60 की उम्र में लौटा पहला प्यार: डॉक्टर प्रेमिका संग फरार हुए वकील साहब, 24 घंटे में सहरसा से बरामद
- May 22, 2025
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कहते हैं कि पहला प्यार कभी नहीं भुलाया जाता। वक्त चाहे कितना भी क्यों न बीत जाए, दिल के कोने में वो एहसास हमेशा जिंदा रहता है। कुछ
कहते हैं कि पहला प्यार कभी नहीं भुलाया जाता। वक्त चाहे कितना भी क्यों न बीत जाए, दिल के कोने में वो एहसास हमेशा जिंदा रहता है। कुछ
कहते हैं कि पहला प्यार कभी नहीं भुलाया जाता। वक्त चाहे कितना भी क्यों न बीत जाए, दिल के कोने में वो एहसास हमेशा जिंदा रहता है। कुछ ऐसा ही वाकया बिहार के पूर्णिया जिले में सामने आया, जिसने लोगों को चौंका दिया। यहां 60 साल के एक वकील और 50 साल की महिला डॉक्टर की प्रेम कहानी ने न सिर्फ उनके परिवारों को बल्कि पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया।
यह कहानी शुरू हुई थी दशकों पहले, जब वकील साहब और महिला डॉक्टर दिल्ली में एक साथ पढ़ाई कर रहे थे। पढ़ाई के दौरान दोनों एक-दूसरे के करीब आए और पहली मोहब्बत हो गई। लेकिन जैसे ही इस रिश्ते की भनक उनके परिवारों को लगी, उन्होंने इस रिश्ते को नामंजूर कर दिया। नतीजतन, दोनों की शादियां अलग-अलग जगह तय कर दी गईं। वकील साहब ने कानून की दुनिया में नाम कमाया और महिला डॉक्टर ने चिकित्सा क्षेत्र में अपना करियर बना लिया।
हालांकि दोनों अपनी-अपनी पारिवारिक जिंदगी में व्यस्त हो गए, लेकिन दिलों में छिपा पहला प्यार शायद कभी खत्म नहीं हुआ। दोनों ने अपने-अपने जीवनसाथी के साथ परिवार बसाया, बच्चे पैदा हुए, और समय आगे बढ़ता गया। लेकिन किस्मत ने उन्हें दोबारा मिलवाने की ठान ली थी।
पूर्णिया में एक दिन अचानक वकील साहब की नजर अपनी पुरानी प्रेमिका पर पड़ी, जो अब एक प्रतिष्ठित डॉक्टर थीं। पहली नजर में पहचानने के बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे पुराना प्यार फिर से पनपने लगा। डॉक्टर महिला भी अपने बचपन के प्यार से मिलकर भावुक हो उठीं। इस मुलाकात ने पुराने जख्मों को फिर से ताजा कर दिया और एक नई शुरुआत हो गई।
इस रिश्ते की भनक जब डॉक्टर महिला के पति को लगी, जो खुद भी एक डॉक्टर हैं, तो उन्होंने इसका सख्त विरोध किया। पति ने पत्नी से कई बार इस रिश्ते को खत्म करने की बात की, लेकिन बात नहीं बनी। धीरे-धीरे घर में तनाव बढ़ने लगा और बच्चों के सामने भी झगड़े होने लगे। पति ने वकील को कई बार घर आने से मना किया, लेकिन वकील साहब चोरी-छिपे मिलने का सिलसिला जारी रखे हुए थे।
पिछले सप्ताह जब डॉक्टर महिला का पति क्लीनिक पर गया था, उसी वक्त महिला डॉक्टर अपने प्रेमी वकील के साथ घर से भाग गईं। जब डॉक्टर पति घर वापस लौटा तो सब कुछ बदल चुका था। घर खाली था, और पत्नी गायब थी। आनन-फानन में उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मामला हाईप्रोफाइल था — एक प्रतिष्ठित डॉक्टर और वकील के नाम जुड़े थे। इसलिए पुलिस ने बिना देरी किए कार्रवाई शुरू की। दोनों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर डाला गया और लोकेशन ट्रैक की गई। 24 घंटे के भीतर पुलिस ने दोनों को सहरसा जिले से बरामद कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में महिला डॉक्टर ने बताया कि वह अपने पहले प्यार के साथ ही जीवन बिताना चाहती हैं। वहीं वकील साहब ने भी यही बात दोहराई। लेकिन जब मामला सामाजिक प्रतिष्ठा और बच्चों के भविष्य पर आया, तो दोनों परिवारों के बीच समझौता हुआ। बाद में पुलिस ने दोनों को उनके परिवारों के सुपुर्द कर दिया।
यह प्रेम कहानी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। लोग इसे ‘बुजुर्गों की मोहब्बत’ कहकर देख रहे हैं तो कुछ इसे पारिवारिक जिम्मेदारियों से भागने की कहानी बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
पूर्णिया की इस अनोखी प्रेम कहानी ने यह तो साबित कर दिया कि प्यार की कोई उम्र नहीं होती, लेकिन साथ ही यह भी दिखाया कि सामाजिक जिम्मेदारियां और पारिवारिक रिश्तों की अहमियत को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पहले प्यार की लौ फिर से जलाने के लिए हम अपने आज की बुनियाद को तोड़ सकते हैं?