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Inflation Hits During Navratri: फलाहार की थाली हुई महंगी

  • April 3, 2025
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चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही उपवास के दौरान खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी वृद्धि देखी गई है। हर साल नवरात्रि के दौरान

Inflation Hits During Navratri: फलाहार की थाली हुई महंगी

चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही उपवास के दौरान खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी वृद्धि देखी गई है। हर साल नवरात्रि के दौरान मांग बढ़ने से खाद्य सामग्रियों के दामों में इजाफा होता है, लेकिन इस बार महंगाई की मार कुछ ज्यादा ही महसूस की जा रही है। कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, सांवक के चावल और फलों की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे उपवास रखने वाले लोगों के बजट पर असर पड़ा है।

Inflation Hits During Navratri

कौन-कौन से खाद्य पदार्थ हुए महंगे?

इस बार नवरात्रि में इस्तेमाल होने वाले प्रमुख उपवास सामग्रियों की कीमतों में 20-30% तक की वृद्धि दर्ज की गई है। आइए देखते हैं किन-किन चीजों की कीमतें बढ़ी हैं:

  1. कुट्टू का आटा: पहले 140 रुपये प्रति किलो था, अब 160 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।
  2. सिंघाड़े का आटा: 120 रुपये किलो से बढ़कर 140 रुपये प्रति किलो हो गया है।
  3. सांवक के चावल: 80 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 100 रुपये प्रति किलो तक बिक रहे हैं।
  4. सेब: पहले 160-200 रुपये प्रति किलो था, अब 200-250 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
  5. केला: पहले 40 रुपये दर्जन था, अब 60-80 रुपये दर्जन में मिल रहा है।
  6. नारियल: पहले 50 रुपये का था, अब इसकी कीमत 70 रुपये हो गई है।
  7. आलू: पहले 20 रुपये प्रति किलो था, अब 30 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है।
  8. मूंगफली: 100 रुपये किलो से बढ़कर 130 रुपये प्रति किलो हो गई है।

महंगाई के पीछे के कारण

  1. त्योहारी मांग में वृद्धि: नवरात्रि के दौरान व्रत रखने वाले लोगों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे इन वस्तुओं की मांग बढ़ती है और कीमतें बढ़ जाती हैं।
  2. आपूर्ति में कमी: बेमौसम बारिश और अन्य जलवायु कारणों की वजह से कई जगहों पर फसल को नुकसान हुआ है, जिससे सप्लाई पर असर पड़ा है।
  3. बिचौलियों की भूमिका: कई बार त्योहारों के दौरान व्यापारी जानबूझकर कीमतें बढ़ा देते हैं, जिससे आम जनता को महंगे दामों पर सामान खरीदना पड़ता है।
  4. ईंधन की कीमतों में वृद्धि: परिवहन लागत बढ़ने से खाद्य सामग्रियों की कीमतें भी बढ़ जाती हैं।

जनता पर असर

महंगाई का सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ रहा है। जो लोग पूरे नौ दिन का व्रत रखते हैं, उनके लिए फलाहार की थाली महंगी हो गई है। खासकर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को इस बढ़ी हुई महंगाई का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ रहा है।

सरकार और प्रशासन क्या कर सकते हैं?

  1. निगरानी बढ़ाई जाए: खाद्य वस्तुओं की कीमतों पर सरकार को कड़ी नजर रखनी चाहिए और बिचौलियों द्वारा की जा रही मुनाफाखोरी को रोकना चाहिए।
  2. स्टॉक लिमिट तय की जाए: आवश्यक वस्तुओं के लिए स्टॉक लिमिट तय की जानी चाहिए ताकि कालाबाजारी पर लगाम लग सके।
  3. सब्सिडी और राहत: सरकार को जरूरतमंद लोगों को सब्सिडी वाली दरों पर आवश्यक उपवास सामग्रियां उपलब्ध करानी चाहिए।

निष्कर्ष

नवरात्रि के दौरान खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि ने उपवास करने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, फल और अन्य आवश्यक वस्तुएं महंगी हो गई हैं, जिससे लोगों का बजट प्रभावित हुआ है। सरकार को इस स्थिति पर ध्यान देना चाहिए और उचित कदम उठाने चाहिए ताकि त्योहार के दौरान आम लोगों को राहत मिल सके।

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