैक्शन, खासकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले अच्छी तरह से जानकारी लें।
निष्कर्ष
Work From Home Scam आज एक गंभीर साइबर अपराध बन चुका है, जिसमें लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं। ऐसे घोटाले खासतौर पर उन लोगों को निशाना बनाते हैं जो घर से काम करना चाहते हैं या जिनकी नौकरी छूट गई है। डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहना और सही जानकारी जुटाना बेहद जरूरी है।
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई से यह उम्मीद जगी है कि इस तरह के अपराधों पर लगाम लगेगी। लेकिन इसके साथ ही नागरिकों की सतर्कता भी उतनी ही जरूरी है, ताकि वे खुद को और अपने पैसों को इन Work From Home Scam से सुरक्षित रख सकें।
Work From Home Scam एक ऐसा ऑनलाइन धोखाधड़ी का तरीका है जिसमें ठग लोगों को घर बैठे काम और मोटी कमाई का झांसा देते हैं। वे शुरुआत में छोटे टास्क के बदले पैसे देते हैं, फिर धीरे-धीरे उनसे रजिस्ट्रेशन फीस, सॉफ्टवेयर चार्ज या क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट के नाम पर पैसे ऐंठ लेते हैं।
प्रश्न 2: क्या सभी Work From Home Jobs फ्रॉड होती हैं?
नहीं, सभी Work From Home Jobs फ्रॉड नहीं होतीं। कई वैध कंपनियां भी घर से काम करने के अवसर देती हैं। लेकिन अगर कोई ऑफर बहुत ज्यादा कमाई और बहुत कम मेहनत का वादा करता है, या जॉइन करने से पहले पैसे मांगता है, तो यह शक का विषय हो सकता है।
प्रश्न 3: Work From Home Scam से कैसे बचा जा सकता है?
* किसी भी अनजान वेबसाइट या सोशल मीडिया पर मिले ऑफर पर आंख बंद करके भरोसा न करें। * किसी भी स्कीम में पैसे इन्वेस्ट करने से पहले कंपनी की वैधता जांचें। * ऑफर में टाइपो या अस्पष्ट जानकारी हो तो दूर रहें। * अगर कंपनी रजिस्ट्रेशन फीस, ट्रेनिंग फीस या टूल्स के लिए पैसे मांगे, तो सतर्क रहें। * क्रिप्टो करेंसी ट्रांजैक्शन करने से पहले पूरी जानकारी लें और जांच करें।
प्रश्न 4: क्या Work From Home Scam के लिए पुलिस में शिकायत की जा सकती है?
हाँ, अगर आपके साथ ऑनलाइन वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगी हुई है, तो आप नजदीकी साइबर सेल या पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। आप https://cybercrime.gov.in वेबसाइट पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
प्रश्न 5: क्या क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल सभी Work From Home Scams में होता है?
नहीं, लेकिन आजकल कई स्कैम में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसकी ट्रेसिंग मुश्किल होती है। खासकर USDT (Tether) जैसी करेंसी का इस्तेमाल ठग मनी लॉन्ड्रिंग के लिए करते हैं।