LoC पर फिर पाक की नापाक हरकत: सातवें दिन भी सीजफायर उल्लंघन, भारतीय सेना ने दिया करारा जवाब
- May 1, 2025
- 0
पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने पुराने रवैये को दोहराते हुए नियंत्रण रेखा (LoC) पर सीजफायर का उल्लंघन किया है। 30 अप्रैल और 1 मई की दरम्यानी रात
पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने पुराने रवैये को दोहराते हुए नियंत्रण रेखा (LoC) पर सीजफायर का उल्लंघन किया है। 30 अप्रैल और 1 मई की दरम्यानी रात
पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने पुराने रवैये को दोहराते हुए नियंत्रण रेखा (LoC) पर सीजफायर का उल्लंघन किया है। 30 अप्रैल और 1 मई की दरम्यानी रात को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टर में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की। यह लगातार सातवां दिन है जब पाकिस्तान ने संघर्षविराम का उल्लंघन किया है।
हाल ही में दक्षिण कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले के बाद से नियंत्रण रेखा पर तनाव चरम पर है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान की ओर से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों को कवर देने के लिए जानबूझकर फायरिंग की जा रही है।
छोटे हथियारों से की गई गोलीबारी रात के अंधेरे में हुई, जिसमें स्थानीय आबादी को भी काफी डर और तनाव का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय सेना पूरी सतर्कता के साथ मोर्चे पर डटी रही और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाकर करारा जवाब दिया।
भारतीय सेना ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान की किसी भी नापाक हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सेना की त्वरित जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की कई चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा है। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय जवान हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और सीमाओं की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं होगा।
सीजफायर का उल्लंघन पाकिस्तान के लिए कोई नई बात नहीं है। जब-जब वह आंतरिक या अंतरराष्ट्रीय दबाव में आता है, या कश्मीर घाटी में आतंकवाद को हवा देने की साजिश करता है, वह LoC पर फायरिंग शुरू कर देता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान की मौजूदा सरकार और सेना दोनों ही आंतरिक अस्थिरता और बढ़ती आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में सीमावर्ती तनाव फैलाकर वे घरेलू राजनीति में ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ को आसान बनाने के लिए भी LoC पर गोलीबारी का इस्तेमाल करता रहा है।
लगातार हो रही गोलीबारी से सीमावर्ती गांवों में दहशत का माहौल है। उरी, कुपवाड़ा और अखनूर के गांवों में रातों को लोग सो नहीं पा रहे हैं। कई जगहों पर स्कूल बंद कर दिए गए हैं और ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तानी गोलीबारी में तेजी आई है और अब वे अपने खेतों में काम करने या बच्चों को स्कूल भेजने से डरने लगे हैं।
भारत ने पाकिस्तान की इन हरकतों को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी आवाज उठाई है। भारत बार-बार यह साफ कर चुका है कि वह शांतिपूर्ण संबंधों का पक्षधर है, लेकिन आतंकवाद और उकसावे को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थाओं के सामने पाकिस्तान के खिलाफ सबूत पेश किए गए हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पाकिस्तान की ओर से बार-बार हो रहे सीजफायर उल्लंघन न केवल क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा हैं, बल्कि यह दिखाते हैं कि वह आतंकवाद के समर्थन से पीछे नहीं हटना चाहता।
भारतीय सेना की सजगता और जवाबी कार्रवाई ने साबित किया है कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम है। लेकिन यह भी उतना ही स्पष्ट है कि भारत युद्ध नहीं, शांति चाहता है — एक ऐसी शांति जिसमें आतंक और धोखे की कोई जगह न हो।