मुरादाबाद की अनोखी शादी: जब सुहागरात पर खुला राज, और 7 दिन में टूटा रिश्ता
- May 23, 2025
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उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के सिर्फ सात दिन बाद ही एक नवविवाहिता ने अपने पति से तलाक
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के सिर्फ सात दिन बाद ही एक नवविवाहिता ने अपने पति से तलाक
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के सिर्फ सात दिन बाद ही एक नवविवाहिता ने अपने पति से तलाक की मांग कर दी। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और लोग इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला आखिर क्या है, और क्यों एक नई नवेली दुल्हन ने अपनी शादी खत्म करने का फैसला लिया।
मुरादाबाद के समाथल गांव की रहने वाली एक युवती की शादी 30 अप्रैल को वसंतपुर रामराय गांव के एक युवक से हुई थी। दोनों परिवारों ने बड़े ही धूमधाम से शादी का आयोजन किया। बैंड-बाजे के साथ बारात आई, और पूरे रीति-रिवाज से शादी संपन्न हुई। लेकिन इस खुशियों भरे माहौल में किसी को अंदाजा नहीं था कि कुछ ही दिनों में यह रिश्ता टूटने वाला है।
शादी के बाद सुहागरात पर ही दुल्हन को अपने पति की कुछ ऐसी हरकतें नजर आईं, जिससे वह चौंक गई। उसने अपनी आपबीती में कहा कि दूल्हे का व्यवहार उसे असामान्य और अजीब लगा। उसने बताया कि वह चार दिन तक लगातार अपने पति की गतिविधियों पर नजर रख रही थी और हर दिन उसे निराशा ही हाथ लगी।
चार दिन बाद दुल्हन अपने मायके लौट गई और फिर ससुराल वापस जाने से इनकार कर दिया। जब परिवार वालों ने उसे समझाने की कोशिश की, तब उसने कहा, “मैं इस दूल्हे के साथ अपनी जिंदगी नहीं बिता सकती। हमें धोखा दिया गया है। लड़के की असलियत हमसे छिपाई गई थी।”
दुल्हन ने अपने आरोपों में यह भी कहा कि दूल्हे में वैवाहिक जीवन को निभाने की क्षमता नहीं है और वह मानसिक व व्यवहारिक रूप से असामान्य प्रतीत होता है। उसने थाने में भी इसकी शिकायत दर्ज कराई, जिससे पुलिस भी चौंक गई कि शादी के महज चार दिन बाद ही मामला थाने पहुंच गया।
जब मामला पुलिस के पास पहुंचा, तब दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया। पुलिस ने कई दिनों तक दोनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अडिग रही। उसने साफ कह दिया कि वह अब इस रिश्ते को आगे नहीं बढ़ा सकती। इसके बाद पुलिस ने गांव के बुजुर्गों और पंचायत की मदद ली ताकि मामला आपसी सहमति से सुलझाया जा सके।
बुधवार को थाने में पंचायत बुलाई गई, जहां दोनों पक्षों की सहमति से तलाक का निर्णय लिया गया। पंचायत ने वर पक्ष पर 6.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया, जिसे दूल्हे वालों ने मौके पर ही अदा कर दिया। थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला निपटा लिया है और किसी भी पक्ष ने आगे कानूनी कार्रवाई की इच्छा नहीं जताई है।
इस घटना ने समाज में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या विवाह पूर्व सत्य जानकारी साझा करना आवश्यक नहीं है? क्या शादी के नाम पर किसी को धोखा देना सही है? और क्या समाज अब महिला की आवाज को गंभीरता से लेने लगा है?
इस मामले ने यह भी दिखाया कि अगर लड़की किसी रिश्ते में खुद को सुरक्षित और संतुष्ट महसूस नहीं करती है, तो अब वह मजबूर नहीं है उस रिश्ते को ढोने के लिए। पंचायत और पुलिस ने इस मामले को जिस तरह समझदारी से सुलझाया, वह भी सराहनीय है।
मुरादाबाद की यह घटना न केवल समाज को एक आईना दिखाती है बल्कि विवाह से जुड़ी पारदर्शिता की जरूरत को भी उजागर करती है। विवाह जीवनभर का बंधन होता है, जिसे जबरदस्ती या झूठ की बुनियाद पर नहीं बनाया जा सकता। अब वक्त है कि लोग रिश्तों में ईमानदारी और पारदर्शिता को प्राथमिकता दें, ताकि इस तरह की दुखद घटनाएं दोहराई न जाएं।