कोलकाता होटल अग्निकांड: धुएं और डर से छलांग लगाते लोग, 15 की मौत, राहत-बचाव कार्य अब भी जारी
- May 1, 2025
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कोलकाता से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। शहर के फालपट्टी मछुआ इलाके में स्थित एक होटल में मंगलवार देर रात भीषण आग लग गई,
कोलकाता से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। शहर के फालपट्टी मछुआ इलाके में स्थित एक होटल में मंगलवार देर रात भीषण आग लग गई,
कोलकाता से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। शहर के फालपट्टी मछुआ इलाके में स्थित एक होटल में मंगलवार देर रात भीषण आग लग गई, जिसमें अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। कई अन्य घायल हैं और कुछ लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर तैनात हैं और राहत व बचाव कार्य लगातार जारी है।
यह आग देर रात करीब 12 बजे लगी, जब होटल में अधिकांश लोग सो रहे थे। अचानक लगी आग ने इतनी तेजी से विकराल रूप लिया कि कई लोगों को अपनी जान बचाने के लिए होटल की ऊंची मंजिलों से कूदना पड़ा।
प्राथमिक जांच में माना जा रहा है कि आग होटल की रसोई या ग्राउंड फ्लोर के किसी इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट के कारण लगी होगी। आग धीरे-धीरे फैलते हुए ऊपरी मंजिलों तक पहुंच गई और वहां फंसे लोगों के लिए बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा।
दमकल अधिकारियों के अनुसार, होटल में सुरक्षा मानकों की भारी कमी थी। फायर अलार्म और इमरजेंसी एक्जिट पर्याप्त नहीं थे, जिससे समय रहते लोगों को बाहर निकलने में काफी दिक्कत हुई।
आग लगते ही होटल में अफरा-तफरी मच गई। अंदर फंसे लोग खिड़कियों से बाहर झांकते नजर आए। कुछ लोगों ने खुद को बचाने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से छलांग लगा दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चारों ओर धुआं ही धुआं था और लोग सांस नहीं ले पा रहे थे। दमकल कर्मियों और स्थानीय निवासियों ने मिलकर कई लोगों को बचाया, लेकिन जब तक मदद पहुंची, तब तक कई लोगों की मौत दम घुटने या जलने से हो चुकी थी।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों में होटल में ठहरे यात्री, कुछ कर्मचारी और एक बच्चा भी शामिल है। करीब 10 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें नजदीकी SSKM और MR बांगुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है और मृतकों की पहचान के लिए प्रयास जारी हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना पर दुख जताया और जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक घटना है। प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।”
होटल में फायर सेफ्टी से जुड़ी अनियमितताओं पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि होटल ने पहले भी कई बार फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी की है।
अब नगर निगम और दमकल विभाग इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या होटल को सही तरीके से फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट दिया गया था या नहीं। यदि लापरवाही पाई गई, तो होटल के मालिक और प्रबंधन पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।
हालांकि आग पर अब काबू पा लिया गया है, लेकिन राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। दमकल विभाग की टीमें होटल के अंदर एक-एक कमरे की जांच कर रही हैं कि कहीं कोई और व्यक्ति फंसा न रह गया हो।
NDRF की टीमों को भी मौके पर बुलाया गया है ताकि मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला जा सके। स्थानीय लोग भी राहत कार्यों में मदद कर रहे हैं।
यह हादसा एक बार फिर साबित करता है कि आग जैसी आपदाओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता। कोलकाता जैसे बड़े शहर में, जहां हजारों होटल और गेस्टहाउस चलते हैं, उनमें से अधिकांश सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरते।
जरूरत है कि सरकार और प्रशासन ऐसे सभी स्थानों की नियमित जांच करे और सख्त कदम उठाए, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।