DOLO 650 : बिना जरूरत डोलो लेना पड़ सकता है भारी, जानिए इसके साइड इफेक्ट्स
- April 19, 2025
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कोरोना काल के बाद से डोलो 650 लोगों की पहली पसंद बन गई है — चाहे हल्का बुखार हो, सिर दर्द हो या फिर शरीर में हलकी थकान।
कोरोना काल के बाद से डोलो 650 लोगों की पहली पसंद बन गई है — चाहे हल्का बुखार हो, सिर दर्द हो या फिर शरीर में हलकी थकान।
कोरोना काल के बाद से डोलो 650 लोगों की पहली पसंद बन गई है — चाहे हल्का बुखार हो, सिर दर्द हो या फिर शरीर में हलकी थकान। लोग बिना डॉक्टर की सलाह के यह दवा खा लेते हैं। हालांकि, इससे तुरंत आराम तो मिलता है, लेकिन इसके लंबे समय तक इस्तेमाल से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। एक अमेरिकी डॉक्टर ने भी भारत में डोलो के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल पर चिंता जताई और ट्वीट किया कि, “भारतीय लोग जैसे चॉकलेट खाते हैं, वैसे डोलो 650 खा रहे हैं।”
कोविड के समय यह दवा तेज़ बुखार के इलाज में दी जाती थी। लेकिन अब जब कोरोना का असर लगभग खत्म हो चुका है, तब भी लोग इसका सेवन कर रहे हैं। इस दवा को लेकर पहले डॉक्टरों को प्रमोशन के बदले फायदे पहुंचाने की खबरें भी सामने आ चुकी हैं। अब यह दवा लगभग हर मेडिकल स्टोर पर बिना प्रिस्क्रिप्शन के मिल जाती है, और लोग इसे किसी भी सामान्य परेशानी में भी लेने लगे हैं — जो खतरनाक हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि डोलो को बार-बार और बिना ज़रूरत लेने से एलर्जी, लिवर डैमेज, किडनी फेलियर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ मामलों में यह एक्यूट लिवर फेलियर तक का कारण बन चुकी है। यह दवा कई बार शरीर के अंदर छुपे गंभीर लक्षणों को दबा देती है, जिससे असली बीमारी का पता ही नहीं चल पाता और समस्या बढ़ जाती है।
डॉक्टरों की सलाह है कि डोलो 650 को केवल डॉक्टर की सलाह पर ही लें। हल्के बुखार, सिर दर्द या बदन दर्द को घरेलू उपायों से ठीक करने की कोशिश करें। लगातार इसका सेवन करने से शरीर इसकी आदत डाल लेता है, और फिर यह दवा असर करना बंद कर देती है। बिना असर के भी अगर इसे लेते रहें, तो यह और गंभीर परेशानी पैदा कर सकती है।
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