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₹7000 का ट्रैफिक चालान लोक अदालत में सिर्फ ₹500 में सेटल! जानिए कैसे उठाएं फायदा

  • May 20, 2025
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सड़कों पर छोटी सी गलती—जैसे हेलमेट न पहनना, रेड लाइट जंप करना या ओवरस्पीडिंग—अब जेब पर भारी पड़ सकती है। ट्रैफिक पुलिस अब सड़क पर खड़े होकर नहीं

₹7000 का ट्रैफिक चालान लोक अदालत में सिर्फ ₹500 में सेटल! जानिए कैसे उठाएं फायदा

सड़कों पर छोटी सी गलती—जैसे हेलमेट न पहनना, रेड लाइट जंप करना या ओवरस्पीडिंग—अब जेब पर भारी पड़ सकती है। ट्रैफिक पुलिस अब सड़क पर खड़े होकर नहीं बल्कि हाई-टेक कैमरों की मदद से चालान काट रही है। चालान की रकम भी पहले से कई गुना ज्यादा हो गई है। ऐसे में कई बार चालान ₹500, ₹1000 नहीं बल्कि ₹5000 या ₹7000 तक का हो जाता है।

लेकिन राहत की बात यह है कि हाल ही में दिल्ली से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां ₹7000 का चालान लोक अदालत में सिर्फ ₹500 में निपटा दिया गया। अगर आपका भी चालान कटा है, तो यह खबर आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है।

क्या है मामला?

दिल्ली में एक व्यक्ति का ₹7000 का ट्रैफिक चालान कटा था। इस चालान की वजह थी हेलमेट न पहनना और ओवरस्पीडिंग जैसे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन। चालान की रकम सुनते ही आम लोग डर जाते हैं और अक्सर इसे भरने में देरी करते हैं। लेकिन यह व्यक्ति चालान भरने की बजाय लोक अदालत (Lok Adalat) गया।

traffic challan lok adalat

लोक अदालत में ट्रैफिक चालान से जुड़े मामलों की सुनवाई होती है और वहाँ कई बार चालानों की रकम में भारी छूट दी जाती है। इस केस में भी ऐसा ही हुआ और ₹7000 का चालान सिर्फ ₹500 में सेटल कर दिया गया।

क्या होती है लोक अदालत?

लोक अदालत एक वैकल्पिक न्यायिक मंच है जहाँ मामूली मामलों का निपटारा तेजी से किया जाता है। इसमें ट्रैफिक चालानों, बिजली बिल विवाद, पानी के बिल, बैंक रिकवरी और अन्य छोटे मामलों को सेटल किया जा सकता है।

लोक अदालत की खास बातें:

  • फॉर्मल कोर्ट की तरह लंबी प्रक्रिया नहीं होती।
  • मामले सुलह (सेटलमेंट) के आधार पर निपटते हैं।
  • चालान या अन्य रकम में भारी छूट मिल सकती है।
  • फैसले के खिलाफ अपील नहीं की जा सकती—फैसला अंतिम होता है।

क्या आप भी चालान लोक अदालत में सेटल कर सकते हैं?

हां, बिल्कुल। अगर आपके ऊपर भी ट्रैफिक चालान लंबित है, तो आप लोक अदालत में जाकर उसे निपटा सकते हैं। हर राज्य में समय-समय पर लोक अदालत आयोजित होती हैं, जहां आप अपने चालान के कागज और पहचान पत्र के साथ जाकर मामला सुलझा सकते हैं।

लोक अदालत में चालान सेटल कराने की प्रक्रिया:

  1. अपने चालान की स्थिति जांचें:
    • Parivahan वेबसाइट
    • या संबंधित राज्य की ट्रैफिक पुलिस वेबसाइट से चालान स्टेटस देखें।
  2. लोक अदालत की जानकारी लें:
    • अपने शहर/जिले में अगली लोक अदालत कब और कहां होगी, इसकी जानकारी स्थानीय समाचारों, कोर्ट की वेबसाइट या ट्रैफिक पुलिस की साइट से मिल सकती है।
  3. जरूरी डॉक्युमेंट्स लेकर जाएं:
    • चालान की कॉपी
    • वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC)
    • ड्राइविंग लाइसेंस
    • आधार कार्ड या पहचान पत्र
  4. सेटलमेंट की पेशकश करें:
    • लोक अदालत में ट्रैफिक पुलिस और कोर्ट के अधिकारी मौजूद होते हैं, जो जुर्माने में छूट देने पर विचार करते हैं।
  5. सेटलमेंट के बाद चालान का भुगतान करें:
    • तय की गई रकम का पेमेंट मौके पर कर सकते हैं और रसीद प्राप्त करें।
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किस तरह के चालान लोक अदालत में सेटल हो सकते हैं?

लोक अदालत में निम्नलिखित प्रकार के चालान सेटल हो सकते हैं:

  • हेलमेट न पहनने पर चालान
  • रेड लाइट जंप
  • ओवरस्पीडिंग
  • गलत पार्किंग
  • सीट बेल्ट न पहनना
  • मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइव करना

ध्यान दें, गंभीर अपराध जैसे शराब पीकर गाड़ी चलाना, एक्सीडेंट केस या कोर्ट में लंबित आपराधिक मामले लोक अदालत में सेटल नहीं हो सकते।

क्या यह सुविधा हर राज्य में है?

जी हां, लोक अदालतें देशभर की अदालतों में आयोजित होती हैं। हर राज्य की जिला कोर्ट और हाई कोर्ट में समय-समय पर लोक अदालतें लगती हैं। इसके लिए राज्य सरकार और नेशनल लीगल सर्विसेज अथॉरिटी (NALSA) की वेबसाइट से तारीखें देख सकते हैं।

निष्कर्ष

अगर आपका ट्रैफिक चालान हजारों में कटा है और आप उसका भुगतान नहीं कर पा रहे हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। लोक अदालत एक बेहतरीन विकल्प है, जहां आप अपने चालान को कम रकम में सेटल कर सकते हैं। दिल्ली में ₹7000 का चालान सिर्फ ₹500 में सेटल हुआ, यह इसका ताजा उदाहरण है।

स्मार्ट बनें, चालान को नजरअंदाज न करें—लोक अदालत का सहारा लें और समय रहते मामला निपटा लें। इससे ना सिर्फ आपका पैसा बचेगा, बल्कि भविष्य में लीगल झंझटों से भी राहत मिलेगी।

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