IPO से होने वाली कमाई हुई साफ, पैसा लगाकर बुरे फंसे निवेशक, यकीन ना हो तो देख लीजिए ये डिटेल
May 19, 2025
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शेयर बाजार में जब किसी कंपनी का IPO (Initial Public Offering) आता है, तो निवेशकों में उसे लेकर खासा उत्साह देखने को मिलता है। हर कोई चाहता है
शेयर बाजार में जब किसी कंपनी का IPO (Initial Public Offering) आता है, तो निवेशकों में उसे लेकर खासा उत्साह देखने को मिलता है। हर कोई चाहता है कि वह शुरुआत में ही पैसा लगाकर अच्छा रिटर्न कमाए। लेकिन हाल ही के कुछ उदाहरणों ने इस धारणा को झटका दे दिया है। कई IPO ने लिस्टिंग के बाद निवेशकों को तगड़ा नुकसान दिया है।
ऐसे कई निवेशक हैं जिन्होंने आंख मूंदकर IPO में निवेश किया, लेकिन लिस्टिंग के बाद उन्हें ना सिर्फ मुनाफा नहीं मिला, बल्कि उनका पूंजीगत नुकसान भी हुआ।
IPO में नुकसान की असल कहानी
IPO में निवेश से पहले अधिकतर लोग सिर्फ एक बात सोचते हैं – “लिस्टिंग गेन मिलेगा।” लेकिन सच्चाई ये है कि हर IPO फायदेमंद नहीं होता।
कुछ हालिया IPO उदाहरण जो हुए घाटे का सौदा:
Paytm (One97 Communications)
इश्यू प्राइस: ₹2,150
लिस्टिंग प्राइस: ₹1,955 (सीधा 9% की गिरावट)
कुछ महीनों में यह ₹500–600 तक गिर गया, जिससे निवेशकों को 70% से अधिक नुकसान हुआ।
Zomato
इश्यू प्राइस: ₹76
शुरुआत में थोड़ा मुनाफा मिला, लेकिन फिर शेयर गिरकर ₹40 तक चला गया।
CarTrade
इश्यू प्राइस: ₹1,618
लिस्टिंग के बाद गिरावट और अब ₹500–600 के आस-पास ट्रेड कर रहा है।
इन उदाहरणों से साफ है कि IPO में पैसा लगाना हमेशा फायदे का सौदा नहीं होता।
निवेशक क्यों फंस जाते हैं IPO में?
1. Overhype और FOMO (Fear of Missing Out)
बाजार में जब कोई बड़ा IPO आता है, तो मीडिया और सोशल मीडिया पर बहुत प्रचार होता है। इससे आम निवेशक को लगता है कि मौका चूक गया तो पछताना पड़ेगा। बिना रिसर्च के पैसा लगा देते हैं।
2. कंपनी की मुनाफा न कमाने वाली स्थिति
कई बार ऐसी कंपनियां IPO लाती हैं जो अभी तक मुनाफे में नहीं आई हैं, जैसे कि Paytm, Zomato, Nykaa। ये सिर्फ ग्रोथ स्टोरी बेचती हैं, लेकिन असल में कोई स्थिर बिज़नेस मॉडल नहीं होता।
3. उच्च वैल्यूएशन पर इश्यू
कंपनी के शेयर का मूल्य इतना ऊंचा तय किया जाता है कि उसमें भविष्य की कमाई पहले ही शामिल होती है। निवेशकों को पहले दिन से ही नुकसान का सामना करना पड़ता है।
IPO में निवेश से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
Red Herring Prospectus पढ़ें: हर कंपनी का IPO आने से पहले एक दस्तावेज आता है जिसमें कंपनी की फाइनेंशियल्स, रिस्क फैक्टर्स और उद्देश्य दिए होते हैं। निवेश करने से पहले इसे जरूर पढ़ें।
Anchor Investors और QIB की भागीदारी देखें: अगर बड़े संस्थागत निवेशकों की भागीदारी कम है, तो यह संकेत हो सकता है कि कंपनी पर भरोसा कम है।
मुनाफा कमा रही है या नहीं: सिर्फ ब्रांड वैल्यू या मार्केटिंग पर ना जाएं। यह जांचें कि कंपनी का फंडामेंटल कितना मजबूत है।
पैसा ब्लॉक होने का रिस्क समझें: IPO में अलॉटमेंट ना मिलने की स्थिति में आपका पैसा 7–10 दिन तक ब्लॉक हो सकता है। लिक्विडिटी को ध्यान में रखें।
IPO से होने वाली कमाई की हकीकत
कुछ IPOs ने निवेशकों को लिस्टिंग गेन से लेकर लॉन्ग टर्म में भी शानदार रिटर्न दिए हैं, जैसे कि:
IRCTC – ₹320 इश्यू प्राइस से बढ़कर ₹1000+ तक गया
DMart (Avenue Supermarts) – ₹299 से बढ़कर ₹4000+ तक गया
लेकिन यह अपवाद हैं, नियम नहीं। अधिकतर IPO या तो लिस्टिंग पर गिरते हैं या धीरे-धीरे वैल्यू खोते हैं।
निष्कर्ष: आंख मूंदकर न लगाएं पैसा
IPO में निवेश करने से पहले सही रिसर्च करना जरूरी है। किसी भी प्रचार, मीडिया हाइप या सोशल मीडिया की सिफारिशों पर भरोसा करके निवेश करना खतरनाक हो सकता है।
निवेश करते समय खुद से पूछें:
क्या यह कंपनी मुनाफा कमा रही है?
क्या इसका बिज़नेस मॉडल लंबे समय तक टिकेगा?
क्या वैल्यूएशन वाजिब है?
क्या मैं लॉन्ग टर्म के लिए इसमें निवेश कर रहा हूं या सिर्फ लिस्टिंग गेन चाहता हूं?
IPO में पैसा लगाने से पहले सोचें, समझें और फिर कदम उठाएं। याद रखें – बाजार में धैर्य और जानकारी ही असली हथियार हैं।