गूगल ने अपनी वार्षिक डेवलपर कॉन्फ्रेंस Google I/O 2025 में एक ऐसा तकनीकी बदलाव पेश किया है, जो आने वाले समय में इंटरनेट सर्च के अनुभव को पूरी तरह बदल सकता है। गूगल ने अब अपने सर्च इंजन में एक नया और क्रांतिकारी AI Mode लॉन्च किया है। यह मोड मौजूदा AI टूल्स से कहीं ज्यादा तेज़, बुद्धिमान और समझदार है। इसे ChatGPT जैसे जनरेटिव AI टूल्स की तर्ज पर डिजाइन किया गया है, लेकिन इसकी क्षमताएं इससे कहीं आगे निकलती हैं। कंपनी ने इसे “AI Overviews” के अगले वर्जन के रूप में पेश किया है, जिसे पहले कुछ देशों में टेस्टिंग के तौर पर शुरू किया गया था, और अब अमेरिका में इसका व्यापक रूप से विस्तार किया गया है।
नया AI Mode कैसे करेगा काम?
गूगल का नया AI मोड पारंपरिक सर्च की सीमाओं को पार करता है। पहले जहां यूज़र द्वारा पूछे गए सवालों के आधार पर केवल कुछ वेबसाइट्स की लिस्ट दिखाई जाती थी, वहीं अब यह नया मोड यूज़र के सवालों को पहले समझता है, फिर उसे अलग-अलग भागों में विभाजित करता है और उन पर गहराई से शोध करता है। इसके बाद, यह जवाब को एक स्मार्ट और संक्षिप्त रूप में यूज़र के सामने पेश करता है।
इस मोड को Google के नवीनतम Gemini 2.5 भाषा मॉडल की मदद से विकसित किया गया है, जो मल्टीमॉडल कैपेसिटी रखता है। यानी यह सिर्फ टेक्स्ट ही नहीं, बल्कि इमेज और वॉइस जैसी इनपुट्स को भी समझकर जवाब दे सकता है। उदाहरण के लिए, अगर आप किसी फूल की तस्वीर खींचकर सर्च करते हैं, तो यह न केवल उस फूल की पहचान करेगा बल्कि उससे जुड़ी जानकारी जैसे नाम, उपयोग, और पर्यावरणीय महत्व भी बताएगा।
भारत में कब तक उपलब्ध होगा?
फिलहाल यह AI मोड Search Labs के जरिए केवल अमेरिका में उपलब्ध है। यूज़र इसे गूगल सर्च या फिर गूगल ऐप में एक अलग टैब के रूप में देख सकेंगे। अच्छी बात यह है कि इसके लिए किसी साइन-अप या वेटलिस्ट की आवश्यकता नहीं होगी। जैसे ही यह आपकी लोकेशन पर उपलब्ध होगा, आप इसे तुरंत एक्सेस कर सकेंगे।
हालांकि, भारत में इस फीचर के लॉन्च को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन माना जा रहा है कि गूगल इसे जल्द ही अन्य देशों में भी विस्तार देगा, खासकर भारत जैसे डिजिटल मार्केट में जहां करोड़ों लोग गूगल सर्च का उपयोग करते हैं।
गूगल ऐप्स से होगा और ज्यादा पर्सनल एक्सपीरियंस
यह भी कहा है कि यूज़र्स अब अपने अन्य गूगल ऐप्स जैसे Gmail, Google Drive और Calendar को भी सर्च से लिंक कर सकेंगे। इसका मतलब है कि जब आप किसी टॉपिक से जुड़ी जानकारी खोजेंगे, तो AI मोड आपके मेल्स और डॉक्युमेंट्स से जुड़ी जानकारी भी खोज में शामिल करेगा—बशर्ते आपने इसकी अनुमति दी हो। इससे सर्च रिजल्ट्स और ज्यादा पर्सनल, सटीक और प्रासंगिक बनेंगे।
गूगल ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस फीचर के दौरान यूज़र्स की प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। जब भी आपकी पर्सनल जानकारी का उपयोग होगा, आपको एक स्पष्ट नोटिफिकेशन मिलेगा और आप कभी भी इस एक्सेस को बंद कर सकेंगे।
AI मोड के मुख्य फीचर्स जो बदल देंगे सर्च का अनुभव
- Deep Search टेक्नोलॉजी:
AI मोड किसी भी क्वेरी को 100 से भी ज्यादा अलग-अलग एंगल्स से विश्लेषित करता है और उसके आधार पर एक ऐसा उत्तर तैयार करता है जो यूज़र की जरूरत के सबसे करीब होता है। यह फीचर खासतौर पर उन मामलों में उपयोगी होगा जहां यूज़र को एक ही विषय पर कई पहलुओं की जानकारी चाहिए होती है।
- Live View Integration:
कैमरे का उपयोग करके यूज़र रीयल-टाइम में किसी वस्तु, जगह या इवेंट को स्कैन कर सकते हैं और उससे जुड़ी जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। यह तकनीक Project Astra और Project Mariner से प्रेरित है।
- Agentic Actions (AI के जरिए काम करवाना):
अब आप AI की मदद से मूवी टिकट बुक कर सकते हैं, रेस्टोरेंट में टेबल रिज़र्व कर सकते हैं, ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं और यहां तक कि ईमेल का जवाब भी तैयार करवा सकते हैं।
- ऑटोमेटेड चार्ट्स और ग्राफ्स:
यह फीचर उन यूज़र्स के लिए बहुत उपयोगी होगा जो खेल, फाइनेंस या स्टॉक्स जैसे क्षेत्रों में डाटा का विश्लेषण करते हैं। अब सर्च करते ही आपको रीयल-टाइम डाटा पर आधारित ग्राफ और चार्ट्स मिलेंगे जो आपकी समझ को आसान बना देंगे।
- AI-Powered Learning:
छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए यह AI मोड एक वरदान साबित हो सकता है क्योंकि यह जटिल सवालों को सरल भाषा में समझाता है और विषय से जुड़ी मूलभूत जानकारी के साथ-साथ गहराई से व्याख्या भी करता है।
- Context-Aware Suggestions:
गूगल का नया मोड आपके पिछले सर्च और आपकी ऑनलाइन गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए आपको और बेहतर सुझाव देगा। यह सुझाव आपके पर्सनल डेटा का उपयोग करते हुए तैयार किए जाएंगे लेकिन पूरी तरह सुरक्षित तरीके से।
निष्कर्ष
गूगल का यह नया AI मोड न केवल सर्च इंजन के काम करने के तरीके को बदल रहा है, बल्कि यह यूज़र एक्सपीरियंस को भी एक नए स्तर पर ले जा रहा है। अब गूगल केवल एक साधारण सर्च टूल नहीं रहेगा, बल्कि एक डिजिटल असिस्टेंट बन जाएगा जो आपकी सोच के साथ सोच सकेगा और आपकी जरूरतों के अनुसार काम करेगा। भारत में इसके लॉन्च का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है, और जब यह उपलब्ध होगा, तब निश्चित रूप से यह लोगों के सर्च अनुभव को पूरी तरह से बदल देगा।
संक्षेप में कहें तो – अब गूगल आपको सिर्फ लिंक नहीं दिखाएगा, बल्कि आपकी ज़रूरत को समझकर उसके हिसाब से जानकारी को आपके सामने परोस देगा – वह भी स्मार्ट और पर्सनल तरीके से।
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