PM Modi at Rising Bharat Summit: ‘देरी विकास की दुश्मन है’, युवाओं को बताया बदलाव का अगुवा
April 9, 2025
0
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘राइजिंग भारत समिट 2025‘ में अपने संबोधन के दौरान एक बार फिर देश के युवाओं, विकास और तेज़ फैसले लेने की ज़रूरत पर जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘राइजिंग भारत समिट 2025‘ में अपने संबोधन के दौरान एक बार फिर देश के युवाओं, विकास और तेज़ फैसले लेने की ज़रूरत पर जोर दिया। समिट की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने ‘समाधान दस्तावेज’ का अनावरण किया और मंच पर मौजूद छात्रों, शिक्षकों और विशेषज्ञों के साथ संवाद किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा – “देरी विकास की दुश्मन है“, और स्पष्ट किया कि आज के भारत को निर्णय लेने में हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
समाधान दस्तावेज का हुआ विमोचन
PM मोदी ने समिट के दौरान ‘समाधान दस्तावेज’ लॉन्च किया, जिसमें देश की प्रमुख समस्याओं और उनके संभावित समाधानों को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है। यह दस्तावेज नीति निर्माताओं, शिक्षकों और छात्रों के लिए एक गाइड की तरह काम करेगा, जिससे वे सामाजिक और आर्थिक बदलावों की दिशा में सक्रिय योगदान दे सकें।
युवाओं पर दिया विशेष जोर
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि इस बार के समिट का विषय भारत के युवाओं की आकांक्षाओं से जुड़ा है, और यह बात उन्हें बेहद प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि युवा सिर्फ बदलाव की उम्मीद नहीं रखते, बल्कि वे खुद बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं।
“आज का युवा टेक्नोलॉजी में आगे है, विचारों में स्पष्टता रखता है और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की ताकत रखता है,” – प्रधानमंत्री मोदी
देरी को बताया विकास का सबसे बड़ा अवरोध
मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि विकास में देरी, अवसरों की बर्बादी है। भारत को तेजी से फैसले लेने की संस्कृति को अपनाना होगा। उन्होंने पिछली सरकारों की नीति-निर्माण में सुस्ती का जिक्र करते हुए कहा कि अब भारत में “Policy Paralysis” की कोई जगह नहीं है।
शिक्षा और नवाचार पर फोकस
प्रधानमंत्री ने छात्रों और शिक्षकों के साथ संवाद करते हुए नई शिक्षा नीति (NEP) और स्टार्टअप इंडिया मिशन की तारीफ की। उन्होंने बताया कि कैसे भारत का युवा वर्ग आज न सिर्फ नौकरी ढूंढ रहा है, बल्कि नौकरियां बना भी रहा है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ते कदम
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत की पहल को भी दोहराया और बताया कि कैसे सरकार युवाओं को न केवल अवसर दे रही है, बल्कि उन्हें ग्लोबल मार्केट के लिए तैयार भी कर रही है।
निष्कर्ष
PM मोदी का Rising Bharat Samit 2025 में दिया गया भाषण एक स्पष्ट संदेश देता है — तेजी से फैसले, युवाओं की भागीदारी और बदलाव की स्पष्ट दिशा ही भारत को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। भारत अब सिर्फ उभरती हुई अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि दुनिया के लिए एक उदाहरण बनने की ओर अग्रसर है।