भारत के सर्जिकल स्ट्राइक पर इजराइल और अमेरिका का समर्थन, पाकिस्तान की साजिशें रह गईं नाकाम
- May 7, 2025
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भारत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर पर जाने के लिए तैयार है। हाल ही में भारतीय
भारत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर पर जाने के लिए तैयार है। हाल ही में भारतीय
भारत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ किसी भी स्तर पर जाने के लिए तैयार है। हाल ही में भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दुनिया की दो बड़ी ताकतें—इजराइल और अमेरिका—भारत के समर्थन में खुलकर सामने आ गई हैं। इस वैश्विक समर्थन ने पाकिस्तान की हालिया गीदड़भभकियों को हवा में उड़ा दिया है।
आइए विस्तार से जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम, भारत की सर्जिकल स्ट्राइक, पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और अमेरिका-इजराइल के ऐतिहासिक समर्थन के बारे में।
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया था। इसके तुरंत बाद भारत की तीनों सेनाओं—थल, जल और वायुसेना—ने मिलकर एक साझा ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया।
भारत की इस कार्रवाई में:
भारत की स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के नेताओं ने तुरंत प्रतिक्रिया दी:
हालांकि, दुनिया भर में भारत को मिल रहे समर्थन को देखते हुए पाकिस्तान की ये धमकियां अब केवल शब्दों तक सीमित होती दिख रही हैं।
भारत की कार्रवाई के बाद सबसे पहले इजराइल भारत के समर्थन में सामने आया।
भारत में इजराइली राजदूत रोवेन अजेर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“इजराइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकियों को यह जान लेना चाहिए कि निर्दोषों पर हमले करने के बाद वे कहीं भी छिप नहीं सकते।”
यह बयान इजराइल की स्पष्ट नीति को दर्शाता है—आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस। भारत और इजराइल की सुरक्षा साझेदारी लंबे समय से मजबूत रही है और यह बयान उस दोस्ती की एक मजबूत मिसाल है।
इजराइल के बाद अमेरिका ने भी भारत के समर्थन में बयान देकर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा:
“पाकिस्तान को भारत को जवाब देने की भूल नहीं करनी चाहिए। यह उसकी बड़ी भूल साबित हो सकती है।”
इस बयान से यह साफ हो गया है कि अमेरिका भारत के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन करता है। अमेरिका पहले भी कई बार आतंकवाद को बढ़ावा देने पर पाकिस्तान को फटकार लगा चुका है।
भारत के इस सर्जिकल स्ट्राइक ने सिर्फ आतंकियों को करारा जवाब नहीं दिया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि निर्णायक रणनीति अपनाता है।
अमेरिका और इजराइल जैसे देशों का खुला समर्थन भारत की वैश्विक कूटनीतिक स्थिति को मजबूत करता है। इससे यह भी साफ हो गया है कि आतंक के खिलाफ भारत अब अकेला नहीं है।
भारत पर हमले का बहाना बनाकर जवाबी कार्रवाई की जो बात पाकिस्तान कर रहा था, वह अब अंतरराष्ट्रीय समर्थन के अभाव में कमजोर पड़ गई है।
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक एक सटीक और निर्णायक कार्रवाई थी, जिसने पाकिस्तान को झकझोर दिया है। इजराइल और अमेरिका जैसे देशों का समर्थन भारत के लिए न केवल राजनयिक रूप से ताकतवर स्थिति बनाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वैश्विक मंच पर भारत की बात अब गंभीरता से सुनी जाती है।
पाकिस्तान की गीदड़भभकियां और झूठे दावे अब दुनिया के सामने बेनकाब हो चुके हैं।
अब भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी कार्रवाई में अकेला नहीं—पूरी दुनिया उसके साथ खड़ी है।