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Vande Bharat Express now in Kashmir: पीएम मोदी देंगे तोहफा, कटरा से श्रीनगर तक फ्री सफर का मौका

  • April 18, 2025
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भारतीय रेलवे इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। 19 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर की वादियों को आधुनिक रेलवे नेटवर्क से जोड़ते

Vande Bharat Express now in Kashmir: पीएम मोदी देंगे तोहफा, कटरा से श्रीनगर तक फ्री सफर का मौका

भारतीय रेलवे इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। 19 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर की वादियों को आधुनिक रेलवे नेटवर्क से जोड़ते हुए कटरा से श्रीनगर तक चलने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। यह कदम न केवल कश्मीर के विकास के लिए मील का पत्थर है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय गर्व का क्षण भी है।

वर्षों पुराना सपना हो रहा साकार

कई दशकों से कश्मीर घाटी को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की योजना बनाई जा रही थी। अब जाकर यह सपना 272 किलोमीटर लंबे उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) के जरिए साकार हुआ है। यह परियोजना देश के सबसे कठिन भौगोलिक क्षेत्रों में से एक में पूरी की गई है, जिसमें सुरंगें, घाटियां, और दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल शामिल है।

Vande Bharat Express now in Kashmir

क्या है खास इस वंदे भारत ट्रेन में?

वंदे भारत एक्सप्रेस, जिसे भारत की सबसे आधुनिक और तेज ट्रेन माना जाता है, अब हिमालय की खूबसूरत वादियों में दौड़ेगी। इस ट्रेन में होंगे:

  • एयर-कंडीशन्ड चेयर कार और एक्जीक्यूटिव क्लास कोच
  • स्वचालित दरवाजे, वाई-फाई आधारित इंफोटेनमेंट
  • GPS आधारित यात्री सूचना प्रणाली
  • बायो-वैक्यूम टॉयलेट, बेहतर सुरक्षा सुविधाएं
  • विशेष रूप से उबड़-खाबड़ इलाकों के अनुकूल डिजाइन

यह ट्रेन न केवल आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करती है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है।

फ्री सफर का तोहफा

प्रधानमंत्री मोदी इस ऐतिहासिक मौके पर यात्रियों को एक खास तोहफा देने जा रहे हैं। उद्घाटन के दिन चुने हुए यात्रियों को इस वंदे भारत ट्रेन में मुफ्त यात्रा का अवसर मिलेगा। यह भारत सरकार की ओर से ‘जन सहभागिता’ बढ़ाने की पहल का हिस्सा है, जिससे आम जनता को राष्ट्र की उपलब्धियों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

यात्रा मार्ग: कटरा से श्रीनगर तक

यह वंदे भारत ट्रेन कटरा से शुरू होकर श्रीनगर तक चलेगी और रास्ते में उधमपुर, रामबन, बनिहाल और अनंतनाग जैसे प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी। यह मार्ग:

  • कुल दूरी: लगभग 272 किलोमीटर
  • समय: करीब 5–6 घंटे की यात्रा
  • प्राकृतिक दृश्य: ट्रेन की खिड़की से बर्फीली चोटियों, हरे-भरे जंगलों और सुरंगों का दृश्य बेहद रोमांचक होगा।
Vande Bharat Express now in Kashmir

दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल: चिनाब ब्रिज

इस रेल लिंक का सबसे बड़ा आकर्षण है चिनाब नदी पर बना दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल। यह पुल:

  • 359 मीटर ऊंचा है (एफिल टॉवर से भी ऊंचा)
  • 1315 मीटर लंबा, आर्क स्टील स्ट्रक्चर से बना
  • इंजीनियरिंग का अद्भुत उदाहरण, जो दुर्गम पहाड़ी इलाकों में रेलवे लाइन बिछाने के भारतीय प्रयास को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री मोदी इस पुल का भी उद्घाटन करेंगे।

पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

इस रेलवे लिंक और वंदे भारत ट्रेन सेवा से कश्मीर के पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। अब पर्यटक सीधे ट्रेन से कटरा और श्रीनगर तक पहुंच सकेंगे। इससे:

  • होटलों, टूर गाइड्स, टैक्सी सेवाओं और हैंडलूम/हैंडिक्राफ्ट उद्योग को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
  • स्थानीय लोगों के लिए आवाजाही आसान होगी।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में भी सुधार होगा।

सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

प्रधानमंत्री की यात्रा और वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस, और इंटेलिजेंस एजेंसियों के अधिकारी सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं। रेलवे स्टेशनों और पुलों पर CCTV और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है।

भविष्य की योजना: बारामूला तक विस्तार

हालांकि यह ट्रेन फिलहाल कटरा से श्रीनगर तक चलाई जा रही है, लेकिन आगे इसका विस्तार बारामूला तक किया जाएगा। बारामूला जम्मू-कश्मीर का उत्तरतम जिला है और यहां से भारत की सीमाओं तक संपर्क को और मजबूत किया जाएगा।

राजनैतिक और सामरिक दृष्टिकोण से भी अहम

इस प्रोजेक्ट को सिर्फ एक परिवहन सुविधा के रूप में न देखकर, इसे राष्ट्रीय एकता, सुरक्षा रणनीति, और विकासवाद की सोच के प्रतीक के रूप में भी देखा जा रहा है। कश्मीर को भारत के शेष हिस्सों से जोड़ना राजनैतिक रूप से अहम है और इससे आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को बल मिलेगा।

निष्कर्ष

कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत केवल एक नई ट्रेन सेवा नहीं है, यह एक भावनात्मक और सामरिक सफलता की कहानी है। यह उस भारत का प्रतीक है जो पहाड़ों को चीरकर, नदियों को पार कर, हर कोने को जोड़ना चाहता है।

19 अप्रैल 2025 का दिन इतिहास में दर्ज हो जाएगा — जब कश्मीर की वादियों में पहली बार ‘वंदे भारत’ की सीटी गूंजी और हर नागरिक ने इस आवाज़ को तरक्की की पुकार के रूप में सुना

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