50 घंटे, 5 वार: पाकिस्तान पर भारत का कड़ा एक्शन ऑपरेशन सिंदूर के बाद
- May 24, 2025
- 0
पुलवामा और पहलगाम जैसे आतंकी हमलों के बाद भारत अब किसी भी हालत में पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीते 50
पुलवामा और पहलगाम जैसे आतंकी हमलों के बाद भारत अब किसी भी हालत में पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीते 50
पुलवामा और पहलगाम जैसे आतंकी हमलों के बाद भारत अब किसी भी हालत में पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीते 50 घंटे पाकिस्तान के लिए बेहद भारी साबित हुए हैं। भारत ने न सिर्फ सैन्य कार्रवाई की, बल्कि कूटनीतिक और वैश्विक स्तर पर भी पाकिस्तान को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने के खिलाफ भारत ने जिस तरह से बहुपक्षीय मंचों पर उसकी पोल खोली है, उससे साफ है कि अब भारत जीरो टॉलरेंस की नीति पर पूरी तरह अमल कर रहा है। आइए जानते हैं, बीते 50 घंटों में भारत ने पाकिस्तान पर कौन-कौन से 5 बड़े वार किए हैं।
राजस्थान के बीकानेर में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “दुनिया ने देख लिया कि जब सिंदूर बारूद बनता है तो क्या नतीजा होता है। 22 तारीख के आतंकी हमले के जवाब में 22 मिनट में 9 बड़े आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया।”
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि अब न पाकिस्तान से व्यापार होगा, न बातचीत, न ही पानी मिलेगा। अगर कोई बातचीत होगी, तो केवल पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर (PoK) पर होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा, तो “पाई-पाई को मोहताज होगा और बूंद-बूंद पानी को तरसेगा।”
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोप के तीन देशों के दौरे के दौरान पाकिस्तान को घेरते हुए स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंकवाद को लेकर किसी तरह की रियायत नहीं देगा। उन्होंने कहा कि भारत जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है और परमाणु धमकी या ब्लैकमेल के सामने कभी नहीं झुकेगा।
जर्मनी में जयशंकर ने दुनिया को बताया कि पाकिस्तान केवल एक पड़ोसी देश नहीं, बल्कि एक आतंक समर्थक राष्ट्र है जिसे बेनकाब किया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने इससे पहले भी कई मंचों पर पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को उजागर किया है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि एक ऐसा देश जो आतंकवादियों और नागरिकों में फर्क नहीं कर सकता, उसे मानवाधिकारों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित हमलों का जिक्र करते हुए मुंबई हमले और हालिया पहलगाम हत्याकांड को याद दिलाया।
इसी तरह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में भारतीय राजनयिक अनुपमा सिंह ने पाकिस्तान को 100 सेकंड में जवाब देते हुए कहा कि आतंकवाद के आयोजक पाकिस्तान में बैठते हैं और वही उसे बढ़ावा भी देते हैं।
बीएसएफ कार्यक्रम में बोलते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की निर्णायक राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और सेना की मारक क्षमता का सशक्त उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के आतंकी ठिकानों पर हमले को अपने ऊपर मान लिया, जिससे साफ हो गया कि वह खुद आतंकवाद का समर्थक देश है।
भारत ने पाकिस्तान को केवल सैन्य और भाषणों से ही नहीं, बल्कि रणनीतिक रूप से भी घेरने की योजना बनाई है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने 33 देशों में अपने सांसदों और नेताओं को भेजा है, जो वहां जाकर पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया के सामने रख रहे हैं। कुछ प्रतिनिधि पहले ही वहां पहुंचकर पाकिस्तान के आतंकवादी चेहरे को उजागर कर चुके हैं, और अन्य आने वाले दिनों में यही काम करेंगे।
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि अब पाकिस्तान की गीदड़भभकियों और झूठे प्रचारों को सहन नहीं किया जाएगा। सैन्य ताकत से लेकर कूटनीतिक दबाव तक, भारत हर स्तर पर पाकिस्तान को जवाब दे रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद का भारत एक नया भारत है, जो न सिर्फ अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि आतंक को जड़ से मिटाने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।
अगले कुछ दिनों में भारत की रणनीति और तेज हो सकती है और यह तय है कि पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर और अधिक अलग-थलग पड़ेगा। भारत की यह आक्रामक नीति एक उदाहरण बन सकती है कि आतंक के खिलाफ कैसे बिना किसी समझौते के कदम उठाया जाए।