ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों ने चकलाला एयरबेस को बनाया निशाना, पाकिस्तान में मचा हड़कंप
- May 17, 2025
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भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव ने हाल ही में एक नया मोड़ ले लिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा
भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव ने हाल ही में एक नया मोड़ ले लिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा
भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव ने हाल ही में एक नया मोड़ ले लिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक ने पाकिस्तान के एक अत्यंत संवेदनशील और सामरिक रूप से अहम एयरबेस – नूर खान एयरबेस (पूर्व में चकलाला एयरबेस) – को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। इस हमले ने न सिर्फ पाकिस्तान की सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि उसकी सैन्य संरचना में भी बदलाव की नौबत ला दी है।
सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर भारत की एक गुप्त सैन्य कार्रवाई थी, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान के सामरिक ठिकानों पर सटीक हमला करना था। यह ऑपरेशन एक सुनियोजित रणनीति के तहत अंजाम दिया गया, जिसमें हाई-प्रिसीजन वेपन्स और सैटेलाइट इनपुट्स की सहायता ली गई। भारतीय खुफिया एजेंसियों और सैन्य बलों के समन्वय से किए गए इस ऑपरेशन का मुख्य लक्ष्य नूर खान एयरबेस रहा।
भारतीय हमले के बाद जो सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं, उन्होंने पाकिस्तान की चिंताओं को और गहरा कर दिया है। चीन की मिजाजविजन और भारत की कावा स्पेस द्वारा जारी तस्वीरों के मुताबिक:
इस स्ट्रैटेजिक एयरबेस पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान की सेना न सिर्फ सतर्क हुई है, बल्कि अपने मुख्यालय को चकलाला से हटाने की योजना भी बना रही है।
News18 की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय हमले के कुछ ही दिनों बाद पाकिस्तान अपने जनरल हेडक्वार्टर (GHQ) को रावलपिंडी के चकलाला से इस्लामाबाद शिफ्ट करने पर विचार कर रहा है। यह कदम न केवल सुरक्षा कारणों से प्रेरित है, बल्कि यह इस बात का भी संकेत है कि पाकिस्तान भारत के आक्रामक रुख और सैन्य क्षमताओं से चिंतित है।
चकलाला में मौजूद GHQ, जो कि पाकिस्तान सेना का केंद्रीय कमान कार्यालय है, अब सैटेलाइट और मिसाइल हमलों की रेंज में है। इस कारण वहां से इसे हटाना अब मजबूरी बनता जा रहा है।
इस ऑपरेशन में भारत ने अत्याधुनिक सैटेलाइट टेक्नोलॉजी का उपयोग किया। कावा स्पेस जैसी निजी भारतीय कंपनी द्वारा प्रदान की गई इमेजरी के माध्यम से भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सैन्य गतिविधियों पर नजर रखी। चीन की कंपनी मिजाजविजन की तस्वीरों से भी पुष्टि होती है कि भारत ने अत्यंत सटीक निशाने साधे।
हालांकि अभी तक कोई भी अंतरराष्ट्रीय निकाय इस हमले पर खुलकर टिप्पणी नहीं कर रहा है, लेकिन रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की बढ़ती हुई सैन्य क्षमता और रणनीतिक आक्रामकता का स्पष्ट संकेत है। पाकिस्तान के लिए यह चेतावनी है कि भारत अब अपने हितों की सुरक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाने से नहीं हिचकिचाएगा।
इस हमले ने पाकिस्तान की सैन्य और खुफिया एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारत द्वारा बिना किसी अग्रिम चेतावनी के इस तरह का सफल ऑपरेशन कर लेना, पाकिस्तान की सुरक्षा तैयारियों की पोल खोलता है। अब पाकिस्तान को अपने सैन्य ढांचे और सुरक्षा रणनीतियों में बड़ा बदलाव करना पड़ सकता है।
ऑपरेशन सिंदूर एक ऐसा मिशन साबित हुआ है, जिसने न सिर्फ भारत की सैन्य दक्षता का परिचय दिया, बल्कि पाकिस्तान को भी उसकी कमजोरियों का एहसास करा दिया। इस घटना के बाद दक्षिण एशिया में सैन्य समीकरण बदल सकते हैं। यदि पाकिस्तान अपने हेडक्वार्टर को शिफ्ट करता है, तो यह भारत की एक बड़ी रणनीतिक जीत मानी जाएगी।