ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान की बौखलाहट का भारतीय सेना ने दिया करारा जवाब
- May 21, 2025
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पाकिस्तान की कायरतापूर्ण हरकतें और उसकी बौखलाहट भारतीय सीमा पर एक बार फिर सामने आईं, जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसने आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना
पाकिस्तान की कायरतापूर्ण हरकतें और उसकी बौखलाहट भारतीय सीमा पर एक बार फिर सामने आईं, जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसने आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना
पाकिस्तान की कायरतापूर्ण हरकतें और उसकी बौखलाहट भारतीय सीमा पर एक बार फिर सामने आईं, जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसने आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना शुरू किया। लेकिन भारतीय सेना ने भी इसका करारा जवाब देकर यह स्पष्ट कर दिया कि अगर दुश्मन गोलियां चलाएगा, तो भारत उससे कई गुना ताकत से जवाब देगा।
ऑपरेशन सिंदूर, भारतीय सेना द्वारा किया गया एक विशेष सैन्य अभियान है, जिसका उद्देश्य एलओसी (LoC) पर पाकिस्तान की उकसावे वाली गतिविधियों का मुंहतोड़ जवाब देना था। यह ऑपरेशन पूरी तरह से गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया और इसकी योजना उच्च तकनीकी उपकरणों, ड्रोन निगरानी और सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर तैयार की गई थी।
एक वरिष्ठ आर्मी अधिकारी के अनुसार, “ऑपरेशन सिंदूर दुश्मन के कायरतापूर्ण उकसावे का हमारा जोरदार जवाब था।” उन्होंने बताया कि जैसे ही पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य चौकियों पर भारी गोलाबारी की और हमला करने की कोशिश की, वैसे ही भारतीय सेना ने बिना समय गंवाए जबरदस्त कार्रवाई की।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने पाकिस्तान को पूरी तरह से बौखला दिया। अपनी नाकामी छुपाने के लिए उसने आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। सेना अधिकारी के मुताबिक, “जब वो हमारी सैन्य पोजिशन पर हमला करने में असफल रहे, तो उन्होंने बेकसूर नागरिकों पर हमला शुरू कर दिया।”
यह न केवल अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों का उल्लंघन है, बल्कि पाकिस्तान की हताशा का भी प्रतीक है। भारत ने इस हमले के बाद और अधिक सतर्कता बढ़ा दी है और नियंत्रण रेखा पर तैनात अपने जवानों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी के साथ तैनात कर दिया है।
भारतीय सेना ने 6 मई की रात को अपने सभी भारी हथियारों के साथ फायर ऑर्डर के तहत जवाबी कार्रवाई की। सेना के अधिकारी ने बताया, “मैं फॉरवर्ड पोस्ट पर कंपनी कमांडर था और मैंने स्थिति की कमान संभाली। हमारे हथियारों ने सभी दुश्मन पोस्टों को निशाना बनाया और एक-एक कर उन्हें ध्वस्त कर दिया गया।”
इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने हाई-टेक निगरानी उपकरणों, ड्रोन, स्पूफिंग टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर टूल्स का भी इस्तेमाल किया। ड्रोन से मिली जानकारी ने दुश्मन की स्थिति को स्पष्ट किया और उनकी चौकियों पर सटीक हमले संभव हो सके।
ऑपरेशन सिंदूर की एक खासियत यह थी कि इसमें आधुनिक टेक्नोलॉजी का पूरा लाभ उठाया गया। ड्रोन द्वारा की गई निगरानी से न केवल पाकिस्तान की हर गतिविधि पर नजर रखी गई, बल्कि उनके मूवमेंट की रीयल-टाइम जानकारी मिलने से सटीक हमला किया जा सका। साथ ही ड्रोन जैमिंग और स्पूफिंग तकनीकों के जरिए दुश्मन की निगरानी प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद नियंत्रण रेखा पर स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ चुकी है। दुश्मन की चौकियां पूरी तरह से बर्बाद कर दी गई हैं और भारत की सैन्य तैनाती और भी मज़बूत कर दी गई है। सेना के अधिकारी ने स्पष्ट किया कि भारत शांति में विश्वास रखता है, लेकिन उकसावे का जवाब देने में भी पीछे नहीं हटेगा।
उन्होंने कहा, “हमारे जवान किसी भी परिस्थिति में मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं। पाकिस्तान को अब समझ जाना चाहिए कि भारत की सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा के लिए हम हर संभव कदम उठाएंगे।”
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक जवाबी हमला नहीं था, बल्कि यह भारतीय सेना की रणनीतिक तैयारी, तकनीकी सक्षमता और साहस का प्रतीक था। इस ऑपरेशन ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत शांति चाहता है लेकिन उसकी संप्रभुता पर हमला बर्दाश्त नहीं करेगा।
पाकिस्तान को यह साफ संदेश मिल चुका है कि अगर वह कायरता दिखाएगा और निर्दोषों को निशाना बनाएगा, तो भारत पूरी ताकत से उसकी हर हरकत का जवाब देगा। ऑपरेशन सिंदूर एक मिसाल है कि किस तरह भारतीय सेना सीमाओं की रक्षा में हर मोर्चे पर पूरी निष्ठा से डटी हुई है।