RBI Governor Said – Indusind Bank’s Fraud is an Isolated Case, बैंकिंग सिस्टम पर नहीं कोई खतरा
April 10, 2025
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हाल ही में इंडसइंड बैंक और न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक से जुड़ी कुछ गड़बड़ियों ने निवेशकों और ग्राहकों में चिंता की लहर दौड़ा दी थी। लेकिन भारतीय रिजर्व
हाल ही में इंडसइंड बैंक और न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक से जुड़ी कुछ गड़बड़ियों ने निवेशकों और ग्राहकों में चिंता की लहर दौड़ा दी थी। लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने इन घटनाओं को लेकर स्पष्ट रूप से कहा है कि यह कुछ ‘कभी-कभार होने वाली’ isolated घटनाएं हैं और इन्हें भारत के बैंकिंग सिस्टम की विफलता नहीं समझा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत का बैंकिंग सिस्टम सुरक्षित, मजबूत और नियंत्रित है, और इन गड़बड़ियों से पूरे तंत्र पर सवाल नहीं उठाए जा सकते। यह बयान ऐसे समय आया है जब सोशल मीडिया पर अफवाहें और डर का माहौल बनता जा रहा था।
क्या है मामला?
इंडसइंड बैंक और न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक दोनों के कुछ लेन-देन और आंतरिक प्रक्रियाओं में कथित गड़बड़ियों की खबरें सामने आईं, जिसके चलते ग्राहकों में चिंता बढ़ गई। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि सिस्टम में कमियां, प्रबंधन की लापरवाही, और ऑडिट की कमी के चलते कुछ वित्तीय असंतुलन पैदा हुए हैं।
हालांकि, इन मामलों में कोई व्यापक वित्तीय संकट नहीं देखा गया है, और न ही किसी बड़े ग्राहक का धन डूबा है। फिर भी, इन घटनाओं ने आम ग्राहकों और निवेशकों के बीच भरोसे को थोड़ा झटका दिया।
RBI गवर्नर की प्रतिक्रिया
RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने इन घटनाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा:
“इंडसइंड बैंक और न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक जैसी घटनाएं isolated हैं। ये बैंकिंग सिस्टम की नाकामी नहीं दर्शातीं। हमारा सिस्टम मजबूत निगरानी और नियामकीय ढांचे के अंतर्गत चलता है।”
उन्होंने यह भी बताया कि भारत के सभी बैंकों की नियमित रूप से ऑडिटिंग, स्ट्रेस टेस्टिंग और निगरानी की जाती है। अगर किसी बैंक में जोखिम के संकेत मिलते हैं, तो आरबीआई तुरंत एक्शन लेता है।
बैंकिंग सिस्टम की मजबूती
भारत का बैंकिंग सिस्टम आज कई स्तरीय निगरानी ढांचे और कड़े नियामकीय मानकों पर काम करता है। चाहे वो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक हों, निजी बैंक हों या सहकारी बैंक – सभी पर RBI की सीधी निगरानी रहती है।
इसके तहत लागू किए गए प्रमुख उपाय:
बेसिल III मानकों का पालन
नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) की सख्त निगरानी
सीआरआर और एसएलआर की समीक्षा
बैंकों के प्रमोटर्स और निदेशकों की फाइनेंशियल जांच
साइबर सुरक्षा उपायों का क्रियान्वयन
इन सभी उपायों के चलते आज भारतीय बैंकिंग सेक्टर दुनिया के सबसे अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित सेक्टरों में से एक माना जाता है।
ग्राहक घबराएं नहीं, सतर्क रहें
RBI ने आम ग्राहकों को भी यह संदेश दिया कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। यदि कोई संदेहजनक ट्रांजैक्शन होता है या बैंक की कोई गतिविधि संदिग्ध लगती है, तो ग्राहक तुरंत बैंक की शिकायत शाखा या RBI की consumer grievance system में रिपोर्ट कर सकते हैं।
साथ ही, ग्राहकों को सलाह दी गई है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह या सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी जानकारी पर विश्वास न करें। भारत का बैंकिंग सिस्टम ऐसे इक्का-दुक्का मामलों से कमजोर नहीं होता।
विशेषज्ञों की राय
वित्तीय मामलों के विशेषज्ञों का भी मानना है कि ये घटनाएं भले ही ध्यान खींचती हों, लेकिन इनसे पूरे बैंकिंग सेक्टर पर सवाल नहीं उठाए जा सकते। PwC, EY और Deloitte जैसी कंसल्टेंसी फर्मों ने भी बार-बार भारत के बैंकिंग सिस्टम की स्थिरता और निरंतर निगरानी की तारीफ की है।
विशेषज्ञ कहते हैं:
“अगर किसी कंपनी या बैंक में कुछ गलत होता है, तो नियामक की भूमिका यही है कि वह हस्तक्षेप करे और सुधार सुनिश्चित करे। भारत में RBI यह जिम्मेदारी बखूबी निभा रहा है।”
डिजिटलाइजेशन और सुधार की दिशा
RBI गवर्नर ने यह भी संकेत दिए कि डिजिटल बैंकिंग को और सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा। AI-बेस्ड मॉनिटरिंग, फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम, और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसी तकनीकें बैंकों को पारदर्शी और जोखिममुक्त बनाने में मदद करेंगी।
भविष्य की राह
इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए RBI अब कुछ अतिरिक्त कदम भी उठा सकता है:
कमजोर सहकारी बैंकों के लिए संशोधित गाइडलाइंस
बैंकों के लिए quarterly governance audit
कर्मचारियों और प्रबंधन के लिए ethics training program
ग्राहकों के लिए financial awareness campaigns
इन कदमों से न केवल सिस्टम की मजबूती बढ़ेगी बल्कि आम लोगों का भरोसा भी बना रहेगा।
निष्कर्ष
इंडसइंड बैंक और न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में जो भी गड़बड़ियां सामने आई हैं, वो चिंता का विषय ज़रूर हैं लेकिन पूरे बैंकिंग सिस्टम को खतरे में डालने वाली नहीं। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा का यह बयान कि ये घटनाएं isolated हैं, आम जनता को आश्वस्त करता है कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम सुरक्षित और मजबूत है।
ग्राहकों को सतर्क रहना चाहिए, अफवाहों से दूर रहना चाहिए और RBI जैसे नियामकों पर भरोसा रखना चाहिए, जो लगातार सिस्टम को पारदर्शी और सुरक्षित बनाए रखने में लगे हुए हैं।