घुटनों का दर्द मिटाने का समाधान: क्या है Knee Replacement Surgery और इसके फायदे?
- August 27, 2025
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बढ़ती उम्र, चोट या गठिया जैसी बीमारियों के कारण घुटनों में दर्द और जकड़न होना आम समस्या है। जब यह दर्द इतना बढ़ जाए कि रोजमर्रा के काम
बढ़ती उम्र, चोट या गठिया जैसी बीमारियों के कारण घुटनों में दर्द और जकड़न होना आम समस्या है। जब यह दर्द इतना बढ़ जाए कि रोजमर्रा के काम
बढ़ती उम्र, चोट या गठिया जैसी बीमारियों के कारण घुटनों में दर्द और जकड़न होना आम समस्या है। जब यह दर्द इतना बढ़ जाए कि रोजमर्रा के काम करना मुश्किल हो जाए और दवाइयां, इंजेक्शन या फिजियोथेरेपी असर करना बंद कर दें, तब डॉक्टर अक्सर Knee Replacement Surgery की सलाह देते हैं। यह सर्जरी मरीज को दर्द से राहत दिलाकर उसकी चलने-फिरने की क्षमता वापस लाने का एक असरदार विकल्प है।
Knee Replacement Surgery (घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी) एक ऑर्थोपेडिक प्रक्रिया है, जिसमें घुटने के खराब हिस्से को हटाकर उसकी जगह एक आर्टिफिशियल इम्प्लांट लगाया जाता है। यह इम्प्लांट घुटने की नैचुरल शेप और मूवमेंट को सपोर्ट करता है, जिससे मरीज को न केवल दर्द से राहत मिलती है बल्कि वह सामान्य जीवन जीने में सक्षम होता है।
इस सर्जरी की जरूरत तब पड़ती है जब –

पहले घुटने की सर्जरी पूरी तरह डॉक्टर के अनुभव और हाथ की सटीकता पर निर्भर रहती थी। हालांकि परिणाम अच्छे मिलते थे, लेकिन सर्जरी में ज्यादा कट लगते थे, खून बहता था और रिकवरी में लंबा समय लगता था।
अब Robotic Knee Replacement Surgery ने इस प्रक्रिया को और बेहतर बना दिया है। इसमें डॉक्टर एक रोबोटिक सिस्टम की मदद से सर्जरी करते हैं। मरीज का CT स्कैन करके उसका 3D मॉडल तैयार किया जाता है और उसी आधार पर सर्जरी की पर्सनलाइज्ड प्लानिंग होती है। रोबोटिक आर्म केवल उतनी ही हड्डी काटता है जितनी ज़रूरत होती है। इस वजह से सर्जरी ज्यादा सटीक, सुरक्षित और तेज़ रिकवरी वाली हो जाती है।
कैलाश अस्पताल के आर्थोपेडिक और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट विशेषज्ञ डॉ. अनुज जैन के अनुसार, इस प्रक्रिया में पहले मरीज का CT स्कैन करके वर्चुअल 3D मॉडल तैयार किया जाता है। सर्जन उसी मॉडल को देखकर तय करते हैं कि इम्प्लांट का साइज, एंगल और पोजिशन क्या होनी चाहिए।
ऑपरेशन के दौरान –
नतीजा यह होता है कि मरीज को कम दर्द, कम खून बहना और तेज रिकवरी मिलती है।

Robotic Knee Replacement Surgery के बाद मरीज 24-48 घंटों के भीतर चलना शुरू कर सकता है। सामान्यत: 4-6 हफ्तों में वह रोजमर्रा की गतिविधियां आराम से कर पाता है। डॉक्टर फिजियोथेरेपी और एक्सरसाइज की सलाह देते हैं ताकि नया घुटना मजबूत हो और मूवमेंट स्मूद बना रहे।
सर्जरी के बाद सही डाइट, वजन कंट्रोल और नियमित व्यायाम बेहद जरूरी है। इससे नया घुटना लंबे समय तक फिट और आरामदायक बना रहता है।
Knee Replacement Surgery उन लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती है जो घुटनों के दर्द से परेशान हैं और जिनका जीवन सामान्य तरीके से चल नहीं पा रहा है। खासकर Robotic Knee Replacement ने इस प्रक्रिया को और सुरक्षित, सटीक और तेज रिकवरी वाला बना दिया है। सही समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर यह सर्जरी करवाई जाए तो मरीज का जीवन दर्दमुक्त और सक्रिय हो सकता है।