Kotak Mahindra Bank Gets a Shock as Soon as Repo Rate is Reduced, FD पर घटाया इंटरेस्ट रेट
- April 10, 2025
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10 अप्रैल 2025 की सुबह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में कटौती की घोषणा की। रेपो रेट वह दर होती है
10 अप्रैल 2025 की सुबह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में कटौती की घोषणा की। रेपो रेट वह दर होती है
10 अप्रैल 2025 की सुबह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में कटौती की घोषणा की। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI बैंकों को अल्पकालिक ऋण देता है। इसके घटते ही आमतौर पर लोन सस्ते हो जाते हैं, लेकिन दूसरी ओर, बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) जैसी सेवाओं पर ब्याज दरों में कटौती कर देते हैं। Kotak Mahindra Bank ने इसी फैसले के कुछ ही घंटों बाद FD पर ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर दिया है।
RBI के रेपो रेट कम करने के बाद Kotak Mahindra Bank ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए अपने कुछ अवधि की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीमों पर ब्याज दरों में 15 बेसिस प्वाइंट्स (0.15%) तक की कटौती कर दी है। यह कटौती विशेष रूप से उन एफडी पर लागू होगी जिनकी परिपक्वता अवधि 1 साल से 2 साल के बीच है।
इस फैसले के बाद बैंक के FD ग्राहकों को अब पहले की तुलना में कम रिटर्न मिलेगा, खासकर उन निवेशकों को जो हाल ही में या निकट भविष्य में एफडी कराने की योजना बना रहे थे।
रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। जब यह दर घटाई जाती है, तो इसका उद्देश्य बाजार में लिक्विडिटी बढ़ाना और कर्ज को सस्ता करना होता है। इससे लोन लेने वालों को राहत तो मिलती है, लेकिन बैंकों के पास जमा की गई राशि पर मिलने वाले ब्याज में भी कटौती की जाती है ताकि वे अपने मार्जिन को बनाए रख सकें।
FD उन निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प मानी जाती है जो सुनिश्चित रिटर्न चाहते हैं। लेकिन ब्याज दरों में इस तरह की कटौती उन निवेशकों के लिए झटका है जो लंबी अवधि की योजनाएं बना रहे थे। अब उन्हें FD के बजाय दूसरे विकल्पों जैसे:
जैसे विकल्पों पर विचार करना पड़ सकता है।
Kotak Mahindra Bank ने भले ही सबसे पहले रिएक्ट किया हो, लेकिन आने वाले दिनों में अन्य बड़े बैंक जैसे SBI, HDFC Bank, ICICI Bank आदि भी अपनी FD दरों में संशोधन कर सकते हैं। यह ट्रेंड अक्सर RBI के नीति निर्णयों के बाद देखा जाता है।
RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती से जहां लोन लेने वालों को थोड़ी राहत मिलेगी, वहीं FD निवेशकों को कम ब्याज दरों का सामना करना पड़ेगा। Kotak Mahindra Bank की इस त्वरित प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि बैंकों ने अपने डिपॉजिट रेट्स को नए आर्थिक परिदृश्य के अनुसार तुरंत समायोजित करना शुरू कर दिया है। निवेशकों को अब सोच-समझकर निवेश करने की जरूरत है, खासकर अगर वे सुरक्षित और स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं।