Now all iPhones will be made in India: एप्पल बना रहा भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब | पूरी रिपोर्ट
April 28, 2025
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दुनिया के सबसे लोकप्रिय स्मार्टफोन ब्रांड्स में से एक, एप्पल अब भारत में बड़ा दांव लगाने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, एप्पल आने वाले समय
दुनिया के सबसे लोकप्रिय स्मार्टफोन ब्रांड्स में से एक, एप्पल अब भारत में बड़ा दांव लगाने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, एप्पल आने वाले समय में अमेरिका में बिकने वाले iPhone भी भारत में ही मैन्युफैक्चर कर सकता है। यह कदम भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जिससे देश को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।
तो आइए जानते हैं पूरी रिपोर्ट कि आखिर एप्पल ऐसा फैसला क्यों कर रहा है, और इसका भारत और दुनिया पर क्या असर होगा।
भारत में iPhone मैन्युफैक्चरिंग का बढ़ता रोल
पिछले कुछ वर्षों में एप्पल ने भारत में iPhone मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। अभी तक भारत में iPhone के कुछ चुनिंदा मॉडल जैसे iPhone 12, iPhone 13 और iPhone 15 का उत्पादन किया जा रहा था। लेकिन अब खबर आ रही है कि कंपनी अपने पूरे प्रोडक्शन का एक बड़ा हिस्सा भारत शिफ्ट करने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
2025 तक भारत में 4 करोड़ iPhone के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। यह आंकड़ा दिखाता है कि एप्पल भारत को कितनी बड़ी भूमिका में देख रहा है।
क्यों बढ़ रही है भारत में मैन्युफैक्चरिंग?
1. चीन पर निर्भरता कम करना
COVID-19 महामारी और US-चीन ट्रेड वॉर ने एप्पल को सिखा दिया कि सिर्फ चीन पर निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है। चीन में लॉकडाउन और जियोपॉलिटिकल तनाव के चलते उत्पादन में रुकावटें आईं। ऐसे में एप्पल अब अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस को विविधतापूर्ण बनाना चाहता है, और भारत इसके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प बनकर उभरा है।
2. भारत सरकार की PLI स्कीम
भारत सरकार ने Production Linked Incentive (PLI) स्कीम लॉन्च की है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को भारी सब्सिडी और टैक्स बेनिफिट मिल रहे हैं। इससे कंपनियों को भारत में निवेश करना ज्यादा आकर्षक हो गया है।
3. कुशल श्रमिक और सस्ती लागत
भारत में प्रशिक्षित श्रमिकों की बड़ी संख्या और अपेक्षाकृत कम श्रम लागत भी एप्पल के इस फैसले को सपोर्ट कर रही है। इससे उत्पादन लागत कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा।
कौन-कौन कर रहा है iPhone का उत्पादन?
भारत में एप्पल के iPhone का उत्पादन इसके तीन बड़े कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स कर रहे हैं:
Foxconn: चेन्नई के पास संयंत्र संचालित करता है।
Wistron: बेंगलुरु में ऑपरेशन करता था, जिसे हाल ही में टाटा समूह ने टेकओवर कर लिया है।
Pegatron: चेन्नई के पास उत्पादन कर रहा है।
इन कंपनियों के प्लांट्स का विस्तार किया जा रहा है और नए निवेश की भी योजना बन रही है।
भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनने से क्या फायदा?
1. रोजगार के नए अवसर
भारत में मैन्युफैक्चरिंग के बढ़ने से लाखों नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। खासकर टेक्निकल और असेंबली सेक्टर में बड़ी संख्या में लोगों को नौकरियां मिलेंगी।
2. एक्सपोर्ट बढ़ेगा
अगर भारत में बने iPhone विदेशों में बिकेंगे, तो देश का इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट भी तेजी से बढ़ेगा। इससे भारत के व्यापार संतुलन में सुधार आएगा।
3. टेक्नोलॉजी ट्रांसफर
एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों के आने से भारत में नई टेक्नोलॉजी आएगी, जिससे देश की टेक्निकल दक्षता में इजाफा होगा।
4. ग्लोबल पहचान
भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में पहचान मिलेगी, जिससे और भी बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करने के लिए आकर्षित होंगी।
चुनौतियाँ भी कम नहीं
हालांकि यह खबर उत्साहजनक है, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं:
सप्लाई चेन का विस्तार करना होगा।
हाई-क्वालिटी स्टैंडर्ड्स को बनाए रखना जरूरी है।
लॉजिस्टिक्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर में और सुधार की जरूरत होगी।
अगर इन चुनौतियों को सही ढंग से हैंडल किया गया, तो भारत वास्तव में दुनिया का अगला बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन सकता है।
निष्कर्ष
एप्पल का भारत में iPhone मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाना भारत की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद सकारात्मक कदम है। यह न केवल रोजगार बढ़ाएगा, बल्कि भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग मैप पर एक मजबूत स्थान भी दिलाएगा। अब सबकी निगाहें एप्पल और भारत सरकार की आगामी रणनीति पर टिकी हुई हैं।
अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो जल्द ही दुनिया भर में बिकने वाले iPhone पर लिखा होगा — “Made in India”।