वेटिंग टिकट और ग्रुप में ट्रेन यात्रा? जानिए IRCTC के ये जरूरी नियम ताकि न हो कोई परेशानी
- May 15, 2025
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अगर आपने कभी भारतीय रेलवे (IRCTC) के जरिए ग्रुप में टिकट बुक किया है, तो आपने यह जरूर देखा होगा कि एक ही बुकिंग में कुछ टिकट कन्फर्म
अगर आपने कभी भारतीय रेलवे (IRCTC) के जरिए ग्रुप में टिकट बुक किया है, तो आपने यह जरूर देखा होगा कि एक ही बुकिंग में कुछ टिकट कन्फर्म
अगर आपने कभी भारतीय रेलवे (IRCTC) के जरिए ग्रुप में टिकट बुक किया है, तो आपने यह जरूर देखा होगा कि एक ही बुकिंग में कुछ टिकट कन्फर्म हो जाते हैं और कुछ वेटिंग लिस्ट में रह जाते हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल होता है – क्या पूरे ग्रुप को यात्रा करने की अनुमति मिलेगी या केवल उन्हीं यात्रियों को जिनके टिकट कन्फर्म हुए हैं?
इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि वेटिंग टिकट के साथ ग्रुप में यात्रा करने के लिए IRCTC के क्या नियम हैं, किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किन विकल्पों को अपनाकर आप परेशानी से बच सकते हैं।
जब आप ट्रेन का टिकट बुक करते हैं और सीटें उपलब्ध नहीं होतीं, तो आपका टिकट वेटिंग लिस्ट में चला जाता है। इसका मतलब है कि आपके पास फिलहाल यात्रा करने के लिए कन्फर्म सीट नहीं है, लेकिन अगर कोई कन्फर्म टिकट कैंसल करता है, तो आपका टिकट कन्फर्म हो सकता है।
IRCTC में तीन तरह के टिकट होते हैं:
मान लीजिए आपने 6 लोगों के लिए एक साथ टिकट बुक किया और बुकिंग के बाद 3 टिकट कन्फर्म हो गए और बाकी 3 वेटिंग में हैं। अब सवाल ये है कि क्या वेटिंग वाले यात्री ट्रेन में चढ़ सकते हैं?
IRCTC के नियमों के अनुसार, अगर ट्रेन के चार्ट तैयार हो जाने के बाद भी किसी यात्री का टिकट वेटिंग में है, तो उसे यात्रा की अनुमति नहीं होती। ऐसे यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने का अधिकार नहीं है, और अगर वे चढ़ते हैं, तो उन्हें बिना टिकट माना जाता है और फाइन लग सकता है।
कई बार ग्रुप बुकिंग करते समय एक ही PNR (Passenger Name Record) नंबर पर कुछ टिकट कन्फर्म हो जाते हैं और कुछ वेटिंग में रह जाते हैं। अब इसमें ये ध्यान रखना जरूरी है कि:
ध्यान दें: यदि पूरा PNR वेटिंग में है, तो बुकिंग पूरी तरह कैंसल मानी जाती है और रिफंड ऑटोमैटिकली IRCTC अकाउंट में भेज दिया जाता है।
कुछ लोग सोचते हैं कि अगर ग्रुप में सफर कर रहे हैं, तो TTE (Travelling Ticket Examiner) मान जाएगा और सभी को चढ़ने देगा। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है।
TTE का काम रेलवे नियमों का पालन कराना है। अगर टिकट कन्फर्म नहीं है, तो TTE उसे वैध यात्री नहीं मान सकता। ऐसे में:
अगर आपका टिकट चार्ट बनने तक कन्फर्म नहीं हुआ, तो IRCTC वेटिंग टिकट को ऑटोमैटिकली कैंसल कर देता है और आपको पूरा रिफंड मिल जाता है। यह प्रक्रिया सिर्फ ई-टिकट के लिए लागू होती है।
अगर आपने काउंटर से टिकट लिया है, तो:
अगर आप ग्रुप में यात्रा कर रहे हैं और कुछ टिकट वेटिंग में हैं, तो इन उपायों से आप यात्रा की परेशानी से बच सकते हैं:
अगर सामान्य कोटा में सीट नहीं मिल रही है, तो तत्काल (Tatkal) कोटे में टिकट बुक करने की कोशिश करें।
एक ही PNR में सभी टिकट बुक करने के बजाय, दो या तीन अलग-अलग PNR में बुकिंग करें ताकि कन्फर्म होने की संभावना बढ़े।
अगर RAC टिकट मिल रहा है, तो वह वेटिंग से बेहतर है क्योंकि इसमें यात्रा की अनुमति होती है।
अगर किसी दूसरी ट्रेन में सीट उपलब्ध है, तो उसे बुक कर लें। कई बार समय थोड़ा इधर-उधर करके यात्रा को आसान बनाया जा सकता है।
6 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए टिकट की जरूरत नहीं होती (अगर सीट नहीं चाहिए)। लेकिन यदि सीट चाहिए, तो टिकट लेना अनिवार्य है और उसमें भी कन्फर्मेशन के वही नियम लागू होते हैं।
ग्रुप में ट्रेन यात्रा करते समय अगर कुछ टिकट वेटिंग में हैं, तो यात्रा से पहले IRCTC के नियमों को अच्छी तरह समझ लेना बेहद जरूरी है। क्योंकि कन्फर्म टिकट के बिना यात्रा करना न केवल अवैध है, बल्कि यात्रा के दौरान भारी जुर्माने या अपमानजनक स्थिति का कारण भी बन सकता है।