Nagpur Rape Case: IPS अधिकारी पर लगा डॉक्टर से शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप – जानिए पूरा मामला
April 14, 2025
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पुलिस के अनुसार, आरोपी जब संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी कर रहा था, तब पीड़ित युवती MBBS की पढ़ाई कर रही थी। दोनों की मुलाकात एक
पुलिस के अनुसार, आरोपी जब संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी कर रहा था, तब पीड़ित युवती MBBS की पढ़ाई कर रही थी। दोनों की मुलाकात एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हुई।
शुरुआत में सामान्य बातचीत होती रही
धीरे-धीरे यह बातचीत दोस्ती में बदल गई
फिर फोन कॉल्स और वीडियो कॉल्स के ज़रिए संपर्क गहराता गया
इस डिजिटल रिश्ते में विश्वास का ऐसा स्तर बन गया कि महिला ने आरोपी पर पूरी तरह भरोसा कर लिया।
शादी का वादा और संबंध
कुछ समय बाद, आरोपी ने महिला को शादी का वादा किया और उसका विश्वास जीतने में सफल रहा।
दोनों की मुलाकातें हुईं
आरोपी ने महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाए
महिला को यह यकीन दिलाया गया कि जल्दी ही शादी कर ली जाएगी
यह संबंध सहमति पर आधारित प्रतीत हुआ, लेकिन पीड़िता का कहना है कि उसकी सहमति शादी के वादे की बुनियाद पर थी, जो कि झूठा निकला।
जब टूट गया भरोसा
समय बीतता गया, लेकिन शादी की कोई पहल नहीं हुई।
महिला ने जब शादी के बारे में दोबारा बात की, तो आरोपी टालमटोल करने लगा
आखिरकार आरोपी ने साफ शब्दों में कहा कि वह शादी नहीं करेगा
यह सुनते ही महिला को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है। उसने पूरी बात अपने परिजनों को बताई और फिर पुलिस से संपर्क किया।
केस दर्ज और कानूनी धाराएं
पीड़िता की शिकायत पर नागपुर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। प्रमुख धाराएं जो लगाई गई हैं:
IPC धारा 376 – बलात्कार
IPC धारा 417 – धोखाधड़ी
IPC धारा 506 – धमकी देना (यदि आरोप हो)
पुलिस जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या आरोपी ने जानबूझकर महिला को गुमराह किया और क्या उसने पहले से शादी से इनकार करने की योजना बनाई थी।
आरोपी की स्थिति और पुलिस की कार्यवाही
आरोपी वर्तमान में एक IPS अधिकारी है
उसकी तैनाती किसी दूसरे राज्य या विभाग में बताई जा रही है
पुलिस ने पूछताछ के लिए समन भेजा है
अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो निलंबन या गिरफ्तारी संभव है
हालांकि, अब तक आरोपी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
समाज में इसका प्रभाव
इस मामले ने एक बार फिर वर्दी की गरिमा और जिम्मेदारी को लेकर बहस छेड़ दी है।
एक तरफ जहां आम लोग अधिकारियों पर भरोसा करते हैं, वहीं ऐसे मामले उस भरोसे को तोड़ते हैं
महिलाएं पहले ही कई सामाजिक बंदिशों से जूझती हैं, और जब उच्च पद पर बैठे लोग ही उनका भरोसा तोड़ें, तो स्थिति और गंभीर हो जाती है
क्या कहता है कानून?
भारतीय दंड संहिता में यदि कोई पुरुष महिला को शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाता है और बाद में शादी से इंकार करता है, तो यह बलात्कार की श्रेणी में आता है, बशर्ते यह साबित हो कि वादा जानबूझकर झूठा था।
सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों में यह साफ किया गया है कि:
महिला की सहमति की वैधता इस पर निर्भर करती है कि वह धोखे में तो नहीं थी
यदि शादी का वादा झूठा था और सिर्फ यौन संबंध के लिए किया गया था, तो यह अपराध है
क्या होता है अगर आरोपी दोषी साबित हुआ?
अगर जांच और अदालत में यह साबित हो जाता है कि:
आरोपी ने जानबूझकर महिला को धोखा दिया
उसकी मंशा शादी करने की नहीं थी
तो उसे कड़ा दंड मिल सकता है।
सात साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है
साथ ही सरकारी सेवा से बर्खास्तगी भी संभव है
महिला सुरक्षा और ऑनलाइन रिश्तों की सच्चाई
यह मामला आज के युवाओं के लिए भी एक सीख है कि:
ऑनलाइन रिश्तों में पूरी तरह भरोसा करना खतरनाक हो सकता है
जब तक रिश्ता किसी ठोस आधार पर ना पहुंचे, शारीरिक या भावनात्मक रूप से जुड़ना जोखिम भरा हो सकता है
महिलाएं अपनी सुरक्षा को लेकर पहले से सतर्क रहें और जरूरत पड़ने पर तुरंत कानून का सहारा लें
निष्कर्ष
नागपुर का यह मामला एक गंभीर सामाजिक और कानूनी मुद्दा बन गया है। यह दिखाता है कि कैसे वर्दीधारी पदों पर बैठे कुछ लोग भी अपनी शक्ति का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, अच्छी बात यह है कि महिला ने हिम्मत दिखाकर कानून का सहारा लिया और आरोपी के खिलाफ आवाज़ उठाई।
अब यह जिम्मेदारी है न्याय प्रणाली और पुलिस की कि सही जांच हो, दोषी को सजा मिले और ऐसे मामलों में एक सख्त उदाहरण पेश किया जाए।