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‘Smiley face’ will be seen in the sky on 25 April 2025: जानिए इस अनोखी खगोलीय घटना के पीछे का विज्ञान और समय

  • April 21, 2025
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खगोल विज्ञान हमेशा से ही इंसानों के लिए जिज्ञासा और रोमांच का विषय रहा है। आकाश में ग्रहों और तारों की चाल ने न सिर्फ वैज्ञानिकों को बल्कि

‘Smiley face’ will be seen in the sky on 25 April 2025: जानिए इस अनोखी खगोलीय घटना के पीछे का विज्ञान और समय

खगोल विज्ञान हमेशा से ही इंसानों के लिए जिज्ञासा और रोमांच का विषय रहा है। आकाश में ग्रहों और तारों की चाल ने न सिर्फ वैज्ञानिकों को बल्कि आम लोगों को भी आकर्षित किया है। 2025 में एक अनोखी खगोलीय घटना होने जा रही है, जो न केवल विज्ञान प्रेमियों बल्कि आम जनमानस के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगी। इस दृश्य में ऐसा लगेगा जैसे आकाश खुद मुस्कुरा रहा हो।

25 अप्रैल 2025 की सुबह, सूरज उगने से पहले, आकाश में एक ‘स्माइली फेस’ (Smiley Face) जैसी आकृति दिखाई देगी। यह दृश्य एक ट्रिपल कंजंक्शन (Triple Conjunction) के कारण होगा, जिसमें तीन खगोलीय पिंड — शुक्र (Venus), शनि (Saturn) और अर्धचंद्राकार चंद्रमा (Crescent Moon) — इस तरह से पास-पास दिखाई देंगे कि वे एक मुस्कुराते हुए चेहरे की आकृति बनाएंगे।

क्या है ‘ट्रिपल कंजंक्शन’?

‘ट्रिपल कंजंक्शन’ वह खगोलीय घटना है जब आकाश में तीन ग्रह या खगोलीय पिंड एक दूसरे के बहुत करीब दिखाई देते हैं। हालांकि वे असल में लाखों किलोमीटर दूर होते हैं, लेकिन पृथ्वी से देखने पर वे एक ही दिशा में पास-पास प्रतीत होते हैं।

इस बार जो ट्रिपल कंजंक्शन होगा, उसमें शुक्र और शनि दो “आंखों” की तरह दिखेंगे और अर्धचंद्राकार चंद्रमा एक “मुस्कान” जैसी आकृति बनाएगा। यह दृश्य इतना सुंदर और दुर्लभ होगा कि इसे देखकर किसी के भी चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी।

Smiley face

यह नजारा कब और कैसे देखें?

तारीख: 25 अप्रैल 2025
समय: सुबह 5:30 बजे (स्थानीय समयानुसार)
दिशा: पूर्व दिशा (East)
जरूरी शर्त: साफ और खुला आसमान

इस दुर्लभ नजारे को देखने के लिए आपको सूरज के उगने से पहले ही जाग जाना होगा। सुबह 5:00 बजे से ही पूर्व दिशा की ओर ध्यान देना शुरू कर दें। जैसे-जैसे सूरज उगने का समय करीब आएगा, यह दृश्य और स्पष्ट होता जाएगा। 5:30 बजे का समय सबसे उपयुक्त रहेगा।

बिना दूरबीन के भी दिखाई देगा:
सबसे अच्छी बात यह है कि यह नजारा खुली आंखों से भी देखा जा सकता है। हालांकि अगर आपके पास दूरबीन है, तो आप ग्रहों को और भी स्पष्ट रूप से देख सकते हैं।

किन देशों में दिखाई देगा यह खगोलीय दृश्य?

यह स्माइली फेस वाला खगोलीय नजारा दुनिया के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा, जिनमें शामिल हैं:

  • भारत
  • दक्षिण-पूर्व एशिया के देश
  • ऑस्ट्रेलिया
  • मध्य पूर्व के कुछ भाग
  • पूर्वी अफ्रीका

भारत में इसे लगभग हर राज्य से देखा जा सकता है, बशर्ते उस दिन आसमान साफ हो और पूर्व दिशा में कोई अवरोध (जैसे ऊंची इमारतें या पेड़) न हो।

इस घटना के पीछे का विज्ञान

खगोलीय घटनाएं हमेशा ग्रहों की गतियों पर निर्भर करती हैं। इस घटना में:

  • शुक्र (Venus): सूर्य के सबसे निकट का ग्रह, जो अक्सर सबसे चमकीला ग्रह भी होता है, एक आंख के रूप में दिखाई देगा।
  • शनि (Saturn): अपने वलयों के लिए प्रसिद्ध, यह दूसरी आंख की तरह नजर आएगा।
  • चंद्रमा (Moon): अर्धचंद्राकार आकार में, एक मुस्कान जैसी आकृति बनाते हुए नजर आएगा।

ये तीनों पिंड एक ही सीधी रेखा में नहीं होंगे, लेकिन उनकी स्थिति और आकार कुछ ऐसा प्रभाव पैदा करेंगे कि वह हू-ब-हू एक हँसते हुए चेहरे की तरह प्रतीत होगा।

क्या यह घटना पहली बार हो रही है?

नहीं, इससे पहले भी स्माइली फेस जैसी खगोलीय घटनाएं देखी गई हैं। सबसे प्रसिद्ध स्माइली कंजंक्शन 1 दिसंबर 2008 को हुआ था, जब चंद्रमा, शुक्र और बृहस्पति एक साथ एक मुस्कुराते हुए चेहरे की आकृति में दिखे थे। लेकिन 2025 की यह घटना खास इसलिए है क्योंकि इसमें शनि ग्रह शामिल है, और यह नजारा भारत सहित कई देशों में अच्छे से दिखाई देगा।

क्या इसका कोई धार्मिक या ज्योतिषीय महत्व है?

हालांकि खगोल विज्ञान और ज्योतिष दो अलग-अलग क्षेत्र हैं, लेकिन भारत में आकाशीय घटनाओं को लेकर जनमानस में काफी रुचि और विश्वास होता है। कुछ लोग इस घटना को सकारात्मक संकेत के रूप में देख सकते हैं — मानो आकाश खुद मुस्कुरा रहा हो।

हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह सिर्फ एक संयोग है, लेकिन यह हमें सिखाता है कि प्रकृति कितनी खूबसूरती से हमारे चारों ओर कला रचती रहती है।

बच्चों और छात्रों के लिए सुनहरा मौका

यह खगोलीय घटना शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में रुचि रखने वाले बच्चों और छात्रों के लिए एक अद्भुत अवसर है। स्कूल और कॉलेजों में खगोल विज्ञान पढ़ने वाले छात्र इस घटना को अपनी पढ़ाई के हिस्से के रूप में देख सकते हैं और इसके पीछे के विज्ञान को समझ सकते हैं।

बच्चों को यह दृश्य दिखाना न सिर्फ उन्हें आकाश के प्रति आकर्षित करेगा, बल्कि उनकी वैज्ञानिक सोच और कल्पनाशक्ति को भी बढ़ाएगा।

स्मार्टफोन से कैसे कैद करें यह पल?

अगर आपके पास DSLR कैमरा नहीं है, तो भी चिंता की बात नहीं। आप अपने स्मार्टफोन से इस पल को कैद कर सकते हैं:

  • कैमरा को ट्राइपॉड पर सेट करें।
  • नाइट मोड या प्रो मोड का इस्तेमाल करें।
  • ज़ूम न करें, इससे फोटो ब्लर हो सकती है।
  • पहले से अभ्यास करें ताकि 25 अप्रैल की सुबह सब कुछ तैयार रहे।

निष्कर्ष

25 अप्रैल 2025 को होने वाली ‘स्माइली फेस’ खगोलीय घटना एक दुर्लभ और खूबसूरत नजारा है, जिसे किसी भी तरह से मिस नहीं करना चाहिए। यह न केवल विज्ञान का अद्भुत उदाहरण है, बल्कि एक ऐसा दृश्य भी है जो हमें प्रकृति की कल्पनाशीलता और खूबसूरती से रूबरू कराता है।

इस सुबह की कुछ मिनटों की झलक हमारे मन में हमेशा के लिए एक खूबसूरत स्मृति बनकर रह जाएगी। तो अपनी अलार्म घड़ियाँ सेट करें, पूर्व दिशा में खुला स्थान चुनें और आसमान की इस मुस्कान का दीदार जरूर करें!

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