LOC पर पाकिस्तान की 9वीं नापाक हरकत का भारतीय सेना ने दिया करारा जवाब
- May 3, 2025
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जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील क्षेत्रों में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। 2 और 3 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार नौवीं
जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील क्षेत्रों में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। 2 और 3 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार नौवीं
जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील क्षेत्रों में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। 2 और 3 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार नौवीं बार सीजफायर का उल्लंघन किया। यह उल्लंघन जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टरों में किया गया, जहां पाकिस्तानी सेना ने छोटे हथियारों से फायरिंग की। हालांकि, भारतीय सेना ने हर बार की तरह इस बार भी तत्काल और मुंहतोड़ जवाब देकर पाकिस्तान को उसकी हरकतों का करारा अहसास कराया।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कुछ ही दिन पहले पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिससे घाटी में सुरक्षा को लेकर चिंता और सतर्कता बढ़ गई है। इन लगातार हो रहे उल्लंघनों से साफ है कि पाकिस्तान की नीयत अब भी नहीं बदली है और वह सीमा पर तनाव फैलाने की कोशिशों में जुटा है।
पाकिस्तान की ओर से LoC पर गोलीबारी कोई नई बात नहीं है, लेकिन लगातार 9 दिनों तक हो रही यह हरकत यह दिखाती है कि वह शांति प्रक्रिया को कमजोर करना चाहता है। हर साल गर्मियों से पहले और अमरनाथ यात्रा के आसपास ऐसे उल्लंघन बढ़ जाते हैं, ताकि घाटी में अशांति फैलाई जा सके।
कुपवाड़ा, उरी और अखनूर जैसे सेक्टरों में फायरिंग कर पाकिस्तान का मकसद आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ करने का मौका देना होता है। यह उसका पुराना पैटर्न है – पहले फायरिंग कर सेना का ध्यान भटकाना, फिर आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश करना।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का तुरंत और सख्त जवाब दिया। सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना ने दुश्मन के उन पोस्ट्स को निशाना बनाया जहां से गोलीबारी हो रही थी। जवाबी कार्रवाई इतनी सटीक थी कि पाकिस्तान के कई बंकरों को नुकसान हुआ और दुश्मन को भारी हानि उठानी पड़ी।
भारतीय सेना हमेशा संघर्षविराम समझौते का सम्मान करती है, लेकिन जब दुश्मन हर बार इसका उल्लंघन करता है, तब जवाब देना मजबूरी बन जाता है। यह जवाब सिर्फ एक फायरिंग का पलटवार नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है – भारत अब हर गोली का जवाब दो गोलियों से देगा।
कुछ ही दिन पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने घाटी की शांति को झकझोर कर रख दिया था। उसमें कई निर्दोष लोग घायल हुए थे और यह हमला अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर गया।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की सीमा पर गोलीबारी और आतंकी घटनाएं आपस में जुड़ी होती हैं। एक ओर वह सीमा पर सेना का ध्यान बंटाता है, दूसरी ओर आतंकियों को पीछे से समर्थन देता है। यह दोहरी रणनीति भारत अब अच्छी तरह पहचान चुका है और उसी हिसाब से जवाब देने के लिए तैयार भी है।
भारत ने कई बार संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की करतूतों को उजागर किया है। लगातार हो रहे संघर्षविराम उल्लंघन न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन हैं, बल्कि यह पाकिस्तान की आतंक समर्थक नीति को भी दर्शाते हैं।
भारत की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि वह शांति चाहता है, लेकिन सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। LOC पर की गई हर हरकत का जवाब अब तुरंत और ताकत के साथ मिलेगा।
भारतीय सेना ने LOC के संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी तैनाती और निगरानी और अधिक मजबूत कर दी है। अत्याधुनिक ड्रोन, रडार सिस्टम और नाइट विजन तकनीक के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
स्थानीय नागरिकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है और सेना उन्हें हर जरूरी मदद और सुरक्षा दे रही है। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि इन फायरिंग की घटनाओं के बावजूद आम जनजीवन पर कम से कम असर पड़े।
सीमा पर हो रही पाकिस्तान की इन हरकतों से यह साफ है कि वह अब भी अपनी आतंकी और उकसावे वाली नीति से बाज नहीं आया है। लेकिन फर्क यह है कि आज का भारत पहले से कहीं अधिक सतर्क, सशक्त और तैयार है।
भारतीय सेना की हर जवाबी कार्रवाई न सिर्फ सीमा की सुरक्षा को मजबूत करती है, बल्कि पाकिस्तान को यह एहसास भी कराती है कि उसकी हर नापाक चाल अब उल्टी ही पड़ेगी।
LOC पर हर उल्लंघन अब पाकिस्तान की परेशानी बढ़ाने वाला साबित होगा – क्योंकि भारत अब चुप नहीं बैठता, बल्कि हर गोली का जवाब सटीक और ताकतवर तरीके से देता है।