University of Florida shooting: बंदूक संस्कृति पर फिर उठे सवाल, दो की मौत और कई घायल
April 18, 2025
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अमेरिका एक बार फिर अंधाधुंध गोलीबारी की दर्दनाक घटना का गवाह बना है। इस बार निशाना बनी है फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी (FSU) — एक ऐसा संस्थान, जहां शिक्षा
अमेरिका एक बार फिर अंधाधुंध गोलीबारी की दर्दनाक घटना का गवाह बना है। इस बार निशाना बनी है फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी (FSU) — एक ऐसा संस्थान, जहां शिक्षा का माहौल होना चाहिए था, वहां अचानक गोलियों की आवाजें गूंज उठीं। इस भीषण घटना में दो लोगों की जान चली गई, जबकि पांच अन्य घायल हो गए। इस वारदात ने एक बार फिर अमेरिका की गन पॉलिसी, सुरक्षा इंतजाम, और कैम्पस सुरक्षा पर गहरी चिंता पैदा कर दी है।
क्या हुआ था फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी में?
घटना की शुरुआत उस समय हुई जब यूनिवर्सिटी परिसर में अचानक गोलियों की आवाज सुनाई दी। छात्र-छात्राएं घबराकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। पुलिस के अनुसार, संदिग्ध फीनिक्स इकनर, जो कि एक स्थानीय डिप्टी शेरिफ का बेटा है, ने अपने पिता की पुरानी सर्विस गन से छात्रों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
इस अप्रत्याशित हमले में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस और इमरजेंसी सर्विसेस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया गया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
संदिग्ध की पहचान और पृष्ठभूमि
पुलिस ने मौके से ही हमलावर फीनिक्स इकनर को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इकनर मानसिक रूप से अस्थिर था और उसे पूर्व में भी आक्रामक व्यवहार के लिए चेतावनी दी गई थी। उसने अपने पिता की सर्विस गन को चुराकर इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया।
सवाल उठता है कि एक सर्विस गन आखिर इतनी आसानी से कैसे एक नाबालिग या युवा के हाथ में पहुंच गई? क्या इसके पीछे सुरक्षा की लापरवाही थी? क्या घर में रखी हथियारों की निगरानी ठीक से नहीं की जा रही थी?
यूनिवर्सिटी की प्रतिक्रिया
फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस घटना को “बहुत दुखद” बताया है। उन्होंने कहा कि परिसर को पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया था और छात्रों को सेफ ज़ोन में भेजा गया। यूनिवर्सिटी के एक प्रवक्ता ने कहा:
“यह हमारे पूरे यूनिवर्सिटी समुदाय के लिए एक काला दिन है। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हम पूरी तरह से पुलिस की जांच में सहयोग कर रहे हैं।”
अमेरिका में बंदूक संस्कृति और लगातार बढ़ती हिंसा
फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी की यह घटना कोई अकेला मामला नहीं है। अमेरिका में गन वायलेंस एक नियमित और भयावह समस्या बन चुकी है। स्कूलों, कॉलेजों, और सार्वजनिक स्थानों पर अंधाधुंध फायरिंग की घटनाएं आए दिन सामने आती हैं।
Gun Violence Archive के अनुसार, अमेरिका में 2024 में अब तक 300 से अधिक मास शूटिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। हर बार बहस छिड़ती है — लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते।
छात्रों और अभिभावकों में डर का माहौल
फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी में करीब44,000 छात्र नामांकित हैं। घटना के बाद सोशल मीडिया पर छात्रों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया देखी गई, जहां उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन और सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की।
एक छात्र ने ट्विटर पर लिखा:
“हम पढ़ने आए हैं, डरने नहीं। हर दिन कॉलेज जाना अब एक रिस्क बन गया है।”
वहीं एक अभिभावक ने कहा:
“बच्चे स्कूल और कॉलेज में सुरक्षित नहीं हैं, ये किसी भी देश के लिए सबसे बड़ी विफलता है।”
प्रशासन और सरकार की भूमिका पर सवाल
हालांकि फ्लोरिडा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हमलावर को पकड़ लिया, लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं?
फ्लोरिडा समेत कई अमेरिकी राज्यों में गन लॉ काफी लचर हैं। कम उम्र में हथियारों की उपलब्धता, और उन पर कमजोर नियंत्रण, बार-बार इस तरह की घटनाओं को जन्म दे रहे हैं।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका में गन लॉबिंग (NRA जैसे संगठन) राजनीतिक दबाव बनाकर हथियार नियंत्रण की किसी भी कोशिश को विफल कर देती है।
मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना भी बड़ा कारण
इस घटना ने एक और गंभीर समस्या को उजागर किया है — मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर की मानसिक स्थिति स्थिर नहीं थी। इसके बावजूद उसे समय पर कोई मदद नहीं मिल सकी। अमेरिका में मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं या तो महंगी हैं या लोगों को उनके बारे में जानकारी ही नहीं होती।
विशेषज्ञों का मानना है कि स्कूल और कॉलेज स्तर पर मेंटल हेल्थ काउंसलिंग, और साइकोलॉजिकल स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया जाना चाहिए।
आगे का रास्ता: क्या होना चाहिए?
सख्त गन कंट्रोल कानून लागू किए जाएं, जिससे नाबालिगों और मानसिक रूप से अस्थिर लोगों को हथियारों से दूर रखा जा सके।
पुलिस और प्रशासन को सर्विस गनों की निगरानी के लिए स्पष्ट गाइडलाइन अपनानी चाहिए।
यूनिवर्सिटीज को अपनी सुरक्षा प्रणाली को और अधिक उन्नत बनाना होगा, जिसमें मेटल डिटेक्टर, सीसीटीवी कैमरे और trained security staff अनिवार्य हों।
छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी के लिए कॉलेज स्तर पर हेल्थ काउंसलिंग सेंटर स्थापित किए जाएं।
निष्कर्ष
फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में हुई यह भयावह गोलीबारी केवल एक व्यक्ति की मानसिक अस्थिरता का परिणाम नहीं थी, बल्कि यह अमेरिका की बंदूक नीति, सुरक्षा व्यवस्था, और सामाजिक संवेदनशीलता की विफलताओं का मिश्रण थी।
जब तक अमेरिका गन पॉलिसी पर कठोर निर्णय नहीं लेता और मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से नहीं लेता, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी — और हर बार एक नया चेहरा, एक नया परिवार, और एक नया परिसर इस त्रासदी का शिकार बनता रहेगा।