Waqf Amendment Bill 2024: लोकसभा में आज अहम मुकाबला, सरकार के पक्ष में नंबर गेम मजबूत
- April 2, 2025
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आज लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश किया जाएगा, जिसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जबरदस्त सियासी घमासान देखने को मिल रहा है। मोदी सरकार
आज लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश किया जाएगा, जिसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जबरदस्त सियासी घमासान देखने को मिल रहा है। मोदी सरकार
आज लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश किया जाएगा, जिसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जबरदस्त सियासी घमासान देखने को मिल रहा है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह एक महत्वपूर्ण विधेयक माना जा रहा है, और सरकार इसके पास होने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है।
एनडीए सरकार ने इस बिल के लिए पूरी तैयारी कर ली है। लोकसभा में इसे दोपहर 12 बजे पेश किया जाएगा और आज ही इस पर वोटिंग भी होगी। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर दिया है, जिससे यह तय हो सके कि वोटिंग के दौरान पूरा समर्थन मिले।
इसके अलावा, तेलुगू देशम पार्टी (TDP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) समेत एनडीए के अन्य सहयोगी दल भी सरकार के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने सहयोगी दलों के सुझावों को भी शामिल किया है ताकि समर्थन को और मजबूत किया जा सके।
जहां सरकार पूरी तरह से तैयार है, वहीं विपक्ष ने भी इस विधेयक का पुरजोर विरोध करने की योजना बनाई है। इंडिया गठबंधन की पार्टियां सरकार को घेरने के लिए रणनीति तैयार कर चुकी हैं और लोकसभा में बिल के खिलाफ जोरदार बहस होने की संभावना है।
दिलचस्प बात यह है कि मुस्लिम नेताओं के बीच इस विधेयक को लेकर अलग-अलग राय देखने को मिल रही है। विपक्ष के कुछ मुस्लिम सांसद इस विधेयक को मुस्लिम समाज के अधिकारों को सीमित करने वाला मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे पारदर्शिता और न्याय की दिशा में उठाया गया कदम बता रहे हैं।
वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और नियंत्रण को लेकर देश में लंबे समय से विवाद रहा है। वक्फ बोर्ड के अधिकारों, कार्यक्षेत्र और पारदर्शिता को लेकर कई बार सवाल उठे हैं। इस संशोधन विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों की देखरेख में पारदर्शिता लाना, अवैध कब्जों को रोकना और प्रबंधन को अधिक सशक्त बनाना है।
सरकार का दावा है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन और मुस्लिम समुदाय के हितों की रक्षा के लिए लाया गया है। लेकिन विपक्ष का आरोप है कि यह विधेयक सरकार की ओर से वक्फ संपत्तियों पर नियंत्रण स्थापित करने का एक प्रयास है।
लोकसभा में इस बिल को पारित कराने के लिए सरकार को 272 से अधिक सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी। मौजूदा संख्या के हिसाब से एनडीए के पास 290 से अधिक सांसद हैं, जबकि विपक्ष के पास लगभग 230 सांसद हैं। TDP और JDU के समर्थन से सरकार का पलड़ा भारी दिख रहा है।
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच जबरदस्त बहस देखने को मिलेगी। हालांकि, मौजूदा संख्याबल को देखते हुए मोदी सरकार के लिए इस बिल को पास कराना आसान लग रहा है। लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर विपक्ष कितनी मजबूती से सरकार को घेरता है और क्या यह विधेयक किसी बड़े विवाद को जन्म देगा।